भारतीय संस्कृति में देवी का स्थान अत्यंत महत्वपूर्ण है, विशेषकर पहाड़ी क्षेत्रों में। यहां हम आपको कुछ प्रमुख देवी मंदिरों के बारे में जानकारी देंगे, जहां चमत्कारों की मान्यता है।
धारी देवी मंदिर, जो देवी काली को समर्पित है, उत्तराखंड में स्थित है। यह मंदिर अलकनंदा नदी के किनारे है और इसकी मूर्ति का आधा भाग नदी में बहकर आया था।

नंदा देवी मंदिर, जो अल्मोड़ा में है, देवी दुर्गा का अवतार मानी जाती है। यह मंदिर समुद्र तल से 7816 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है और इसका इतिहास हजारों साल पुराना है।
मां उमा देवी मंदिर, चमोली में स्थित है, जहां माता पार्वती की पूजा की जाती है। यह मंदिर 20वीं शताब्दी के प्रारंभ में स्थापित हुआ था।
कसार देवी मंदिर, अल्मोड़ा जिले में स्थित है, जहां मां दुर्गा के आठ रूपों की पूजा होती है। यह मंदिर दूसरी शताब्दी का माना जाता है।
मां उल्का देवी का मंदिर बागेश्वर में है, जो शक्तिपीठ के रूप में प्रसिद्ध है। यहां भक्तों की भीड़ नवरात्रि के दौरान बढ़ जाती है।
सुरकंडा देवी मंदिर, टिहरी गढ़वाल में स्थित है, जो समुद्र तल से 3000 मीटर की ऊंचाई पर है। यह देवी दुर्गा को समर्पित है।
कुंजापुरी देवी मंदिर, ऋषिकेश के पास है, जो 51 शक्तिपीठों में से एक है।
झूला देवी मंदिर, रानीखेत में स्थित है, जो मां दुर्गा को समर्पित है और 700 वर्ष पुराना माना जाता है।
अनुसूया देवी मंदिर, चमोली में है, जो हिमालय की ऊंची पहाड़ियों पर स्थित है।
माया देवी मंदिर, हरिद्वार में है, जो 52 शक्तिपीठों में से एक है।
मनसा देवी मंदिर, हरिद्वार में स्थित है, जो मां मनसा को समर्पित है।
चंडी देवी मंदिर, हरिद्वार में है, जो 8वीं शताब्दी में स्थापित हुआ था।
कामख्या देवी मंदिर, पिथौरागढ़ में है, जो नारीत्व का प्रतीक है।
पूर्णागिरी मंदिर, चम्पावत में स्थित है, जो मां भगवती की 108 सिद्धपीठों में से एक है।
दूनागिरी, अल्मोड़ा में स्थित है, जो शक्ति मंदिर के लिए प्रसिद्ध है।
ज्वल्पा देवी मंदिर, पौड़ी में है, जो देवी पार्वती को समर्पित है।
मां कोकिला देवी मंदिर, पिथौरागढ़ में है, जहां न्याय की देवी मानी जाती हैं।
माता भद्रकाली का मंदिर बागेश्वर में है, जो भक्ति का केंद्र है।
मां काली मंदिर, रानीखेत में है, जो प्राकृतिक सौंदर्य से घिरा है।
बाल सुंदरी देवी मंदिर, काशीपुर में है, जो चैती मेले के लिए प्रसिद्ध है।
शीतला देवी मंदिर, हल्द्वानी में है, जो देवी दुर्गा को समर्पित है।
वैष्णो माता मंदिर, हरिद्वार में है, जो जम्मू कश्मीर के वैष्णो देवी मंदिर की नकल है।
भारत माता मंदिर, हरिद्वार में है, जो देश की महान हस्तियों को समर्पित है।
सुरेश्वरी देवी मंदिर, हरिद्वार में है, जो सिद्धपीठ के रूप में प्रसिद्ध है।
वाराही देवी मंदिर, लोहाघाट में है, जो शक्ति के उपासकों का पवित्र स्थान है।
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