नूंह | हरियाणा के नूंह के रहने वाले राजेश जिंदल (Rajesh Jindal) ने दुर्लभ प्रजाति की दो गायों को खरीदा है, जो अब आसपास के क्षेत्र में चर्चा का विषय बन चुकी है. तावडू के रहने वाले राजेश जिंदल ने कुछ दिनों पहले ही फेसबुक पर एक पोस्ट देखी थी, जिसमें डेढ़ फुट से 2 फुट के गोवंश के बारे में जिक्र किया गया था, उनकी हाइट मात्र 22 इंच थी. उन्होंने इसके बाद सोशल मीडिया के माध्यम से पता लगाया कि खुद प्रधानमंत्री मोदी भी इस दुर्लभ पुंगनूर गोवंश प्रजाति को बचाने की अपील कर चुके हैं.
6 लाख रूपए में खरीदी गायउन्होंने निर्णय लिया कि वह भी इसी नस्ल के गौवंश को घर लाएंगे. वह एक साथी को लेकर आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले में पहुंच गए और वहां से एक गौशाला में पल रहे अद्भुत नस्ल के गोवंश को 6 लाख रूपए में खरीद लिया.
सिर्फ 22 इंच की ये खास नस्ल की दो गायें बनीं इंटरनेट सेंसेशन, देखने के लिए उमड़ पड़ा गांव से शहर तक का मेला
— News Just Abhi (@newsjustabhi) April 28, 2025
राजेश जिंदल ऐसा दावा करते हैं कि दुर्लभ पुंगनूर नस्ल की गोवंश को लाने का प्रदेशभर में यह ऐसा पहला मामला है. इन गोवंशों की उम्र महज 19 महीने है. इनकी चर्चा आसपास के इलाकों में इतनी ज्यादा हो चुकी है कि रेवाड़ी गोकुलपुरा धाम के महंत धीरज गिरी महाराज, पूर्व राज्य मंत्री कुंवर संजय सिंह, मनोनीत पार्षद सतपाल सहरावत समेत तमाम लोग इनके दर्शन करने आ चुके हैं. स्वयं महंत धीरज गिरी महाराज ने भी इसी नस्ल के गौवंशों को मंगवाने की मांग की है.
गुणों से भरपूर हैं ये गौवंशयह नल शारीरिक रूप से बेहद छोटी होती है, लेकिन यह अब विलुप्त होने की कगार पर पहुंच चुकी है. छोटे कद और दुर्लभ गुणों के चलते यह काफी प्रसिद्ध प्रजाति मानी जाती है. इस नस्ल के गौवंशों का मूत्र और गोबर बेचकर भी अच्छे खासे पैसे कमाए जा सकते हैं.
You may also like
टैरिफ विवाद के बीच ट्रंप का बड़ा कदम, सर्जियो गोर होंगे भारत में नए अमेरिकी राजदूत
क्यों नहीं फंसती मकड़ी अपने जाल में? जानें दिलचस्प कारण
जब स्वामी विवेकानंद ने ईडन गार्डन में झटके थे 7 विकेट, क्रिकेट के बेहतरीन खिलाड़ी थे स्वामी
चीन क्या भारत के लिए अमेरिका की जगह ले सकता है? विशेषज्ञों का यह है तर्क
इंसान या जानवर ट्रेन के सामने आ जाए तो भी ड्राइवर ब्रेक क्यों नहीं मारता है? वजह हैरान कर देगी