
जोधपुर : डीसीपी वेस्ट राजर्षि राज वर्मा ने जानकारी दी है कि जिला जोधपुर पश्चिम के पुलिस थाना देवनगर, जिला विशेष टीम एवं साइबर सेल द्वारा संयुक्त कार्रवाई करते हुए कुटरचित तरीके से आधार कार्ड, पैन कार्ड, फर्जी खाता, ई-मेल आईडी आदि बनाकर जीएसटी टैक्स चोरी करने वाली अंतर्राज्य गैंग का खुलासा किया है. डीसीपी ने बताया कि 22 राज्यों में कुल लगभग 240 फर्मों में लगभग 524 करोड़ रुपये का जीएसटी टैक्स चोरी किया गया जिसमें से 278 करोड़ रुपये की फर्जी बिलों के आधार पर जीएसटी इनपुट ली गई है एवं 246 करोड़ रुपये की जीएसटी इनपुट पास ऑन की गई है.
डीसीपी ने बताया कि अब तक कुल 07 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. 240 फर्मों में 44 फर्मों की पहचान ईमेल एड्रेस, पैन कार्ड, मोबाइल नम्बर के आधार पर एवं अन्य 196 फर्मों की पहचान अन्य डेटा बेस के आधार पर की गई. कुल 240 फर्मों में से 152 फर्मों का जीएसटी रजिस्ट्रेशन अलग अलग राज्यों से सम्बंधित जीएसटी विभाग द्वारा पूर्व में जीएसटी रजिस्ट्रेशन रद्द कर दिया. राजस्थान में रजिस्टर्ड 29 फर्मों में से 16 फर्मों का जीएसटी रजिस्ट्रेशन जीएसटी विभाग द्वारा पूर्व में जीएसटी रजिस्ट्रेशन कैंसिल कर दिया गया था.
इसमें जोधपुर में कुल 17 फर्म रजिस्टर्ड थी जिसमें से 9 फर्मों का जीएसटी रजिस्ट्रेशन विभाग द्वारा पूर्व में ही रद्द कर दिया गया और शेष रही 8 फर्मे सेंट्रल जीएसटी जोधपुर की टैक्स एंटी विजन ब्रांच द्वारा 19.06.2025 को कार्यवाही कि गई तो सभी 8 फर्मे अपने रजिस्टर्ड पते पर संचालित नही होना पाया गया. इस मामले में दरअसल खुलासा तब हुआ जब पुलिस को पता चला कि कुछ ई मित्र संचालक फर्जी आधार कार्ड और पैन कार्ड बना रहे हैं, जिस पर पुलिस ने उन पर निगाहे रखनी शुरू कर दी तो पता चला कि इसके जरिए बैंक खाते खोलकर फर्जी फर्म बनाई जाकर जीएसटी टैक्स चोरी का कारोबार संचालित कर रहे हैं.
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