कटनी, 21 अप्रैल . पानी के बिना जीवन की कल्पना भी मुश्किल है, लेकिन सोचिए, अगर हर दिन की शुरुआत ही एक-एक बूंद पानी के लिए संघर्ष से हो, तो जिंदगी कैसी होगी? मध्य प्रदेश के कटनी जिले का एक गांव आज भी इसी दर्द को जी रहा है. चट्टानों से टपकती हर बूंद, हर सांस की कीमत चुकानी पड़ती है. यहां के लोग पीढ़ियों से खाई में उतर कर, मौत से जंग लड़ते हुए पानी इकट्ठा कर रहे हैं और हालात इतने खराब हैं कि लोग यहां अपनी बेटियों का ब्याह भी करने से कतराते हैं.
कटनी जिले से महज 65 किलोमीटर दूर, बहोरीबंद ब्लॉक के रीठी जनपद में बसा खुसरा गांव, जहां सदियों से पानी की तलाश में जिंदगी थम सी गई है. गांव के बीच एक खाई है, जहां चट्टानों से टपकती बूंदों को सहेज कर ग्रामीण अपनी प्यास बुझाते हैं.
हर सुबह गांव की महिलाएं और बच्चे जान हथेली पर लेकर उस खतरनाक खाई तक जाते हैं. सिर पर भारी बर्तन, पैरों में कांटे और आंखों में केवल एक ही उम्मीद- कुछ बूंदें पानी की.
बुजुर्ग महिला बताती हैं कि जब मैं पचास साल पहले इस गांव में ब्याह कर आई थी, तब भी यही हाल था और आज भी कुछ नहीं बदला. बच्चे बड़े हो गए, लेकिन ये पानी की परेशानी वैसी की वैसी है.
पानी की यह त्रासदी अब खुसरा गांव की पहचान बन चुकी है. गांव के बुजुर्ग बताते हैं कि बचपन से ही उन्होंने अपनों को खाई से पानी लाते देखा है. युवाओं के सपने इस प्यास में दम तोड़ चुके हैं. कई नौजवान अब तक अविवाहित हैं, क्योंकि कोई पिता अपनी बेटी को ऐसे गांव में नहीं देना चाहता, जहां पानी भी नसीब नहीं है.
बुजुर्ग ग्रामीण गणेश सिंह ने कहा, “नेता लोग चुनाव के टाइम आते हैं, वादा करते हैं, लेकिन काम कोई नहीं करता. पानी के बिना कुछ नहीं है, न खेती, न शादी. लड़की वाले कहते हैं कि पानी नहीं है तो बेटी नहीं देंगे.”
गर्मी के दिनों में हालात और भी बदतर हो जाते हैं. पानी की तलाश में ग्रामीणों को जंगल से होकर गुजरना पड़ता है, जहां जंगली जानवर जैसे बाघ और चीते भी पानी पीने आते हैं. कई बार महिलाएं जानवरों को देख पहाड़ पर चढ़कर जान बचाती हैं और फिर वही संघर्ष शुरू होता है.
गांव की युवती आरती बताती हैं, “सुबह चार बजे से पानी लेने के लिए लाइन में खड़ी हूं, अब जाकर नंबर आया है. दस साल से पानी भर रही हूं, लेकिन कुछ नहीं बदला. इसी वजह से पढ़ाई भी छूट गई.”
एक अन्य बुजुर्ग ग्रामीण बताते हैं कि पानी की किल्लत है. खेती नहीं होती, बच्चे स्कूल नहीं जा पाते . जैसे-तैसे जीते हैं. एक-दो घंटे लाइन में लगो, तब कहीं पानी मिलता है.
–
डीएससी/
The post first appeared on .
You may also like
सुहागरात पर दुल्हन ने कर दिया संबंध बनाने से इंकार, बजह पूछने पर पति हैरान, जानिए चौंका देने वाला मामला ι
LPG Price Cut Expected on May 1? Big Relief Likely for Consumers Amid Inflation Surge
छोटी बच्ची से एक साथ 5 मुस्लिमों ने किया गैंगरेप, मुसलमानों की हैवानियत जानकर रो पड़ेंगे▫ ι
6 महीने से एकदम सुनसान पड़ा हुआ था मकान. एक दिन जब खोलकर देखा फ्रिज तो उसके अंदर था कुछ ऐसा कि उड़ गए होश ι
खूबसूरत युवती को देखकर मचल गया डिलीवरी बॉय का दिल, हाथ पकड़कर बोला- तुम बहुत सुंदर हो फिर जो हुआ जानकर उड़ जायेंगे होश ι