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iPhone 17 खरीदें या म्यूचुअल फंड में लगाएं ₹1 लाख? जानें विजय केडिया ने किसे बताया सही फैसला और क्यों

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Apple के नए iPhone 17 की बिक्री शुरू होते ही एक बार फिर प्रीमियम स्मार्टफोन को लेकर दीवानगी दिखने को मिली। आज स्टोर्स के बाहर लंबी लाइन देखने को मिली। हालांकि, इन सब के बीच दिग्गज निवेशक विजय केडिया ने इस ट्रेंड पर एक अहम सवाल खड़ा कर दिया है- क्या 1 लाख रुपए का iPhone वाकई समझदारी है या यही पैसा निवेश कर दोगुना किया जा सकता है?



सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर विजय केडिया ने लिखा - 'iPhone 17 हर किसी के लिए नहीं है। या तो 1 लाख रुपए एक ओवरहाइप्ड फोन पर खर्च करें या म्यूचुअल फंड में निवेश करें । 6 साल में ये रकम 2 लाख बन सकती है, जबकि फोन की वैल्यू गिरकर 15 हजार रह जाएगी। निवेश की करीब 15 गुना ज्यादा वैल्यू हो जाएगी। बेहतर होगा, कतार छोड़ दें और वापस आकर सोचें।'



अगर लाइन में हो, तो शायद iPhone आपके लिए नहीं

एक और पोस्ट में विजय केडिया ने लिखा – अगर आपको फोन खरीदने के लिए लाइन में लगना पड़ रहा है, तो शायद यह खर्च आपकी प्राथमिकता नहीं होनी चाहिए। उस पैसे का बेहतर इस्तेमाल निवेश करके किया जा सकता है।



गैजेट्स VS ग्रोथ – सोच-समझकर करें फैसला

विजय केडिया की ये बातें सिर्फ फोन या Apple को लेकर नहीं हैं, बल्कि वे एक बड़ा मैसेज दे रहे हैं। वे ये कह रहे हैं कि कोई भी बड़ा खर्च करने से पहले यह जरूर सोचें कि क्या वह पैसा आपको भविष्य में बेहतर फायदा दे सकता है। खासकर तब जब आप आर्थिक रूप से कुछ बड़ा बनाना चाहते हैं या फाइनेंशियली मजबूत होना चाहते हैं।



फोन जरूरी है, लेकिन सोच-समझकर खर्च करें

अगर आप एक ऐसे व्यक्ति हैं जिसकी प्राथमिकता लॉन्ग टर्म सेविंग, इन्वेस्टमेंट और ग्रोथ है, तो 1 लाख रुपए की खरीदारी करने से पहले एक बार जरूर सोचें। iPhone खरीदना गलत नहीं है, लेकिन अगर आपके पास सीमित संसाधन हैं, तो हो सकता है म्यूचुअल फंड या SIP में लगाया गया पैसा आपको ज्यादा संतोष दे।



दिग्गजों तक पहुंची यह बहस

महंगे फोन खरीदने और निवेश का चुनाव करने को लेकर काफी लंबे समय से बहस चलती है। अलग-अलग लोग इसमें अपने अलग-अलग मत रखते हैं। अब यह बहस निवेश के दिग्गजों तक भी पहुंच गई है। स्टार इन्वेस्टर विजय केडिया ने इस मौके का इस्तेमाल डिसिप्लिन्ड वेल्थ क्रिएशन की ताकत को समझाने के लिए किया। बात सिर्फ टेक्नोलॉजी की नहीं है, बल्कि उस एक लाख रुपए को आज निवेश करने के अवसर (ऑपरच्युनिटी कॉस्ट) पर भी है, जो भविष्य में कितना बड़ा हो सकता है।



डिस्क्लेमर : जो राय और सुझाव एक्सपर्ट देते हैं, वे उनकी अपनी सोच हैं. ये इकोनॉमिक टाइम्स हिदीं की राय नहीं होती.

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