अमृतसर, 24 अप्रैल . जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद देशभर में आक्रोश की लहर है. इसी के मद्देनजर भारत सरकार ने अटारी-वाघा बॉर्डर को लेकर बड़ा फैसला लिया है. अब यहां केवल रिट्रीट सेरेमनी आयोजित की जाएगी, जबकि अन्य सभी गतिविधियों पर रोक लगा दी गई है. सरकार के इस फैसले को सुरक्षा कारणों से आवश्यक बताया गया है और कहा गया है कि हाल की घटनाओं को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाया गया है.
अटारी बॉर्डर पर आए पर्यटकों ने भी इस फैसले का समर्थन किया है. महाराष्ट्र से अमृतसर घूमने आए शिवाजी दवे ने बताया कि वे कुल नौ लोग हैं और पंद्रह दिनों के टूर पर आए हैं. वे वाघा बॉर्डर पर रिट्रीट सेरेमनी देखने पहुंचे थे लेकिन वहां पहुंचने पर पता चला कि कार्यक्रम रद्द कर दिया गया है. उन्होंने कहा, “यह बहुत दुखद है कि पहलगाम में नाम पूछकर निर्दोष लोगों की हत्या की गई. सरकार ने जो फैसले लिए हैं, वे जरूरी हैं.”
महाराष्ट्र के ही नांदेड़ से आए गजानन वोटके ने कहा, “हम अमृतसर घूमने आए थे और अटारी जाने की योजना बनाई थी. यहां पहुंचने पर पता चला कि आतंकी घटना की वजह से कार्यक्रम रद्द कर दिया गया है. यह निराशाजनक है, लेकिन सरकार की ओर से उठाए गए कदम समझदारी भरे हैं.”
एक अन्य पर्यटक ने कहा, “हम वाघा-अटारी बॉर्डर का कार्यक्रम देखने आए थे लेकिन यहां पहुंचने के बाद बंद होने की जानकारी मिली. समाचारों से हमें हमले की जानकारी मिली, जो बेहद दुखद है. हम मोदी सरकार के साथ हैं और उनके द्वारा लिए गए फैसले पूरी तरह उचित हैं.”
भारत सरकार ने पाकिस्तान के नागरिकों को जारी किए गए वीजा तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिए हैं और उन्हें 48 घंटे के भीतर भारत छोड़ने का आदेश दिया गया है. वहीं, भारतीय नागरिकों के पाकिस्तान जाने के वीजा भी रद्द कर दिए गए हैं.
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पीएसएम/केआर
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