New Delhi, 11 अगस्त . Monday को जारी एक रिपोर्ट में कहा गया है कि जुलाई में भारत के सौदों के क्षेत्र में 227 लेनदेन दर्ज किए गए, जिनका मूल्य 16.4 अरब डॉलर था. यह वृद्धि विलय और अधिग्रहण (एमएंडए) गतिविधियों और पूंजी बाजार निर्गमों में वृद्धि के कारण हुई.
व्यावसायिक सलाहकार फर्म ग्रांट थॉर्नटन भारत की रिपोर्ट के अनुसार, पूंजी बाजार सौदों को छोड़कर, सौदों की संख्या मासिक आधार पर 169 से बढ़कर 200 हो गई, और सौदों के मूल्य में 115 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि हुई, जो 4.2 अरब डॉलर से बढ़कर 9.1 अरब डॉलर हो गई.
इस महीने के दौरान, एक अरब डॉलर से अधिक मूल्य के तीन सौदे और 10 करोड़ डॉलर से अधिक मूल्य के 15 बड़े सौदे हुए, जो विभिन्न क्षेत्रों में निवेशकों के मजबूत विश्वास को दर्शाता है.
ग्रांट थॉर्नटन के भारत में पार्टनर (ग्रोथ) शांति विजेता ने कहा, “जुलाई में घरेलू और आउटबाउंड दोनों क्षेत्रों में उच्च-मूल्य वाले लेनदेन के कारण सौदों की गतिविधियों में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई. अरबों डॉलर के विलय एवं अधिग्रहण (एमएंडए) गतिविधियों में वृद्धि, साथ ही तेजी से बढ़ते पूंजी बाजार और रणनीतिक द्वितीयक निकासी से संकेत मिलता है कि यह गति वर्ष की दूसरी छमाही में भी जारी रहने की संभावना है.”
विलय एवं अधिग्रहण क्षेत्र में, 7 अरब डॉलर मूल्य के 83 सौदे दर्ज किए गए, जो मात्रा में 41 प्रतिशत और मूल्य में क्रमिक रूप से 340 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाते हैं. उच्च मूल्य वाले घरेलू और विदेशी लेनदेन के कारण यह उछाल आया. रिपोर्ट में कहा गया है कि महीने का सबसे उल्लेखनीय लेनदेन जेएसडब्ल्यू पेंट्स लिमिटेड द्वारा अक्ज़ो नोबेल इंडिया लिमिटेड में 75 प्रतिशत हिस्सेदारी का अधिग्रहण था, जिसका मूल्य 1.5 अरब डॉलर था.
रिटेल और उपभोक्ता वस्तु क्षेत्र ने सौदों की मात्रा (22 प्रतिशत हिस्सेदारी) में अग्रणी स्थान हासिल किया, जिसमें 100 डॉलर से अधिक के चार सौदों के कारण मूल्य में 5.4 गुना वृद्धि हुई. आईटी और आईटीईएस क्षेत्रों में सौदों की मात्रा तीन गुना बढ़ गई, क्योंकि मूल्य में 7.7 गुना वृद्धि हुई, जिसका प्रमुख कारण डेटा एनालिटिक्स और एआई फर्मों में मजबूत रुचि थी.
इसमें आगे कहा गया है कि विलय एवं अधिग्रहण में पुनरुत्थान, कॉर्पोरेट्स के बीच बढ़ते बोर्डरूम विश्वास और रणनीतिक इरादे का संकेत देता है, जो वर्ष की दूसरी छमाही में सौदेबाजी के लिए एक मजबूत आधार तैयार करता है.
इस महीने 10 आईपीओ ने सामूहिक रूप से 2.6 अरब डॉलर और 17 योग्य संस्थागत प्लेसमेंट (क्यूआईपी) ने 4.8 अरब डॉलर जुटाए. पूंजी बाजार की गतिविधियों में वृद्धि हुई, जिससे विलय एवं अधिग्रहण (एमएंडए) और पीई सौदों के प्रवाह को बल मिला और कॉर्पोरेट धन उगाहने की रणनीतियों में सकारात्मक बदलाव का संकेत मिला.
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जीकेटी/
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