राजस्थान के अलवर के शिवाजी पार्क थाना क्षेत्र के तिजारा फाटक, गणपति विहार कॉलोनी में एक युवक ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली। मृतक के परिजनों ने तीन पुलिसकर्मियों समेत 6 लोगों पर झूठे मामले में फंसाकर परेशान करने का आरोप लगाया है। अमित सैनी (22) पुत्र लक्ष्मण सैनी ने बुधवार को जहरीला पदार्थ खा लिया।परिजन उसे सामान्य चिकित्सालय लेकर आए। जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। गुरुवार को पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। चिकित्सालय के मेडिकल ज्यूरिस्ट डॉ. पीसी सैनी ने बताया कि प्रथम दृष्टया ऐसा प्रतीत होता है कि मौत जहरीला पदार्थ खाने से हुई है। एफएसएल विसरा रिपोर्ट आने के बाद अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
परिजनों ने लगाए ये आरोप
मृतक के भाई मोनू ने पुलिस को दी रिपोर्ट में बताया कि उसके बड़े भाई अमित ने बुधवार सुबह करीब 9 बजे परिजनों को बताया था कि दिनेश राव, अनीस खान, नितिन राव, गुरमीत सरदार, मंजीत सरदार और फूल सिंह उसे जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। उसकी मोटरसाइकिल भी छीन ली गई है।
उपरोक्त लोगों ने उसे 7 जुलाई को सदर थाने में अवैध रूप से बंद करवा दिया। इस दौरान पुलिस ने उसके साथ मारपीट की। इसके बाद 9 जुलाई को दिनेश राव, अनीस खान और नितिन राव आदि ने टेल्को सर्किल के पास उसके साथ बदसलूकी की और जान से मारने की धमकी दी और मोटरसाइकिल देने से इनकार कर दिया। इससे परेशान होकर उसके भाई अमित ने ज़हर खा लिया।
सुसाइड नोट मिला
परिवार वालों का कहना है कि उन्होंने मृतक द्वारा लिखा सुसाइड नोट भी पुलिस को दिया है। जो डायरी के एक पन्ने पर लिखा है। उक्त सुसाइड नोट में सबसे ऊपर लिखा है कि मेरी हत्या के पीछे इन्हीं लोगों का हाथ है। इसके बाद नीचे कुछ लोगों के नाम लिखे हैं।इसमें दिनेश राव, आशाराम, मंदीप के पास, अनीस खान टेल्को सर्किल, नितिन टेल्को सर्किल, गुरमीत सदर थाना, मंजीत सदर थाना, फूल सिंह सदर थाना लिखा है। इसके अगले पन्ने पर लिखा है कि मुझे न्याय दिलाना भोले के हाथ में है। फिलहाल पुलिस मामले की जाँच कर रही है।
पिछले साल ही हुई थी शादी
मृतक अमित दो भाइयों में सबसे बड़ा था। उसकी एक बहन है। अमित की शादी पिछले साल ही हुई थी। इससे पहले वह शहर के एक निजी अस्पताल में गार्ड की नौकरी करता था। पिछले 3-4 महीने से वह बेरोजगार था। उसके पिता राजमिस्त्री का काम करते हैं।
सदर थाना प्रभारी बोले- मारपीट नहीं, आरोप निराधार
सदर थाना प्रभारी रमेश सैनी का कहना है कि शालीमार इलाके में गश्त के दौरान दो युवक संदिग्ध हालत में सुनसान इलाके में घूमते मिले। उन्होंने अपना नाम अमित सैनी और शिवलाल राजपूत निवासी शिवाजी पार्क बताया। दोनों को शांतिभंग के आरोप में गिरफ्तार कर थाने लाया गया। अमित सैनी नशे में था। पुलिस ने दोनों युवकों के साथ मारपीट नहीं की। दोनों को उसी दिन कोर्ट में पेश किया गया। जहां से उन्हें जमानत मिल गई।
इनमें से अमित सैनी द्वारा 9 जुलाई को जहरीला पदार्थ खाने की जानकारी मिली है। परिजनों द्वारा पुलिस पर लगाए गए आरोप पूरी तरह से निराधार हैं। युवक ने किसी निजी कारण से जहर खाया है। जो जांच में सामने आएगा। शिवाजी पार्क थाना प्रभारी मामले की जाँच कर रहे हैं। वहीं, सदर थाने में गुरमीत नाम का कोई पुलिसकर्मी नहीं है।
युवक को ज़हर खाने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था। परिजनों ने मर्ग रिपोर्ट में बताया है कि ज़हर खाने के बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहाँ इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। इस मामले में पुलिस ने नियमानुसार पोस्टमार्टम की कार्रवाई की है। परिजनों की रिपोर्ट के आधार पर मामले की जाँच की जाएगी और नियमानुसार कानूनी कार्रवाई की जाएगी। वहीं, मृतक के सुसाइड नोट के बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं है।
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