ढाका, 27 अप्रैल . स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पिछले सप्ताह के दौरान चलाए गए अभियानों में बांग्लादेश की प्रतिबंधित छात्र लीग और अवामी लीग से जुड़े अन्य सहयोगी संगठनों के 56 नेताओं और कार्यकर्ताओं को ढाका में गिरफ्तार किया गया.
यूनाइटेड न्यूज ऑफ बांग्लादेश ने ढाका मेट्रोपॉलिटन पुलिस (डीएमपी) के हवाले से बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर 19 अप्रैल से 25 अप्रैल के बीच कई टीमों ने अभियान चलाया, जिसके परिणामस्वरूप ये गिरफ्तारियां हुईं.
मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार के तहत चल रहे राजनीतिक दमन के हिस्से के रूप में हिरासत में लिए गए लोगों पर कानून-व्यवस्था को अस्थिर करने के प्रयास और अचानक विरोध जुलूसों के माध्यम से जनता के बीच आतंक पैदा करने के आरोप हैं.
गिरफ्तार किए गए लोगों में वार्ड-57 जूबो लीग इकाई (कमरंगीरचार पुलिस स्टेशन) के संयुक्त महासचिव शमीम अहमद शाहिद, वार्ड-33 जूबो लीग इकाई के अध्यक्ष मोहम्मद जिया मिया (बोंगशाल पुलिस स्टेशन), पटवारी शेर-ए-बांगला नगर थाना अवामी लीग इकाई के उपाध्यक्ष मोहम्मद अब्दुर रोब के साथ-साथ छात्र लीग के कई पूर्व नेताओं और अवामी लीग से संबद्ध संगठनों जैसे जूबो लीग, स्वेच्छासेबक लीग, कृषक लीग, और श्रमिक लीग के वरिष्ठ सदस्य शामिल हैं.
अधिकारियों ने बताया कि हिरासत में लिए गए लोगों में शामिल मोहम्मद आबेद अली शेख, गोपालगंज में एक सैन्य वाहन पर आगजनी के मामले में आरोपी है.
एक अन्य, मोहम्मद जाकिर हुसैन सागर, 2015 में पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया के काफिले पर हमले से संबंधित एक मामले में शामिल है. नेता इमोन समेत गिरफ्तार किए गए कई अन्य लोगों के खिलाफ कथित तौर पर ढाका शहर के विभिन्न पुलिस थानों में कई मामले दर्ज हैं.
ये गिरफ्तारियां इस महीने की शुरुआत में खुलना शहर में अवामी लीग द्वारा आयोजित एक जुलूस के बाद हुई हैं, जिसमें कथित तौर पर अंतरिम सरकारी निर्देशों की अवहेलना की गई थी, जिसका उद्देश्य ऐसे प्रदर्शनों को रोकना था.
रिपोर्ट्स के अनुसार, ‘बांग्लादेश अवामी लीग खुलना जिला इकाई’ के बैनर तले आयोजित रैली अगस्त में अवामी लीग सरकार के पतन के बाद इस क्षेत्र में इस तरह का पहला आयोजन था.
देश के प्रमुख दैनिक समाचार पत्र प्रथम आलो के अनुसार, विरोध प्रदर्शन के वीडियो में दिखाया गया कि प्रतिभागी शेख मुजीबुर रहमान और शेख हसीना के चित्र वाला एक बैनर लेकर चल रहे थे.
प्रदर्शनकारियों को नारे लगाते देखा गया, जैसे ‘शेख हसीना, हम नहीं डरते, हमने सड़कें नहीं छोड़ीं’, ‘शेख हसीना की सरकार बार-बार चाहिए’ और ‘शेख हसीना नायक की तरह वापस आएंगी.’
खुलना रैली के बाद, अवामी लीग ने कथित तौर पर ढाका के विभिन्न हिस्सों में इसी तरह के जुलूस आयोजित करने की कोशिश की.
डिटेक्टिव ब्रांच (डीबी) ने पुष्टि की कि गिरफ्तार लोग ‘उचित कानूनी प्रक्रियाओं’ से गुजर रहे हैं और इस बात पर जोर दिया कि ‘आकर्षक जुलूसों को रोकने’ और ‘प्रतिबंधित’ संगठनों की गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए अभियान जारी रहेंगे.
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पीएसके/केआर
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