लाइव हिंदी खबर :- अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने रूस के राष्ट्रपति पुतिन को एक कागजी शेर बताया है। उन्होने कहा कि अमेरिकी सेना अफगानिस्तान में 20 साल तक रही। इस दौरान तालिबानियों से लडते हुए सिर्फ दो हजार अमेरिकी सैनिक मारे गये।
वहीं पुतिन ने अपने पडोसी देश यूक्रेन से लडते हुए दो साल में लाखों सैनिकों को मार डाला। इसके बाद उन्होने रूस को चेतावनी देते हुए कहा कि शुक्र मनाओ कि यूरोप इस युद्ध में शामिल नहीं हुआ। उनके इस बयान का इशारा था कि यदि यूरोप रूस-यूक्रेन की जंग में शामिल होता तो आज इस जंग का नजारा कुछ अलग ही होता। हालात भयावह हो जाते।
ट्रंप का यह बयान एक तरफ रूस की युद्ध रणनीति पर प्रहार है। वहीं दूसरी ओर यूरोप की सावधानीपूर्ण भूमिका की सराहना भी है। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि लंबी अवधि के युद्ध में अमेरिका ने अपेक्षाकृत कम हानि झेली जबकि रूस ने अपने ही सैनिकों और पड़ोसी देशों को भारी तबाही की ओर धकेल दिया।
You may also like
उपजिलाधिकारियों ने सड़क डामरीकरण का किया निरीक्षण
पौड़ी में तीन गांवों से शहीदों के आंगन से संग्रहीत की मिट्टी
हाय रे किस्मत! जिस मैच के लिए छोड़ी बहन की शादी, उसमें पहली ही गेंद पर 0 पर आउट हुए अभिषेक शर्मा
क्या फैमिली ऑफिस चला रहे हैं शेयर बाजार, SEBI अब खोलेगा हर राज
कांतारा: चैप्टर 1 ने हिंदी में पहले दिन 17.50 करोड़ रुपये कमाए