जयपुर: डायरेक्टर अनंत महादेवन की अपकमिंग फिल्म 'फुले' पर फिल्ममेकर अनुराग कश्यप की ओर से टिप्पणी किए जाने के बाद विवाद खड़ा हो गया है। दरअसल, फिल्म पर सेंसर बोर्ड की ओर से कैंची चलाए जाने के बाद इस मामले में अनुराग कश्यप ने सोशल मीडिया पर अपनी भड़ास निकाली थी। इस दौरान उन्होंने ब्राह्मण के खिलाफ अभद्र कमेंट किए, जिसके बाद देशभर में उनका विरोध हो रहा है। लोगों ने उनके खिलाफ पुलिस में FIR दर्ज कराई है। जयपुर में भी अनुराग कश्यप के खिलाफ ब्राह्मण समाज के लोगों ने थाने में शिकायत दर्ज कराई है। अंतर्राष्ट्रीय ब्राह्मण महासंघ के युवा अध्यक्ष केशव दाधीच और अन्य लोग इस मामले में बजाज नगर थाने में शिकायत दी है। विरोध के बीच लोग यह सवाल भी खोज रहे हैं कि अनुराग कश्यप खुद किस जाति से आते हैं? इस रिपोर्ट के जरिए जानिए। जिस जयपुर में केस दर्ज, वहीं बताई थी अपनी जाति उल्लेखनीय है कि अनुराग कश्यप के खिलाफ जिस जयपुर शहर में केस दर्ज हुआ है। वहां ही उन्होंने 7 साल पहले अपने पूरा नाम और जाति के बारे में जानकारी दी थी। दरअसल, साल 2018 में अनुराग कश्यप जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में शिरकत करने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने अपने नाम से 'सिंह' शब्द हटाने की वजह बताई थी। बताया था असली नाम अनुराग कश्यप ने इस दौरान ऑर्थर, सेंसर बोर्ड की मेंबर वाणी त्रिपाठी टिक्कू के साथ बातचीत के दौरान बताया था कि उनके पिता ने सरनेम सिंह को इमरजेंसी के दौरान हटा दिया था। अनुराग कश्यप ने इस दौरान बताया कि उस दौरान में नाम के पीछे 'सिंह' लगाना काफी परेशानी भरा हो गया था। पिता ने इसी डर से नाम से सिंह शब्द हटाकर कश्यप जोड़ दिया। इसके पीछे और क्या वजह रही, यह तो मेरे पिता ही बता सकते हैं। कश्यप ने बताया कि 1978 तक उनका असल नाम रिंकू सिंह था। बता दें कि इंदिरा गांधी के प्रधानमंत्री कार्यकाल के दौरान देश में इमरजेंसी लगी थी, यह काल 1975 से लेकर 1977 तक चला था।
अनुराग कश्यप ने किया था यह पोस्ट दरअसल 16 मई को सोशल मीडिया पर अनुराग कश्यप ने अपकमिंग फिल्म 'फुले' को लेकर एक ट्वीट किया था। सेंसर बोर्ड की ओर से फिल्म में बदलाव किए जाने के मामले में अपनी बात रखते हुए कश्यप ने लिखा था कि 'उनकी जिंदगी का पहला नाटक ज्योतिबा और सावित्री बाई फुले पर था। उन्होंने सवाल करते लिखा था कि अगर देश में जातिवाद ना होता तो ज्योतिबा फुले और उनकी पत्नी को लड़ने की क्या जरूरत थी? अनुराग ने आगे लिखा था कि अब ये लोग कौन हैं, जिन्हें अब शर्म आ रही है या फिर वो शर्म में मरे जा रहे हैं। जातिवाद है या नहीं ?