मल त्याग करना एक नेचुरल प्रोसेस है, जो शरीर के स्वस्थ रहने के लिए बेहद जरूरी है। यह पाचन तंत्र का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होता है, जिससे शरीर से अपशिष्ट पदार्थों को निकालने में मदद मिलती है। इसके अलावा मल त्याग करना स्वस्थ आंत माइक्रोबायोम को बनाए रखने में मदद करता है।
एक स्वस्थ व्यक्ति लगभग हर दिन मल त्याग करता है। इसके अलावा दिन में तीन बार से लेकर सप्ताह में तीन बार तक मल त्याग करना भी सामान्य माना जाता है। लेकिन ऐसे भी कई लोग होते हैं, जो खाना खाने के तुरंत बाद वॉशरूम चले जाते हैं।
लेकिन आखिर ऐसा क्यों होता है और क्या यह सामान्य है? अगर आपके भी यहीं सवाल हैं तो आज इस आर्टिकल में हम आपको इसकी जानकारी देने जा रहे हैं। आइए जानते हैं आखिर भोजन करने के तुरंत बाद वॉशरूम जाना किस बात का संकेत देता है।
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एक दिन में कितनी बार मल त्यागना नॉर्मल है?
मल त्याग करना हर किसी के लिए बेहद जरूरी है,क्योंकि यह हमारे शरीर में विषाक्त पदार्थों के जमा होने से बचाता है। लगभग हर व्यक्ति दिन में एक बार मल त्याग जरूर करता है। लेकिन यदि आप हर दिन शौच नहीं जाते हैं,तो इसका मतलब यह नहीं है कि कोई समस्या है। दिन में तीन बार भी वॉशरूम जाना नॉर्मल है। और अगर आप हफ्ते में तीन बार तक मल त्याग करते हैं तो वो भी सामान्य माना जाता है।
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खाने के तुरंत बाद वॉशरूम जाना क्या सेहतमंद है?
आप कई ऐसे लोगों को जानते होंगे या फिर खुद उस श्रेणी में आते होंगे जो खाना खाने के तुरंत बाद वॉशरूम चले जाते हैं,लेकिन सवाल ये है कि क्या ये सामान्य है या फिर किसी परेशानी का संकेत है?इस बारे में भारतीय मूल के अमेरिकी डॉक्टर सौरभ सेठी का कहना है कि ऐसा होना बेहद सामान्य होता है।
ऐसा क्यों होता है?

डॉ. सेठी ने बताया,ऐसा गैस्ट्रोकोलिक रिफ्लेक्स (Gastrocolic Reflex)नामक चीज के कारण होता है। जब भोजन आपके पेट में पहुंचता है तो यह आपके कोलन को मूव करने का संकेत देता है,जिससे आपको ऐसा महसूस हो सकता है कि आपको जल्दी वॉशरूम जाने की आवश्यकता है।IBSमें यह रिफ्लेक्स अधिक तीव्र हो सकता है।
बचाव के लिए क्या करें?
अगर आपके साथ ऐसा अक्सर हो रहा है तो इन चार टिप्स को आजमा सकते हैं,जो राहत देने का काम करेंगे-
बहुत अधिक न खाएं

अगर आपको खाने के तुरंत बाद वॉशरूम जाना पड़ता है तो कोशिश करें कि छोटे-छोटे हिस्सों में,और अधिक बार भोजन करें।
डाइट में शामिल करें फाइबर रिच फूड्स
अपने भोजन में घुलनशील फाइबर को अधिक शामिल करें,जैसे कि ओट्स और केला। लेकिन पीले के बजाय थोड़ा हरा केला खाएं।
इन खाद्य पदार्थों से बनाएं दूरी
ऐसे खाद्य पदार्थों से बचें जो आपके लक्षणों को ट्रिगर कर सकते हैं,जैसे कि हाई फैट,मसालेदार और कैफीनयुक्त खाद्य पदार्थ।
लो FODMAP डाइट
इसके अलावा कम FODMAP डाइट पर विचार करें जो आईबीएस वाले लोगों की मदद कर सकता है।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें। एनबीटी इसकी सत्यता, सटीकता और असर की जिम्मेदारी नहीं लेता है।
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