बोकारो: नकली शराब का एपिक सेंटर बोकारो बनता जा रहा है। झारखंड के बोकारो जिले में नकली विदेशी शराब बनाने की बड़ी फैक्ट्री पकड़ी गई है। झारखंड एटीएस, बिहार मद्य निषेध इकाई और पुलिस की जॉइंट टीम की ओर से रविवार को एक बड़ी कार्रवाई में पुलिस ने इस अवैध कारोबार में शामिल 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया। मौके से करीब 17 लाख रुपए मूल्य की अवैध विदेशी शराब, 1,563 लीटर तैयार शराब, 360 लीटर स्प्रिट, दो पैकिंग मशीनें और 13 लग्जरी गाड़ियां जब्त की गई हैं।   
   
   
बिहार आने वाली नकली शराब का एपिक सेंटर बोकारोएसडीपीओ पीके सिंह ने बताया कि छापेमारी जिले के नंदुआ स्थित गोपाल सिंह के मकान में की गई, जहां बड़ी मात्रा में नकली विदेशी शराब का निर्माण और पैकिंग का काम चल रहा था। मौके पर कई धंधेबाजों को रंगे हाथ पकड़ा गया। पुलिस ने वहां से शराब बनाने में इस्तेमाल होने वाले उपकरण, खाली बोतलें, लेबल और रैपर भी बरामद किए। जांच में खुलासा हुआ है कि ये गिरोह झारखंड और बिहार के कई जिलों में नकली विदेशी शराब की सप्लाई करता था। आरोपी सस्ते स्प्रिट में फ्लेवर और रंग मिलाकर नकली ब्रांड तैयार करते थे और उसे महंगे दामों पर बेचते थे।
   
     
ऑडी, सफारी और एंडेवर जैसी कारों से शराब की सप्लाईबताया गया है कि गिरोह का नेटवर्क इतना मजबूत था कि बिहार में शराबबंदी के बावजूद विदेशी शराब की सप्लाई जारी थी। ऑडी, सफारी और एंडेवर जैसी लग्जरी गाड़ियों से शराब की खेप की ढुलाई की जाती थी। गिरफ्तार आरोपियों में सौरभ कुमार सिंह, शिवजी गुप्ता, गणेश गोराई, रितेश कुमार सिंह, उत्तम गोराई, संजीव कुमार, रोहित कुमार, बजरंग स्वर्णकार, विकास कुमार, सन्नी कुमार और चंदन कुमार सिंह शामिल हैं।
   
   
गिरोह का मुख्य सरगना गोपाल सिंह फिलहाल फरारगिरोह का मुख्य सरगना गोपाल सिंह फिलहाल फरार है। पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम गठित की है। गिरोह से जुड़े अन्य लोगों की पहचान की जा रही है। यह छापेमारी चीरा चास थाना प्रभारी चंदन कुमार दुबे के नेतृत्व में की गई, जिसमें झारखंड एटीएस और बिहार मद्य निषेध इकाई की टीमों ने अहम भूमिका निभाई।
इनपुट-आईएएनएस
  
बिहार आने वाली नकली शराब का एपिक सेंटर बोकारोएसडीपीओ पीके सिंह ने बताया कि छापेमारी जिले के नंदुआ स्थित गोपाल सिंह के मकान में की गई, जहां बड़ी मात्रा में नकली विदेशी शराब का निर्माण और पैकिंग का काम चल रहा था। मौके पर कई धंधेबाजों को रंगे हाथ पकड़ा गया। पुलिस ने वहां से शराब बनाने में इस्तेमाल होने वाले उपकरण, खाली बोतलें, लेबल और रैपर भी बरामद किए। जांच में खुलासा हुआ है कि ये गिरोह झारखंड और बिहार के कई जिलों में नकली विदेशी शराब की सप्लाई करता था। आरोपी सस्ते स्प्रिट में फ्लेवर और रंग मिलाकर नकली ब्रांड तैयार करते थे और उसे महंगे दामों पर बेचते थे।
ऑडी, सफारी और एंडेवर जैसी कारों से शराब की सप्लाईबताया गया है कि गिरोह का नेटवर्क इतना मजबूत था कि बिहार में शराबबंदी के बावजूद विदेशी शराब की सप्लाई जारी थी। ऑडी, सफारी और एंडेवर जैसी लग्जरी गाड़ियों से शराब की खेप की ढुलाई की जाती थी। गिरफ्तार आरोपियों में सौरभ कुमार सिंह, शिवजी गुप्ता, गणेश गोराई, रितेश कुमार सिंह, उत्तम गोराई, संजीव कुमार, रोहित कुमार, बजरंग स्वर्णकार, विकास कुमार, सन्नी कुमार और चंदन कुमार सिंह शामिल हैं।
गिरोह का मुख्य सरगना गोपाल सिंह फिलहाल फरारगिरोह का मुख्य सरगना गोपाल सिंह फिलहाल फरार है। पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम गठित की है। गिरोह से जुड़े अन्य लोगों की पहचान की जा रही है। यह छापेमारी चीरा चास थाना प्रभारी चंदन कुमार दुबे के नेतृत्व में की गई, जिसमें झारखंड एटीएस और बिहार मद्य निषेध इकाई की टीमों ने अहम भूमिका निभाई।
इनपुट-आईएएनएस
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