पटना: महात्मा गांधी के परपोते तुषार गांधी ने बिहार में बदलाव का आह्वान किया है और आगामी विधानसभा चुनावों में सीपीआई (एमएल) के उम्मीदवार वीरेंद्र गुप्ता का समर्थन करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि यह बदलाव चंपारण से शुरू होना चाहिए, जो वह भूमि है जहां से महात्मा गांधी ने ऐतिहासिक सत्याग्रह की शुरुआत की थी। तुषार गांधी ने राज्य सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि पिछले 20 सालों से 'डबल-इंजन' सरकार सिर्फ बातें कर रही है और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सत्ता में बने रहने के लिए दल बदलते रहते हैं। उन्होंने तेजस्वी यादव के हर घर में एक नौकरी देने के वादे को विश्वसनीय बताया और महागठबंधन की जीत पर जोर दिया।
तुषार गांधी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधते हुए उनके उस बयान को 'विभाजनकारी' बताया, जिसमें उन्होंने कथित तौर पर मुसलमानों को 'गद्दार' कहा था। उन्होंने कहा कि अमित शाह कहते हैं कि उन्हें 'गद्दारों' का वोट नहीं चाहिए, लेकिन नीतीश कुमार मुसलमानों से वोट तो मांगते हैं, पर जब उनके अधिकारों का हनन होता है तो चुप रहते हैं। उन्होंने वक्फ बोर्ड जैसे मुद्दों और एसआईआर में महिलाओं के नाम मतदाता सूची से हटाए जाने पर भी नीतीश कुमार की चुप्पी की आलोचना की।
भगत सिंह की भावना से क्रांति लानी चाहिएतुषार गांधी ने कहा कि सिर्फ 'वोट चोर, गद्दी छोड़' जैसे नारे काफी नहीं हैं। उन्होंने कहा कि जिस भूमि ने उनके परदादाओं को प्रेरित किया, उसे अब भगत सिंह की भावना से क्रांति लानी चाहिए। तभी बिहार असली बदलाव और समृद्धि की ओर बढ़ेगा।
तुषार गांधी ने कहा कि बिहार में सरकार बदलने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि यह बदलाव चंपारण से शुरू होना चाहिए। यह वही चंपारण है जहां से महात्मा गांधी ने सत्याग्रह आंदोलन शुरू किया था। यह संघर्ष की भूमि है और इसे एक बार फिर परिवर्तन का नेतृत्व करना चाहिए।
तेजस्वी के नौकरी के वादे की तारीफ
तुषार गांधी ने ग्रैंड अलायंस का समर्थन किया। उन्होंने तेजस्वी यादव के हर घर में एक नौकरी देने के वादे की तारीफ की। उन्होंने कहा कि यह वादा सच हो सकता है। उन्होंने राहुल गांधी का उदाहरण दिया, जिन्होंने कर्नाटक में छह महीने के अंदर अपने पांच वादे पूरे किए। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव भी ऐसा ही करेंगे।
तुषार गांधी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधते हुए उनके उस बयान को 'विभाजनकारी' बताया, जिसमें उन्होंने कथित तौर पर मुसलमानों को 'गद्दार' कहा था। उन्होंने कहा कि अमित शाह कहते हैं कि उन्हें 'गद्दारों' का वोट नहीं चाहिए, लेकिन नीतीश कुमार मुसलमानों से वोट तो मांगते हैं, पर जब उनके अधिकारों का हनन होता है तो चुप रहते हैं। उन्होंने वक्फ बोर्ड जैसे मुद्दों और एसआईआर में महिलाओं के नाम मतदाता सूची से हटाए जाने पर भी नीतीश कुमार की चुप्पी की आलोचना की।
भगत सिंह की भावना से क्रांति लानी चाहिएतुषार गांधी ने कहा कि सिर्फ 'वोट चोर, गद्दी छोड़' जैसे नारे काफी नहीं हैं। उन्होंने कहा कि जिस भूमि ने उनके परदादाओं को प्रेरित किया, उसे अब भगत सिंह की भावना से क्रांति लानी चाहिए। तभी बिहार असली बदलाव और समृद्धि की ओर बढ़ेगा।
तुषार गांधी ने कहा कि बिहार में सरकार बदलने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि यह बदलाव चंपारण से शुरू होना चाहिए। यह वही चंपारण है जहां से महात्मा गांधी ने सत्याग्रह आंदोलन शुरू किया था। यह संघर्ष की भूमि है और इसे एक बार फिर परिवर्तन का नेतृत्व करना चाहिए।
तेजस्वी के नौकरी के वादे की तारीफ
तुषार गांधी ने ग्रैंड अलायंस का समर्थन किया। उन्होंने तेजस्वी यादव के हर घर में एक नौकरी देने के वादे की तारीफ की। उन्होंने कहा कि यह वादा सच हो सकता है। उन्होंने राहुल गांधी का उदाहरण दिया, जिन्होंने कर्नाटक में छह महीने के अंदर अपने पांच वादे पूरे किए। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव भी ऐसा ही करेंगे।





