
मुंबई । गरिमामयी महिला वह होती है जो सम्मान, आत्म-सम्मान और आत्म-सम्मान से युक्त होती है, जिसके साथ सम्मानपूर्वक व्यवहार किया जाता है और जो हिंसा व शोषण से मुक्त होती है। इसमें स्वायत्तता, समान अवसर और अपने निर्णय स्वयं लेने की शक्ति शामिल है, साथ ही ईमानदारी, भावनात्मक नियंत्रण और आत्म-देखभाल जैसे गुणों का समावेश भी शामिल है।
इसी अवधारणा पर दिल्ली की मॉडल नेहा सिंह ने साबित कर दिया कि गरिमा और आत्म-सम्मान सिर्फ शब्द नहीं, बल्कि जीवन जीने का तरीका हैं। मिस इंडिया वूमेन ऑफ डिग्निटी का ताज जीतकर उन्होंने संघर्षों को सफलता की चमक में बदल दिया।
नेहा सिंह के नाम अब तक कई उपलब्धियां जुड़ चुकी हैं। मिस एंड मिसेज़ इंडिया डेजलिंग दिवास शो में भी उनका जलवा नजर आया। इसी तरह द आयकोनिक बिजनेस अवॉर्ड में भी अपने आकर्षक व्यक्तित्व के आगे इन्होंने किसी को टिकने नहीं दिया। उन्हें यह अवार्ड रिएलिटी शो बिग बॉस की प्रतिभागी रह चुकीं नायरा बनर्जी के हाथों प्रदान किया गया।
नेहा सिंह की सफलता की कहानी सिर्फ मंच की चमक तक सीमित नहीं है, इसके पीछे संघर्षों की एक लंबी दास्तान है। पिता के निधन के बाद कठिन हालातों में भी नेहा सिंह ने हिम्मत नहीं हारी। अपनी मेहनत और आत्म-सम्मान की ताकत से उन्होंने मॉडलिंग की दुनिया में अपनी अलग पहचान बना ली और कई मंचों पर अपनी गरिमामयी उपस्थिति दर्ज कराई। अब तक नेहा कई ब्रांड्स के लिए विज्ञापन शूट कर चुकी हैं। नेहा कहती है कि उन्हें मुंबई से भी लगातार ऑफर आ रहे हैं लेकिन वो सही समय का इंतजार कर रही हैं।
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