नई दिल्ली: फिनटेक स्टार्टअप ग्रो (Groww) ने बुधवार को शेयर बाजार में लिस्टिंग कराई। यह पहली नई पीढ़ी की वेल्थटेक कंपनी है जिसने ऐसा किया है। कंपनी लिस्टिंग वाले दिन ही लोगों को चौंका दिया और निवेशकों ने जबरदस्त मुनाफा कमाया। शेयर शानदार लिस्टिंग के बाद शानदार बढ़त के साथ बंद हुआ। ग्रो और सर्च इंजन गूगल के नाम की कहानी काफी मिलती-जुलती है।
लिस्टिंग के मौके पर कंपनी के को-फाउंडर ललित केशरे ने Groww के शुरुआती दिनों को याद किया और इसके मुख्य मिशन के बारे में बताया। उन्होंने समझाया कि उनका मुख्य लक्ष्य स्टॉक निवेश को ग्राहकों के लिए सरल, पारदर्शी और आनंददायक बनाना था। साथ ही इसे स्मार्टफोन के जरिए आसानी से उपलब्ध कराना भी उनका मकसद था।
पुराने दिनों को किया यादकेशरे ने कहा कि संस्थापकों को भरोसा था कि जब ग्राहकों को यह समझ आएगा कि वे शेयर खरीदकर दौलत कमा सकते हैं, तो वे खुद-ब-खुद जुड़ जाएंगे। उन्होंने कहा, 'मैं अपने शुरुआती समर्थकों का आभारी हूं। हमारे पास टीम नहीं थी। कुछ लोगों ने तब हमारा साथ दिया जब हमारे पास कोई कमाई नहीं थी।'
नाम के पीछे गूगल जैसी कहानीकंपनी के एक और को-फाउंडर हर्ष जैन ने कंपनी की यात्रा और इसकी सफलता में ग्राहकों की भूमिका के बारे में बात की। जैन ने कहा कि ग्रो की शुरुआत एक छोटी टीम, एक तंग ऑफिस और यहां तक कि एक गलत लिखे नाम (जैसा कि कुछ लोग कहते हैं) से हुई थी। यह आज एक जाना-पहचाना नाम बन गया है। उन्होंने कहा कि ग्रो ने आज लाखों लोगों की जिंदगी बदली है और उन्हें प्रेरित किया है और आगे भी ऐसा करता रहेगा।
गूगल के नाम की भी शुरुआत एक गलत स्पेलिंग से हुई थी। गूगल की सही स्पेलिंग Google है। यह नाम एक गलत वर्तनी से आया है, जो कि गणितीय शब्द googol (एक के बाद 100 शून्य) के लिए था। हर्ष जैन के मुताबिक ग्रो (Groww) की शुरुआत भी गलत नाम से हुई। हालांकि वह सही नाम था, उसके बारे में हर्ष जैन ने नहीं बताया।
कैसी रही शेयर मार्केट में शुरुआतGroww के शेयरों ने बाजार में जबरदस्त शुरुआत की। बीएसई पर ये शेयर आईपीओ मूल्य से 14% ऊपर यानी 114 रुपये पर खुले। इसके बाद इसमें काफी तेजी आई। दिन के कारोबार के दौरान यह 134.34 रुपये पर पहुंच गया था। हालांकि एक समय यह 112.02 रुपये तक गिर गया था। लेकिन यह 130.94 रुपये पर बंद हुआ। ऐसे में इसने आईपीओ प्राइस के मुकाबले पहले दिन निवेशकों को करीब 31 फीसदी मुनाफा दिया। वहीं ग्रे मार्केट में इसका जीएमपी बहुत सही नहीं था। ऐसे में शानदार लिस्टिंग और पहले ही दिन जबरदस्त तेजी ने सभी को चौंका दिया।
लिस्टिंग के मौके पर कंपनी के को-फाउंडर ललित केशरे ने Groww के शुरुआती दिनों को याद किया और इसके मुख्य मिशन के बारे में बताया। उन्होंने समझाया कि उनका मुख्य लक्ष्य स्टॉक निवेश को ग्राहकों के लिए सरल, पारदर्शी और आनंददायक बनाना था। साथ ही इसे स्मार्टफोन के जरिए आसानी से उपलब्ध कराना भी उनका मकसद था।
पुराने दिनों को किया यादकेशरे ने कहा कि संस्थापकों को भरोसा था कि जब ग्राहकों को यह समझ आएगा कि वे शेयर खरीदकर दौलत कमा सकते हैं, तो वे खुद-ब-खुद जुड़ जाएंगे। उन्होंने कहा, 'मैं अपने शुरुआती समर्थकों का आभारी हूं। हमारे पास टीम नहीं थी। कुछ लोगों ने तब हमारा साथ दिया जब हमारे पास कोई कमाई नहीं थी।'
नाम के पीछे गूगल जैसी कहानीकंपनी के एक और को-फाउंडर हर्ष जैन ने कंपनी की यात्रा और इसकी सफलता में ग्राहकों की भूमिका के बारे में बात की। जैन ने कहा कि ग्रो की शुरुआत एक छोटी टीम, एक तंग ऑफिस और यहां तक कि एक गलत लिखे नाम (जैसा कि कुछ लोग कहते हैं) से हुई थी। यह आज एक जाना-पहचाना नाम बन गया है। उन्होंने कहा कि ग्रो ने आज लाखों लोगों की जिंदगी बदली है और उन्हें प्रेरित किया है और आगे भी ऐसा करता रहेगा।
गूगल के नाम की भी शुरुआत एक गलत स्पेलिंग से हुई थी। गूगल की सही स्पेलिंग Google है। यह नाम एक गलत वर्तनी से आया है, जो कि गणितीय शब्द googol (एक के बाद 100 शून्य) के लिए था। हर्ष जैन के मुताबिक ग्रो (Groww) की शुरुआत भी गलत नाम से हुई। हालांकि वह सही नाम था, उसके बारे में हर्ष जैन ने नहीं बताया।
कैसी रही शेयर मार्केट में शुरुआतGroww के शेयरों ने बाजार में जबरदस्त शुरुआत की। बीएसई पर ये शेयर आईपीओ मूल्य से 14% ऊपर यानी 114 रुपये पर खुले। इसके बाद इसमें काफी तेजी आई। दिन के कारोबार के दौरान यह 134.34 रुपये पर पहुंच गया था। हालांकि एक समय यह 112.02 रुपये तक गिर गया था। लेकिन यह 130.94 रुपये पर बंद हुआ। ऐसे में इसने आईपीओ प्राइस के मुकाबले पहले दिन निवेशकों को करीब 31 फीसदी मुनाफा दिया। वहीं ग्रे मार्केट में इसका जीएमपी बहुत सही नहीं था। ऐसे में शानदार लिस्टिंग और पहले ही दिन जबरदस्त तेजी ने सभी को चौंका दिया।
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