जिले के पुलिस प्रशासन में आज बड़ा बदलाव देखने को मिला। सीकर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) प्रवीण नायक नूनावत ने एक आदेश जारी करते हुए 22 इंस्पेक्टरों और 7 सब-इंस्पेक्टरों का तबादला किया है। इस फेरबदल में हाल ही में इंस्पेक्टर पद पर प्रमोट हुए अधिकारी भी शामिल हैं, जिन्हें पदोन्नति के बाद पहली बार नई जिम्मेदारी सौंपी गई है। एसपी कार्यालय से जारी आदेश के अनुसार, ये तबादले प्रशासनिक कारणों और विभागीय आवश्यकता के चलते किए गए हैं। पुलिस विभाग का मानना है कि इससे जिले में कानून व्यवस्था और बेहतर ढंग से बनाए रखने में मदद मिलेगी।
प्रमोट हुए अधिकारियों को मिली नई जिम्मेदारीहाल ही में सब-इंस्पेक्टर से इंस्पेक्टर पद पर पदोन्नत हुए कई अधिकारियों को अब पहली बार थाने का प्रभार दिया गया है। इनमें कुछ ऐसे अधिकारी भी शामिल हैं जो अब तक प्रशिक्षण या अन्य शाखाओं में कार्यरत थे। सूत्रों के अनुसार, एसपी ने इन तबादलों के जरिए नई ऊर्जा और कार्यशैली को मैदान में लाने की कोशिश की है। पुलिस प्रशासन का कहना है कि अनुभवी अधिकारियों को महत्वपूर्ण थानों पर और नए प्रमोट अधिकारियों को अपेक्षाकृत छोटे थानों या चौकियों पर तैनात किया गया है, ताकि वे जिम्मेदारी संभालने का अनुभव हासिल कर सकें।
कानून व्यवस्था को मजबूती देने पर फोकससीकर जिले में पिछले कुछ महीनों से बढ़ते आपराधिक मामलों और ट्रैफिक से जुड़ी चुनौतियों को देखते हुए पुलिस विभाग ने यह फेरबदल रणनीतिक रूप से किया है। एसपी नूनावत ने कहा कि “कानून व्यवस्था में सुधार और जनता के भरोसे को बनाए रखना हमारी प्राथमिकता है। जिन अधिकारियों को नई तैनाती मिली है, उनसे अपेक्षा है कि वे अपने क्षेत्र में सक्रियता और पारदर्शिता के साथ काम करेंगे।” सूत्रों के अनुसार, जिन थानों में हाल ही में अपराध या गश्त व्यवस्था को लेकर शिकायतें आई थीं, वहाँ नए अधिकारियों को भेजा गया है। वहीं, कुछ अनुभवी अधिकारियों को संवेदनशील इलाकों की जिम्मेदारी दी गई है।
आंतरिक प्रशासनिक सुदृढ़ीकरण का प्रयासइस फेरबदल को सीकर पुलिस की आंतरिक कार्यप्रणाली को सुदृढ़ करने की दिशा में उठाया गया कदम माना जा रहा है। पुलिस मुख्यालय से भी जिलेवार समीक्षा के बाद स्थानीय स्तर पर बदलाव के निर्देश दिए गए थे। सीकर में यह इस साल का सबसे बड़ा तबादला आदेश माना जा रहा है। स्थानीय सूत्र बताते हैं कि आने वाले दिनों में थाना स्तर पर भी कुछ और परिवर्तन संभव हैं, ताकि अपराध नियंत्रण और जांच प्रणाली को और तेज किया जा सके।
जनता में नई उम्मीदजिले में हुए इस फेरबदल को लेकर आमजन में भी चर्चा है। नागरिकों का मानना है कि नए अधिकारियों की तैनाती से पुलिस की कार्यशैली में सुधार आएगा और स्थानीय स्तर पर जनसुनवाई एवं शिकायत निस्तारण की प्रक्रिया और तेज होगी।
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