नई दिल्ली: मार्केट केपीटलाइजेशन के नजरिए से भारत देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड सोमवार 1 सितंबर को मार्केट खुलने के बाद इन्वेस्टर्स के रडार पर बने रहेंगे। दरअसल बीते शुक्रवार के दिन रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड कंपनी की 48वीं एनुअल जनरल मीटिंग हुई थी। इस मीटिंग में मुकेश अंबानी सहित उनके दोनों बेटे और बेटी ने कुछ बड़े ऐलान किए हैं। जिसका असर आज Reliance Industries Ltd के शेयरों में देखने को मिल सकता है।
एनुअल जनरल मीटिंग में कुछ बड़ी घोषणा हुई है जो इस प्रकार है–
शुक्रवार के दिन हुई एनुअल जनरल मीटिंग में मुकेश अंबानी ने जानकारी दी कि साल 2026 के पहले छमाही में उनकी टेलीकॉम कंपनी जियो अपने आईपीओ को लॉन्च कर सकती है। फिलहाल जिओ के आईपीओ को लेकर के जरूरी रेगुलेटरी कामों को पूरा किया जा रहा है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज कंपनी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) को लेकर के काफी अधिक गंभीर है। जिसके लिए कंपनी ने एआई सब्सिडरी रिलायंस इंटेलिजेंस को लांच किया है। रिलायंस इंटेलिजेंस दुनिया की नामी आईटी कंपनी गूगल के साथ पार्टनरशिप करके डाटा सेंटर और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से जुड़ी हुई सर्विस बनाएगी। इसके अलावा मार्क जुकरबर्ग की कंपनी Meta के साथ भी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को लेकर के काम किया जाएगा।
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड जो ऑयल टू केमिकल का बिजनेस करती है वह सोलर और हाइड्रोजन परियोजनाओं पर भी काम करने के लिए अपनी कमर कर चुकी है। गुजरात राज्य के कच्छ इलाके में कंपनी दुनिया की सबसे बड़ी सिंगला साइड सोलर प्रोजेक्ट पर काम शुरू कर रही है। यह साइट 5,50,000 एकड़ में फैला रहेगा। जो सिंगापुर देश के साइज के करीब तीन गुना के बराबर है।
(ये एक्सपर्ट/ ब्रोकरेज के निजी सुझाव/ विचार हैं. ये इकोनॉमिक टाइम्स के विचारों को नहीं दर्शाते हैं. किसी भी फंड/ शेयर में निवेश करने से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर की राय जरूर लें.)
एनुअल जनरल मीटिंग में कुछ बड़ी घोषणा हुई है जो इस प्रकार है–
शुक्रवार के दिन हुई एनुअल जनरल मीटिंग में मुकेश अंबानी ने जानकारी दी कि साल 2026 के पहले छमाही में उनकी टेलीकॉम कंपनी जियो अपने आईपीओ को लॉन्च कर सकती है। फिलहाल जिओ के आईपीओ को लेकर के जरूरी रेगुलेटरी कामों को पूरा किया जा रहा है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज कंपनी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) को लेकर के काफी अधिक गंभीर है। जिसके लिए कंपनी ने एआई सब्सिडरी रिलायंस इंटेलिजेंस को लांच किया है। रिलायंस इंटेलिजेंस दुनिया की नामी आईटी कंपनी गूगल के साथ पार्टनरशिप करके डाटा सेंटर और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से जुड़ी हुई सर्विस बनाएगी। इसके अलावा मार्क जुकरबर्ग की कंपनी Meta के साथ भी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को लेकर के काम किया जाएगा।
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड जो ऑयल टू केमिकल का बिजनेस करती है वह सोलर और हाइड्रोजन परियोजनाओं पर भी काम करने के लिए अपनी कमर कर चुकी है। गुजरात राज्य के कच्छ इलाके में कंपनी दुनिया की सबसे बड़ी सिंगला साइड सोलर प्रोजेक्ट पर काम शुरू कर रही है। यह साइट 5,50,000 एकड़ में फैला रहेगा। जो सिंगापुर देश के साइज के करीब तीन गुना के बराबर है।
(ये एक्सपर्ट/ ब्रोकरेज के निजी सुझाव/ विचार हैं. ये इकोनॉमिक टाइम्स के विचारों को नहीं दर्शाते हैं. किसी भी फंड/ शेयर में निवेश करने से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर की राय जरूर लें.)
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