अयोध्या, 24 अगस्त . अयोध्या राजसदन के मुखिया और श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के ट्रस्टी विमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र (राजा साहब) का Saturday रात 11 बजे निधन हो गया. 75 वर्षीय राजा साहब के निधन की खबर से प्रदेश में शोक की लहर दौड़ गई. वहीं, उनके निधन पर Chief Minister योगी आदित्यनाथ ने गहरा दुख व्यक्त किया है.
Chief Minister योगी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ”राजसदन के मुखिया विमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र का निधन अत्यंत दुखद है. मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं. प्रभु श्रीराम से प्रार्थना है कि दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान तथा परिजनों को यह दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें.”
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने एक्स पर लिखा, ”श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य तथा राज सदन अयोध्या के मुखिया राजा विमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र ‘पप्पू भैया जी’ के असामयिक निधन का समाचार अत्यंत दुःखद है. इस दु:खद घड़ी में मेरी गहन संवेदनाएं शोकाकुल परिजनों के साथ हैं. प्रभु श्रीराम जी से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें तथा परिजनों को इस अपार दुःख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें.”
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने एक्स पर लिखा, ”श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य तथा राज सदन अयोध्या के मुखिया राजा विमलेंद्र प्रताप मोहन मिश्र ‘पप्पू भैया जी’ का असामयिक निधन अत्यंत दुःखद एवं पीड़ादायक है. श्रीहरि जी से प्रार्थना है कि पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें तथा परिजनों को इस अपार दुःख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें.”
राजसदन के मुखिया विमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र के भाई शैलेन्द्र मोहन मिश्र ने बताया कि Saturday रात अचानक उनका ब्लड प्रेशर गिर गया, जिससे उनकी तबीयत खराब हो गई. डॉक्टर को तत्काल बुलाया गया.लेकिन, उन्हें बचाया नहीं जा सका. राजा साहब ने अपने निवास राज सदन में अंतिम सांस ली. पिछले वर्ष ही उनकी पत्नी का निधन हुआ था. विमलेंद्र प्रताप धर्म सेतु वक्फ के चेयरमैन एवं महाराजा इंटर कॉलेज व महाराजा पब्लिक स्कूल समेत कई अन्य संस्थानों के भी संस्थापक न्यासी थे. वह अपने पीछे भरा-पूरा परिवार छोड़ गए. उनके बेटे यतीन्द्र मिश्र कवि-लेखक व साहित्यकार हैं और प्रसार भारती के सलाहकार भी हैं.
विमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र न केवल अयोध्या के राजघराने के सम्मानित मुखिया थे, बल्कि श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन से भी गहराई से जुड़े रहे. उन्हें अयोध्या की सांस्कृतिक व धार्मिक पहचान का महत्वपूर्ण स्तंभ माना जाता था. राजा साहब के निधन से न केवल अयोध्या, बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश के राजनीतिक और सामाजिक गलियारों में गम का माहौल है. कई मंत्री व जनप्रतिनिधियों के अयोध्या पहुंचने की सूचना है.
अयोध्या में राजवंश परिवार के मौजूदा राजा के रूप में विमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र अयोध्या के लोगों के बीच राजा साहब के रूप में जाने जाते थे. वह अयोध्या रामायण मेला संरक्षक समिति के सदस्य भी थे. उन्होंने 2009 के Lok Sabha चुनाव में फैजाबाद संसदीय सीट से बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ा था, लेकिन जीत नहीं सके थे.
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विकेटी/एसके
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