मप्र के मंदसौर के भावगढ़ थाना क्षेत्र में पांच माह पहले बोरे में मिले 13 वर्षीय नाबालिग के शव के मामले में पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया है। पुलिस ने नाबालिग से दुष्कर्म और हत्या के आरोप में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। तीनों राजस्थान के प्रतापगढ़ जिले के बरवास कला गांव के रहने वाले हैं और उदयपुर के पीआईएमएस अस्पताल में मजदूरी करते थे। आरोपियों ने मासूम बच्ची के साथ कई महीनों तक बेरहमी से दुष्कर्म किया और जब वह बीमार रहने लगी तो उसकी हत्या कर शव फेंक दिया। नाबालिग महज तेरह साल की थी। वह डूंगरपुर जिले की रहने वाली थी और बीमार होने पर उसे उदयपुर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वहां से आरोपी उसे अपने साथ ले गए और कई महीनों तक उसके साथ दुष्कर्म किया। आज आरोपियों को राजस्थान लाने की तैयारी की जा रही है।
बच्ची के गले में पहनी माला और टैटू से पुलिस को मिले सुराग
पुलिस के लिए यह केस बड़ी चुनौती था। 27 दिसंबर 2024 को मिले शव के गले में मिली लाल धागे वाली जड़ाऊ माला और मृतका के शरीर पर बना टैटू पहला बड़ा सुराग साबित हुआ। यह जड़ाऊ माला सलमागढ़ के एक ग्रामीण ने बनाई थी। इसी आधार पर पुलिस ने आसपास के गांवों में गहन पूछताछ शुरू की। सोशल मीडिया, रेडियो और ई-रक्षक एप के जरिए युवती की पहचान के प्रयास किए गए। मध्यप्रदेश और राजस्थान के विभिन्न जिलों से लापता युवतियों के बारे में जानकारी जुटाई गई।
दो भाइयों की गिरफ्तारी और कई खुलासे
जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि शव के गले में मिली जड़ाऊ माला बरवास कला गांव के दो लोगों ने बनाई थी। शक के आधार पर पुलिस ने उन्हें भचुंदा गांव के पास से पकड़ लिया। इनकी पहचान बद्रीलाल और रामलाल निनामा के रूप में हुई, जो सगे भाई हैं और उदयपुर के उसी अस्पताल में मजदूरी करते थे, जहां युवती भर्ती थी। पुलिस हिरासत में जब इन दोनों भाइयों से सख्ती से पूछताछ की गई तो उन्होंने चौंकाने वाले खुलासे किए।
कई महीनों तक दुष्कर्म, फिर हत्या
मंदसौर पुलिस के अनुसार, आरोपी बद्रीलाल और रामलाल का दोस्त रमेश मीना भी उनके साथ इस जघन्य अपराध में शामिल था। ये तीनों उदयपुर के एक अस्पताल में काम करते थे, जहां वे लड़की के संपर्क में आए और उसे अपने घर ले गए। आरोपियों ने कई महीनों तक नाबालिग के साथ दुष्कर्म किया। जब लड़की बीमार रहने लगी और उनकी हैवानियत से परेशान हो गई, तो आरोपियों ने उसकी हत्या की योजना बनाई। पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने कबूल किया कि उन्होंने रमेश मीना के साथ मिलकर नाबालिग के साथ दुष्कर्म किया और फिर उसकी हत्या कर शव को बोरे में भरकर भावगढ़ के चूपना रोड पर माजेसराय गांव के पास झाड़ियों में फेंक दिया था। शव बरामद होने के बाद पुलिस ने कार्रवाई शुरू की। इससे पहले उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज कराई गई थी।
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