मुंबई: महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम और शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली यूबीटी पर करारा हमला बोला है। रविवार को शिंदे ने पार्टी के नेता रामकदम और याेगेश कदम पर अरोप लगाए जाने पर यूबीटी को चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि शीशे के घरों में रहने वालों को दूसरों पर पत्थर नहीं फेंकने चाहिए। शिंदे ने कहा कि मैं रामदास कदम को जानता हूं, इसलिए चिंता न करें। जब चुनाव आते हैं, तो कुछ लोग बदनामी का खेल खेलते हैं। चुनाव आते-जाते रहते हैं, लेकिन उन्हें याद रखना चाहिए कि जिनके घर शीशे के होते हैं, उन्हें दूसरों पर पत्थर नहीं फेंकने चाहिए। शिंदे ने गोरेगांव स्थित नेस्को में सिद्धेश कदम की तरफ से आयोजित एक विशेष शिविर यह तीखा हमला बोला।
मराठियों के लिए बन रहे 35 लाख घर
शिंदे ने आरोप लगाने वालों को चेतावनी देते हुए कहा कि उन्हें इस बात का मलाल है कि उन्होंने इतने सालों में मराठी लोगों के लिए कुछ नहीं किया। हमारी सरकार ने मुंबई की सड़कों को पक्का किया है।उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने मुंबई की सड़कों को पक्का किया है। अगले ढाई साल में पूरी मुंबई की सड़कें पक्की हो जाएंगी। उन्होंने उभाठा की आलोचना करते हुए कहा कि सड़कों की मरम्मत नहीं होगी, इसलिए उनका पैसा रुक जाएगा। उन्होंने मराठी लोगों के लिए कुछ नहीं किया। बालासाहेब ठाकरे का सपना था कि मराठी लोगों को 40 लाख घर दिए जाएं। हम इस सपने को आगे बढ़ा रहे हैं। 35 लाख घर बनाने का काम शुरू हो चुका है। मराठी लोगों को उनके हक का घर दिलाने के लिए काम चल रहा है। हम मुंबई से बाहर गए मराठी लोगों को वापस लाने के लिए काम कर रहे हैं।
सोने की चम्मच लेकर पैदा नहीं हुआ
उपमुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि मैं सोने का चम्मच लेकर पैदा नहीं हुआ, लेकिन मैं इसे सभी को देना चाहता हूं। शिंदे ने सिद्धेश कदम, योगेश कदम और रामदास कदम के काम की तारीफ़ करते हुए कहा कि यहां मौजूद नेता शाखा प्रमुख रहे हैं। शाखा न्याय का मंदिर है। शिवसैनिक सालों से वहां लोगों के लिए काम कर रहे हैं। लोगों का मानना है कि उन्हें वहां न्याय मिलता है। शिंदे ने कहा कि लाडली बहन योजना से ढाई करोड़ बहनों को लाभ मिला है और मैं उनका प्यारा भाई बन गया हूं। गौरतलब हो विधान परिषद के नेता विपक्ष अंबादास दानवे के विदाई समारोह के बाद फोटो सेशन में शिंदे और उद्धव का आमना सामना हुआ था, लेकिन दोनों ने एक दूसरे से नजर नहीं मिलाई थी।
मराठियों के लिए बन रहे 35 लाख घर
शिंदे ने आरोप लगाने वालों को चेतावनी देते हुए कहा कि उन्हें इस बात का मलाल है कि उन्होंने इतने सालों में मराठी लोगों के लिए कुछ नहीं किया। हमारी सरकार ने मुंबई की सड़कों को पक्का किया है।उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने मुंबई की सड़कों को पक्का किया है। अगले ढाई साल में पूरी मुंबई की सड़कें पक्की हो जाएंगी। उन्होंने उभाठा की आलोचना करते हुए कहा कि सड़कों की मरम्मत नहीं होगी, इसलिए उनका पैसा रुक जाएगा। उन्होंने मराठी लोगों के लिए कुछ नहीं किया। बालासाहेब ठाकरे का सपना था कि मराठी लोगों को 40 लाख घर दिए जाएं। हम इस सपने को आगे बढ़ा रहे हैं। 35 लाख घर बनाने का काम शुरू हो चुका है। मराठी लोगों को उनके हक का घर दिलाने के लिए काम चल रहा है। हम मुंबई से बाहर गए मराठी लोगों को वापस लाने के लिए काम कर रहे हैं।
सोने की चम्मच लेकर पैदा नहीं हुआ
उपमुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि मैं सोने का चम्मच लेकर पैदा नहीं हुआ, लेकिन मैं इसे सभी को देना चाहता हूं। शिंदे ने सिद्धेश कदम, योगेश कदम और रामदास कदम के काम की तारीफ़ करते हुए कहा कि यहां मौजूद नेता शाखा प्रमुख रहे हैं। शाखा न्याय का मंदिर है। शिवसैनिक सालों से वहां लोगों के लिए काम कर रहे हैं। लोगों का मानना है कि उन्हें वहां न्याय मिलता है। शिंदे ने कहा कि लाडली बहन योजना से ढाई करोड़ बहनों को लाभ मिला है और मैं उनका प्यारा भाई बन गया हूं। गौरतलब हो विधान परिषद के नेता विपक्ष अंबादास दानवे के विदाई समारोह के बाद फोटो सेशन में शिंदे और उद्धव का आमना सामना हुआ था, लेकिन दोनों ने एक दूसरे से नजर नहीं मिलाई थी।
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