कल (21 जून) जयपुर में सांसद हनुमान बेनीवाल बारिश में भीगते नजर आए। शहीद स्मारक पर एसआई भर्ती को रद्द करने और आरपीएससी पुनर्गठन की मांग को लेकर आंदोलन जारी है। वहीं डॉ. राकेश बिश्नोई की मौत के मामले में न्याय की मांग की गई और मांग पूरी होने के बाद धरना समाप्त हुआ। अब उनका कहना है कि जिस तरह राकेश बिश्नोई के मामले में मांगें पूरी हुई हैं, उसी तरह एसआई भर्ती को रद्द करने और आरपीएससी पुनर्गठन होने तक आंदोलन नहीं रुकेगा। उन्होंने कहा कि आरपीएससी को पूरी तरह भंग कर इसका पुनर्गठन करना जरूरी है। अगर ऐसा नहीं हुआ तो युवाओं के साथ एक के बाद एक नौकरियों के नाम पर ठगी होती रहेगी।
हम चैन से नहीं बैठेंगे- बेनीवाल
बेनीवाल खुद धरने पर बैठे और संबोधित करते हुए कहा, "भर्ती में बेईमानी हुई है, पेपर लीक हुआ है और सरकार सिर्फ लीपापोती करने में लगी है। जब तक यह भर्ती रद्द नहीं होती और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं होती, हम चैन से नहीं बैठेंगे।" उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने युवाओं को सिर्फ बेरोजगारी, धोखा और अन्याय दिया है। लेकिन जैसे आज हमने डॉ. राकेश विश्नोई के मामले में सरकार को झुकने पर मजबूर किया, वैसे ही हम जल्द ही एसआई भर्ती पर भी सरकार को घुटनों पर लाएंगे।
राकेश विश्नोई मामले में सरकार ने ये मांगे मानी
कल (20 जून) कैबिनेट मंत्री जोगाराम पटेल और राज्य मंत्री के बीच बैठक हुई। मृतक डॉक्टर की पत्नी को सरकारी नौकरी देने, आरोपी विभागाध्यक्ष (एचओडी) डॉ. राजकुमार राठौड़ को एपीओ करने और मामले की उच्च स्तरीय जांच आईएएस स्तर के अधिकारी से करवाने के लिए कमेटी गठित की गई है। रेजीडेंट डॉक्टर राकेश विश्नोई की आत्महत्या मामले में 7 दिन से चल रहा धरना खत्म हो गया है। धरना खत्म होने से पहले सांसद हनुमान बेनीवाल और उनके समर्थक एसएमएस अस्पताल के बाहर डटे रहे।