नई दिल्ली : संसद के मॉनसून सत्र में सरकार और विपक्ष में गतिरोध बरकरार है। मंगलवार को संसद के ऊपरी सदन में बीजेपी सांसद जेपी नड्डा ने सदन की कार्यवाही में बाधा डालने को लेकर विपक्ष की आलोचना की। जेपी नड्डा ने कहा कि विपक्ष का हंगामा नियमों के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि विपक्ष सदन को नहीं चलने दे रहा है। बीजेपी सांसद ने स्पष्ट रूप से कहा कि विपक्ष में सच्चाई सुनने की ताकत नहीं है। इसके साथ ही नड्डा ने विपक्षी दलों को नसीहत भी दे दी।
मेरे से ट्यूशन ले लो...बता दूंगा
राज्यसभा में बीजेपी के नेता जेपी नड्डा के भाषण के दौरान विपक्षी दलों के सांसदों का हंगामा और टोकाटोकी जारी रही। इस पर नड्डा ने कहा कि मैं 40 साल से ऑपोजिशन में रहा हूं, कुछ मेरे से ट्यूशन ले लो, मैं बता दूंगा कि विरोध कैसे किया जाता है। अभी तो नए-नए हो... अभी 10 साल ही हुए हैं। अभी 30-40 साल रहना हैविपक्षी सदस्यों की तरफ से लगातार तानाशाही बंद करो... के नारेबाजी हो रही थी। इस पर नड्डा ने कहा कि सच्चाई सुनने की ताकत नहीं होती तो ये ही शब्द निकलते हैं।
जेटली का जिक्र कर बताया विरोध कैसे?
नड्डा ने सदन की कार्यवाही को लेकर राज्यसभा के उपसभापति के बयान का जिक्र किया। उन्होंने सदन की कार्यवाही में बाधा डालने वाले सांसदों का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि यहां जब मैं भाषण दे रहा हूं और बगल में कोई आकर नारेबाजी करेगा तो यह लोकतांत्रिक नहीं है। यह सदन में काम करने का तरीका नहीं होता। नड्डा ने सदन में गतिरोध को लेकर विपक्ष की तरफ से अरुण जेटली की बात का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि इसके बहुत से तरीके हैं। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में यदि आप लाठी भांज रहे हैं और आपकी लाठी मेरी नाक को लग जाती है तब आपका लोकतंत्र खत्म हो जाता है।
मेरे से ट्यूशन ले लो...बता दूंगा
राज्यसभा में बीजेपी के नेता जेपी नड्डा के भाषण के दौरान विपक्षी दलों के सांसदों का हंगामा और टोकाटोकी जारी रही। इस पर नड्डा ने कहा कि मैं 40 साल से ऑपोजिशन में रहा हूं, कुछ मेरे से ट्यूशन ले लो, मैं बता दूंगा कि विरोध कैसे किया जाता है। अभी तो नए-नए हो... अभी 10 साल ही हुए हैं। अभी 30-40 साल रहना हैविपक्षी सदस्यों की तरफ से लगातार तानाशाही बंद करो... के नारेबाजी हो रही थी। इस पर नड्डा ने कहा कि सच्चाई सुनने की ताकत नहीं होती तो ये ही शब्द निकलते हैं।
जेटली का जिक्र कर बताया विरोध कैसे?
नड्डा ने सदन की कार्यवाही को लेकर राज्यसभा के उपसभापति के बयान का जिक्र किया। उन्होंने सदन की कार्यवाही में बाधा डालने वाले सांसदों का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि यहां जब मैं भाषण दे रहा हूं और बगल में कोई आकर नारेबाजी करेगा तो यह लोकतांत्रिक नहीं है। यह सदन में काम करने का तरीका नहीं होता। नड्डा ने सदन में गतिरोध को लेकर विपक्ष की तरफ से अरुण जेटली की बात का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि इसके बहुत से तरीके हैं। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में यदि आप लाठी भांज रहे हैं और आपकी लाठी मेरी नाक को लग जाती है तब आपका लोकतंत्र खत्म हो जाता है।
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