भारत की दूसरी सबसे बड़ी IT कंपनी इंफोसिस 11 सितंबर 2025 को एक खास मीटिंग करेगी, जिसमें वह शेयर के 'बायबैक' यानी खुद के शेयर खरीदने पर फैसला करेगी। कंपनी ने ये खबर आज (8 सितंबर) बाजार बंद होने के बाद दी। इस खबर से पहले आज इंफोसिस का शेयर 0.59% की गिरावट के साथ 1,436.10 रुपए के स्तर पर बंद हुआ।
पिछले 6 महीने में भी इस स्टॉक में 15.60% और एक साल में करीब 25% की गिरावट देखने को मिली है। इस साल अब तक की बात करें तो इंफोसिस के शेयर में 23.71% की बड़ी गिरावट देखने को मिली है। इंफोसिस की यह कमजोरी पूरे आईटी सेक्टर की हालत को दिखाती है, जो दुनिया भर की मुश्किलों की वजह से दबाव में है। निफ्टी आईटी इंडेक्स भी पिछले एक साल में करीब 19% नीचे आ चुका है।
50 दिन और 200 दिन के औसत मूविंग एवरेज से नीचे है इंफोसिस का शेयर
इंफोसिस का शेयर अभी अपने 50 दिन और 200 दिन के औसत मूविंग एवरेज से नीचे ट्रेड कर रहा है। 50 दिन का औसत ₹1,524.5 और 200 दिन का औसत ₹1,669.6 है। इसके साथ ही, शेयर में काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। ट्रेंडलाइन की रिपोर्ट के अनुसार, इस शेयर का बीटा 1.1 है, यानी यह बाजार के मुकाबले थोड़ा ज्यादा अस्थिर है।
इंफोसिस के शेयर के 52 वीक लो की बात करें तो वह 1,307.00 रुपए और 52 वीक हाई 2,006.45 रुपए है। कंपनी का मार्केट कैप 5.95 लाख करोड़ रुपए है।
विभिन्न सेक्टरों में इंफोसिस का कारोबार मजबूत
कंपनी ने जून तिमाही में 9% की सालाना बढ़ोतरी के साथ 6,921 करोड़ रुपए का शुद्ध मुनाफा कमाया है। इसके साथ ही, कारोबार से होने वाली इनकम भी 8% बढ़कर 42,279 करोड़ रुपए हो गई है। अगर स्थिर मुद्रा (कॉन्स्टेंट करेंसी) में देखें, तो इस तिमाही में इनकम में 3.8% की सालाना और 2.6% की तिमाही बढ़ोतरी हुई है। ऑपरेटिंग मार्जिन, यानी कंपनी के कुल कारोबार में से मुनाफे का हिस्सा, अप्रैल से जून की तिमाही में 20.8% रहा। यह पिछले साल और पिछले तिमाही की तुलना में थोड़ा कम है। कंपनी को उम्मीद है कि यह मार्जिन इस वित्त वर्ष के बाकी महीनों में 20-22% के बीच बना रहेगा।
सेगमेंट के हिसाब से देखें तो, फाइनेंशियल सर्विसेज का कारोबार 5.6% बढ़ा है, जबकि मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर ने अच्छा परफॉर्म करते हुए 12.2% की बढ़ोतरी की है। रिटेल सेक्टर में करीब स्थिर 0.4% की बढ़ोतरी हुई है और हाई-टेक बिजनेस में मामूली 1.7% की वृद्धि देखी गई है।
डिस्क्लेमर : यह खबर केवल जानकारी के लिए है। इसे खरीदारी या बिकवाली की सलाह ना समझें।
पिछले 6 महीने में भी इस स्टॉक में 15.60% और एक साल में करीब 25% की गिरावट देखने को मिली है। इस साल अब तक की बात करें तो इंफोसिस के शेयर में 23.71% की बड़ी गिरावट देखने को मिली है। इंफोसिस की यह कमजोरी पूरे आईटी सेक्टर की हालत को दिखाती है, जो दुनिया भर की मुश्किलों की वजह से दबाव में है। निफ्टी आईटी इंडेक्स भी पिछले एक साल में करीब 19% नीचे आ चुका है।
50 दिन और 200 दिन के औसत मूविंग एवरेज से नीचे है इंफोसिस का शेयर
इंफोसिस का शेयर अभी अपने 50 दिन और 200 दिन के औसत मूविंग एवरेज से नीचे ट्रेड कर रहा है। 50 दिन का औसत ₹1,524.5 और 200 दिन का औसत ₹1,669.6 है। इसके साथ ही, शेयर में काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। ट्रेंडलाइन की रिपोर्ट के अनुसार, इस शेयर का बीटा 1.1 है, यानी यह बाजार के मुकाबले थोड़ा ज्यादा अस्थिर है।
इंफोसिस के शेयर के 52 वीक लो की बात करें तो वह 1,307.00 रुपए और 52 वीक हाई 2,006.45 रुपए है। कंपनी का मार्केट कैप 5.95 लाख करोड़ रुपए है।
विभिन्न सेक्टरों में इंफोसिस का कारोबार मजबूत
कंपनी ने जून तिमाही में 9% की सालाना बढ़ोतरी के साथ 6,921 करोड़ रुपए का शुद्ध मुनाफा कमाया है। इसके साथ ही, कारोबार से होने वाली इनकम भी 8% बढ़कर 42,279 करोड़ रुपए हो गई है। अगर स्थिर मुद्रा (कॉन्स्टेंट करेंसी) में देखें, तो इस तिमाही में इनकम में 3.8% की सालाना और 2.6% की तिमाही बढ़ोतरी हुई है। ऑपरेटिंग मार्जिन, यानी कंपनी के कुल कारोबार में से मुनाफे का हिस्सा, अप्रैल से जून की तिमाही में 20.8% रहा। यह पिछले साल और पिछले तिमाही की तुलना में थोड़ा कम है। कंपनी को उम्मीद है कि यह मार्जिन इस वित्त वर्ष के बाकी महीनों में 20-22% के बीच बना रहेगा।
सेगमेंट के हिसाब से देखें तो, फाइनेंशियल सर्विसेज का कारोबार 5.6% बढ़ा है, जबकि मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर ने अच्छा परफॉर्म करते हुए 12.2% की बढ़ोतरी की है। रिटेल सेक्टर में करीब स्थिर 0.4% की बढ़ोतरी हुई है और हाई-टेक बिजनेस में मामूली 1.7% की वृद्धि देखी गई है।
डिस्क्लेमर : यह खबर केवल जानकारी के लिए है। इसे खरीदारी या बिकवाली की सलाह ना समझें।
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