अनुराग कश्यप ने ‘धड़क 2 की स्क्रीनिंग पर भी सेंसर बोर्ड को घेरा। उन्होंने लिखा कि सेंसर बोर्ड 'धड़क-2' की स्क्रीनिंग के समय बोला था कि 'मोदी जी ने इंडिया में कास्ट सिस्टम खत्म कर दिया है। उसी आधार पर 'संतोष' फिल्म भी इंडिया में रिलीज नहीं हुई। अब ब्राह्मण को समस्या है फुले से। भईया, जब कास्ट सिस्टम ही नहीं है तो काहे का । कौन हो आप? आपकी क्यों सुलग रही है। ब्राह्मण वाद एक्जिस्ट ही नहीं करता क्योंकि मोदी जी के हिसाब से इंडिया में कास्ट सिस्टम नहीं है? ये सब लोग मिलकर सबको बेवकूफ बना रहे हैं। भाई मिलकर डिसाइड कर लो, इंडिया में जातिवाद है या नहीं ? लोगों ने कश्यप की पोस्ट पर किया विरोध अनुराग कश्यप ने जातिवाद, क्षेत्रवाद, नस्लभेद की बात करते हुए इस दौरान ‘पंजाब 95’,‘तीस’,और ‘धड़क 2’ जैसी फिल्मों के अटकने का मुद्दा भी उठाया। साथ ही इस पूरे मामले में प्रधानमंत्री मोदी को भी घेरा। अनुराग कश्यप के इस पोस्ट के बाद जब लोगों ने सोशल मीडिया पर उनके पोस्ट का विरोध किया। इस दौरान अनुराग कश्यप ने ब्राह्मण पर पेशाब कर देने तक की टिप्पणी कर दी। ब्राह्मण के खिलाफ अपमानजनक शब्दों का प्रयोग किए जाने के बाद अनुराग कश्यप के खिलाफ पूरे देश में उनके खिलाफ मुकदमें दर्ज करवाए जा रहे हैं। तंज कर माफी मांगी हालांकि इस पूरे विवाद के बाद अनुराग कश्यप ने तंज कसते हुए माफी मांगी है। अपनी नई पोस्ट में कश्यप ने लिखा है कि 'मैं माफी मांगता हूं लेकिन, अपनी पोस्ट के लिए नहीं बल्कि 'एक लाइन' के लिए, जिसे गलत कंटेस्ट में लिया गया और नफरत फैलाई गई। परिवार, दो, बेटी और कुलीग के आगे कोई एक्शन, भाषण मायने नहीं रखता है, जब उन्हें रेप और जान से मारने की धमकियां मिल रही है। जो खुद को संस्कारी कहते हैं, वही ये सब कर रहे हैं।18 अप्रैल को दोबारा अनुराग कश्यप ने तंज कसते हुए माफी मांग ली। उन्होंने अपनी पोस्ट में आगे लिखा, ‘मेरे परिवार ने ना कुछ कहा है ना कहते हैं। इसलिए अगर मुझसे माफी ही चाहिए तो ये मेरी माफी है। ब्राह्मण लोग औरतों को बख्श दो। इतना संस्कार तो शास्त्रों में भी है, सिर्फ मनुवाद में नहीं है। आप कौन से ब्राह्मण हो तय कर लो। बाकी मेरी तरफ से माफी।’पोस्ट के कैप्शन में कश्यप ने लिखा 'मनुवादियों और गैर संस्कारी ब्राह्मण के लिए माफी'। कौन हैं अनुराग कश्यपमिली जानकारी के अनुसार, अनुराग कश्यप का जन्म उत्तर प्रदेश के गोरखपुर शहर में 10 सितंबर 1972 को हुआ था। उनके पिता का नाम प्रकाश सिंह है। वे उत्तर प्रदेश पावर कार्पोरेशन लिमिटेड में मुख्य अभियंता के पद से रिटायर हुए थे। प्रकाश सिंह वाराणसी के पास सोनभद्र जिले में ओबरा ताप विद्युत गृह में काम करते थे।#फिल्मनिर्माताअनुरागकश्यप जातिवाद के मुद्दे को लेकर विवादों में हैं। उनकी ओर से ब्राहमणों पर टिप्पणी किए जाने के बाद लोग उनका असली नाम और जाति तलाशने में जुटे हैं। इसी बीच उनका जयपुर का वीडियो सामने आया है, जो सुर्खियों में है। pic.twitter.com/8hfPfys0aU
— NBT Rajasthan (@NbtRajasthan) April 20, 2025
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