कानपुर: यूपी के कानपुर में करीब 15 सालों तक तैनात रहे सीओ ऋषिकांत शुक्ला पर 200 से 300 करोड़ रुपये की अवैध संपत्ति बनाने का आरोप लगा है। वकील सौरभ भदौरिया ने सीओ के खिलाफ आवाज उठाई है। उनकी शिकायत पर विजिलेंस जांच के आदेश दिए गए हैं और सीओ को सस्पेंड कर दिया गया है। सौरभ भदौरिया ने ऋषिकांत शुक्ला की अवैध संपत्ति को लेकर ऐसे दावे किए हैं जिसे जानकर आप दंग रह जाएंगे।
एक न्यूज चैनल से बातचीत में सौरभ भदौरिया ने आरोप लगाया- 'सीओ ऋषिकांत शुक्ला ने एसओजी में रहते हुए ठेकेदारी और जमीन कब्जाने से यह संपत्ति जुटाई। उन्होंने कानपुर में ही नौकरी का ज्यादातर साल काटा है। उनके पास 200 से 300 करोड़ की बेनामी संपत्ति है। इसमें से हमने 100 करोड़ संपत्ति के सबूत विजिलेंस को सौंपे है। बाकी के कागज भी हम जुटा रहे हैं। गोवा से लेकर नोएडा और चंडीगढ़ समेत कई शहरों में इनकी बेनामी संपत्तियां हैं। इसके अलावा यूपी के कई जिलों में भी इन्होंने प्रॉपर्टी बना रखी है।
'92 करोड़ की प्रॉपर्टी पैन कार्ड से जुड़ी है'वकील सौरभ भदौरिया का दावा है कि सीओ शुक्ला की जहां भी तैनाती रही, इन्होंने लोगों को बुलाकर ठेकेदार शुरू कर दी। जमीनों पर अवैध कब्जा शुरू कर दिया। हमने पुख्ता साक्ष्यों के साथ इनकी शिकायत की है। 92 करोड़ की संपत्ति इनके पैन कार्ड से जुड़ी हुई है। आठ करोड़ की संपत्ति और है। उसके सबूत भी जल्द दे दिया जाएगा। कानपुर के आर्यनगर में उनकी 11 दुकानें मिली हैं। इसके साक्ष्य भी उपलब्ध करा दिए गए हैं।'
'सीओ के बेटे ने अखिलेश दुबे के साथ मिलकर 33 कंपनियां बनाईं'वकील ने आगे कहा- 'इन्होंने बीघापुर उन्नाव में अन्य बिल्डरों के साथ मिलकर काफी संपत्तियां बनाई हैं। ये बीघापुर सीओ भी रहे हैं। ये एसओजी में भी रहे हैं। फतेहपुर समेत कई जिलों में इन्होंने प्रॉपर्टी बनाई है। इसके सबूत भी हम जल्द एसआईटी का दे देंगे। आगे जांच करना एसआईटी का काम है। हम विजिलेंस को भी सारे सबूत देंगे। इनका सिर्फ निलंबन ही नहीं होना चाहिए इनको बर्खास्त किया जाना चाहिए। इन पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम का मुकदमा दर्ज होना चाहिए। सीओ के लड़के विशाल शुक्ला ने अधिवक्ता अखिलेश दुबे साथ 33 कंपनियां बनाकर काम किया है। इस काम में दो से तीन सीओ और शामिल हैं।'
विजिलेंस जांच के बाद लिया जाएगा एक्शनइस पूरे मामले की नजाकत को देखते हुए अपर पुलिस महानिदेशक (प्रशासन) की संस्तुति पर अब विजिलेंस जांच शुरू की जा रही है। फिलहाल, ऋषिकांत शुक्ला मैनपुरी जिले में सीओ पद पर तैनात थे, उन्हें निलंबित कर दिया गया है। विजिलेंस जांच पूरी होने के बाद ही आगे की कानूनी और सख्त कार्रवाई तय की जाएगी।
अपनी जान को खतरा बता चुके हैं सौरभ भदौरियाआपको बता दें कि कुछ दिन पहले पूर्व आईपीएस और आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने गृहमंत्री को भेजी शिकायत में दावा किया था कि शिकायतकर्ता वकील सौरभ भदौरिया की जान को खतरा है। ठाकुर के मुताबिक, भदौरिया उनके पुराने परिचित हैं। भदौरिया ने उनको बताया कि उन्हें और उनके परिवार को गंभीर खतरा है। भदौरिया ने अपने साथ कोई भी घटना हो जाने की आशंका व्यक्त की है। अमिताभ ठाकुर ने गृहमंत्री से इस मामले का स्वयं संज्ञान लेकर सीबीआई जांच की बात कही है।
You may also like

Harnaut Voting Live: सीएम नीतीश कुमार के पैतृक क्षेत्र में जेडीयू की प्रतिष्ठा दांव पर, यहां जानें वोटिंग का लाइव अपडेट

Raghunathpur Election Live: बाहुबल की विरासत का इम्तिहान, शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा शहाब के उतरने से रघुनाथपुर सीट हॉटस्पॉट; जानें अपडेट

Shankh rakhne ke vastu niyam: क्या हैं घर में शंख रखने के नियम, अगर कर रहे हैं गलतियां तो फिर भुगतने पड़ सकते हैं...

हाय राम! बर्थडे वाले दिन 12 साल के अंश की उठी अर्थी, जरा सी बात के खौफ से फंदे पर झूल गया मासूम

1936 मेंˈ जन्म और 1936 में ही मौत फिर भी उम्र 70 साल? सबको चकरा देती है ये पहेली﹒




