लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के उत्तर प्रदेश को 1 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था और वैश्विक औद्योगिक शक्ति बनाने के विजन के अनुरूप इन्वेस्ट यूपी राज्य की निवेश प्रोत्साहन एजेंसी ने अब चाइना+1 रणनीति पर विशेष ध्यान केंद्रित किया है। इससे चीन के विकल्प की तलाश कर रही वैश्विक विनिर्माण कंपनियों को प्रदेश में आकर्षित किया जा सके।
भूराजनीतिक तनावों (जियोपॉलेटिकल टेंशन) और वैश्विक सप्लाई चेन में बदलावों के बीच उत्तर प्रदेश खुद को उच्च मूल्य वाले उद्योगों के लिए एक प्रतिस्पर्धी गंतव्य के रूप में स्थापित कर रहा है। उत्तर प्रदेश के लिए एक रणनीतिक अवसर है, जिससे वह वियतनाम और बांग्लादेश जैसे देशों के समकक्ष एक भरोसेमंद और लागत प्रभावी विनिर्माण स्थल बनकर उभर सकता है।
इस पहल के अंतर्गत इन्वेस्ट यूपी, संयुक्त राज्य अमेरिका, यूरोप और यूनाइटेड किंगडम में वैश्विक रोड शो, गोलमेज (राउंडटेबल) चर्चाएं और रणनीतिक व्यावसायिक संवाद आयोजित कर रही है। इसका उद्देश्य उत्तर प्रदेश की निवेश-अनुकूल नीतियों, क्षेत्रीय क्षमताओं और औद्योगिक तत्परता को वैश्विक दिग्गजों और फॉर्च्यून 500 कंपनियों के समक्ष प्रस्तुत कर बड़े पैमाने पर औद्योगिक निवेश को आकर्षित करना है। इस वैश्विक आउटरीच के तहत न्यूयॉर्क, सैन फ्रांसिस्को, लॉस एंजेल्स, लंदन, पेरिस, फ्रैंकफर्ट, मिलान, एम्स्टर्डम और बर्मिंघम जैसे प्रमुख शहरों में उच्च स्तरीय बी2जी (बिजनेस-टू-गवर्नमेंट) बैठकें और गोलमेज चर्चाएं आयोजित की जाएंगी।
भारतीय दूतावासों और यूएस-इंडिया बिजनेस काउंसिल (यूएसआईबीसी), भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) और भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ (फिक्की ) जैसे प्रमुख व्यापार संघों के सहयोग से आयोजित इन कार्यक्रमों का उद्देश्य वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला के निर्णय निर्माताओं के साथ उत्तर प्रदेश की भागीदारी को सुदृढ़ करना है।
भूराजनीतिक तनावों (जियोपॉलेटिकल टेंशन) और वैश्विक सप्लाई चेन में बदलावों के बीच उत्तर प्रदेश खुद को उच्च मूल्य वाले उद्योगों के लिए एक प्रतिस्पर्धी गंतव्य के रूप में स्थापित कर रहा है। उत्तर प्रदेश के लिए एक रणनीतिक अवसर है, जिससे वह वियतनाम और बांग्लादेश जैसे देशों के समकक्ष एक भरोसेमंद और लागत प्रभावी विनिर्माण स्थल बनकर उभर सकता है।
इस पहल के अंतर्गत इन्वेस्ट यूपी, संयुक्त राज्य अमेरिका, यूरोप और यूनाइटेड किंगडम में वैश्विक रोड शो, गोलमेज (राउंडटेबल) चर्चाएं और रणनीतिक व्यावसायिक संवाद आयोजित कर रही है। इसका उद्देश्य उत्तर प्रदेश की निवेश-अनुकूल नीतियों, क्षेत्रीय क्षमताओं और औद्योगिक तत्परता को वैश्विक दिग्गजों और फॉर्च्यून 500 कंपनियों के समक्ष प्रस्तुत कर बड़े पैमाने पर औद्योगिक निवेश को आकर्षित करना है। इस वैश्विक आउटरीच के तहत न्यूयॉर्क, सैन फ्रांसिस्को, लॉस एंजेल्स, लंदन, पेरिस, फ्रैंकफर्ट, मिलान, एम्स्टर्डम और बर्मिंघम जैसे प्रमुख शहरों में उच्च स्तरीय बी2जी (बिजनेस-टू-गवर्नमेंट) बैठकें और गोलमेज चर्चाएं आयोजित की जाएंगी।
भारतीय दूतावासों और यूएस-इंडिया बिजनेस काउंसिल (यूएसआईबीसी), भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) और भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ (फिक्की ) जैसे प्रमुख व्यापार संघों के सहयोग से आयोजित इन कार्यक्रमों का उद्देश्य वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला के निर्णय निर्माताओं के साथ उत्तर प्रदेश की भागीदारी को सुदृढ़ करना है।
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