नई दिल्ली, 22 अप्रैल . ऑस्ट्रेलिया ने मंगलवार को उन दावों को ‘गलत’ करार दिया जिनमें कहा गया था कि कुछ खास भारतीय राज्यों के विश्वविद्यालय छात्रों के आवेदनों पर प्रतिबंध लगाया जा रहा है.
नई दिल्ली स्थित ऑस्ट्रेलियाई उच्चायोग के प्रवक्ता ने मंगलवार को कहा, “यह दावा कि विशिष्ट भारतीय राज्यों के यूनिवर्सिटी छात्रों के आवेदनों पर प्रतिबंध लगाया जा रहा है या उन्हें सीमित किया जा रहा है, गलत है.”
प्रवक्ता ने कहा, “वर्तमान में ऑस्ट्रेलिया में 1,25,000 से अधिक भारतीय छात्र पढ़ाई कर रहे हैं – जो किसी भी देश से छात्रों का दूसरा सबसे बड़ा समूह है. आस्ट्रेलियाई सरकार हमारे वैश्विक मानकों के अनुरूप भारतीय छात्र वीजा आवेदनों पर कार्रवाई जारी रखे हुए है.”
उन्होंने कहा, “भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच शिक्षा के क्षेत्र में मजबूत संबंध बने हुए हैं. ऑस्ट्रेलिया भारतीय छात्रों को बहुत महत्व देता है. ऑस्ट्रेलियाई सरकार हमारी कक्षाओं और ऑस्ट्रेलियाई समाज में उनके योगदान का स्वागत करती है.”
हाल ही में कुछ रिपोर्टों में कहा गया था कि कई ऑस्ट्रेलियाई विश्वविद्यालयों ने व्यापक कार्रवाई के तहत छह भारतीय राज्यों से आने वाले छात्र वीजा आवेदनों पर रोक लगा दी.
ऑस्ट्रेलिया-भारत शिक्षा साझेदारी द्विपक्षीय संबंधों का एक महत्वपूर्ण स्तंभ है.
कैलेंडर वर्ष 2023 तक, ऑस्ट्रेलियाई प्रदाताओं के पास 126,487 भारतीय छात्र नामांकित थे. यह संख्या ऑस्ट्रेलिया के अंतरराष्ट्रीय छात्र नामांकन का लगभग 16 प्रतिशत है.
ऑस्ट्रेलिया ने संस्थागत सहयोग बढ़ाकर, अधिक अनुसंधान सहयोग को सुविधाजनक बनाकर भारत के साथ द्विपक्षीय शिक्षा संबंध को मजबूत करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की है.
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एमके/
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