मुंबई: रोहित आर्य कथित एनकाउंटर मामले में मुंबई पुलिस की अपराध शाखा अपराध शाखा ने रोहित पर गोली चलाने वाले एपीआई (एनकाउंटर करने वाले)अमोल वाघमारे का शनिवार को डिटेल्स में बयान दर्ज किया है। पुलिस सूतरों ने बताया कि एपीआई वाघमारे से पुलिस ने एनकाउंटर के बारे में किसी अधिकारीन ने आदेश दिया था। वह कितने बजे स्टुडियो घुसे, उन्होंने अंदर क्या देखा और आखिर क्यों गोलियां चलानी पड़ीं। पैर के बदले सीने में ही गोली क्यों मारी जैसे कई सवाल पूछे गए।
क्राइम ब्रांच कर रही जांच
रोहित आर्य केस की जांच अपराध शाखा कर रही हैं। पुलिस सूत्रों ने बताया कि अपराख शाखा ने तीन टीमें बनाई हैं। इनमें से एक टीम पुणे के कोथरूड स्थित स्वरांजलि सोसाइटी में गई हैं। यहां रोहित के अभिभावकों और पड़ोसियों का बयान लेने गई। दूसरी टीम चेंबूर गई, जहां रोहित अपने रिश्तेदार के घर रह रहा था। वहां उसके दोस्तों और मकान मालिक से पूछताछ की। इसके अलावा एक टीम सात से आठ लोगों के बयान को दर्ज की है, जिनमें अधिकतर बच्चों के अभिभावक हैं। अपराध शाखा 8 के जिम्मे किडनैपिंग और हत्या के प्रयास का केस है जबकि अपराध शाखा 2 आस्किम मौत (एडीआर) की जांच में जुटी है।
कौन है एपीआई अमोल वाघमारे?
एपीआई अमोल वाघमारे करीब 8 महीना पहले ही पवई पुलिस से जुड़े। वाघमारे को कमांडो प्रशिक्षण मिला हुआ है और उन्हें शूटिंग में महारत हासिल है। क्यूआरटी में तैनात रह चुके वाघमारे के पुलिस करियर में यह पहला एनकाउंटर केस है। इससे पहले वाघमारे करीब आधा दर्जन रेस्क्यू ऑपरेशन का हिस्सा रह चुके हैं। गौरतलब हो कि इस बंधक कांड की चश्मदीद कोल्हापुर की बुजुर्ग महिला काफी खुलासे किए थे। उन्हाेंने यह भी बताया कि रोहित आर्या ने अमीर बच्चों को अलग रखा था।
क्राइम ब्रांच कर रही जांच
रोहित आर्य केस की जांच अपराध शाखा कर रही हैं। पुलिस सूत्रों ने बताया कि अपराख शाखा ने तीन टीमें बनाई हैं। इनमें से एक टीम पुणे के कोथरूड स्थित स्वरांजलि सोसाइटी में गई हैं। यहां रोहित के अभिभावकों और पड़ोसियों का बयान लेने गई। दूसरी टीम चेंबूर गई, जहां रोहित अपने रिश्तेदार के घर रह रहा था। वहां उसके दोस्तों और मकान मालिक से पूछताछ की। इसके अलावा एक टीम सात से आठ लोगों के बयान को दर्ज की है, जिनमें अधिकतर बच्चों के अभिभावक हैं। अपराध शाखा 8 के जिम्मे किडनैपिंग और हत्या के प्रयास का केस है जबकि अपराध शाखा 2 आस्किम मौत (एडीआर) की जांच में जुटी है।
कौन है एपीआई अमोल वाघमारे?
एपीआई अमोल वाघमारे करीब 8 महीना पहले ही पवई पुलिस से जुड़े। वाघमारे को कमांडो प्रशिक्षण मिला हुआ है और उन्हें शूटिंग में महारत हासिल है। क्यूआरटी में तैनात रह चुके वाघमारे के पुलिस करियर में यह पहला एनकाउंटर केस है। इससे पहले वाघमारे करीब आधा दर्जन रेस्क्यू ऑपरेशन का हिस्सा रह चुके हैं। गौरतलब हो कि इस बंधक कांड की चश्मदीद कोल्हापुर की बुजुर्ग महिला काफी खुलासे किए थे। उन्हाेंने यह भी बताया कि रोहित आर्या ने अमीर बच्चों को अलग रखा था।
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