नई दिल्ली: मध्य यूरोप के लैंडलॉक्ड देश ऑस्ट्रिया के अर्थशास्त्री गुंथर फेहलिंगर के खिलाफ भारत ने सख्त एक्शन लिया है। भारत को तोड़ने और खालिस्तान का समर्थन करने वाली पोस्ट के बाद फेहलिंगर का सोशल मीडिया अकाउंट भारत में प्रतिबंधित कर दिया गया है। ऑस्ट्रियाई अर्थशास्त्री ने न सिर्फ खालिस्तान का समर्थन किया था, बल्कि भारत को तोड़ने का आह्वान करते हुए सोशल मीडिया पर एक पोस्ट भी की थी।
फेहलिंगर ने सोशल मीडिया पर लिखा था कि वह भारत तोड़कर इतिहास में बदलने का आह्वान करता है। भारत के प्रधानमंत्री के खिलाफ विवादित बयान देते हुए फेहलिंगर ने उन्हें रूस का पक्षकार बताया था। खालिस्तान की तरफदारी करते हुए फेहलिंगर ने कहा था कि उसे खालिस्तानियों की जरूरत है।
पोस्ट के बाद भारत में लोग जाहिर कर रहे गुस्साभारत में फेहलिंगर की यह पोस्ट काफी वायरल हुई थी। लोगों ने सोशल मीडिया पर इस पोस्ट के खिलाफ गुस्सा जाहिर किया था, जिसके बाद गृह मंत्रालय और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने पोस्ट को फ्लैग कर दिया था। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर की गई इस पोस्ट को बाद में भारत के यूजर्स के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया। तब से भारत में यह अकाउंट निष्क्रिय कर दिया गया है। बता दें कि फेहलिंगर- यूक्रेन, कोसोवो, बोस्निया और ऑस्ट्रिया की नाटो सदस्यता के लिए ऑस्ट्रियाई समिति का अध्यक्ष हैं। वह दक्षिणी बाल्कन के क्षेत्रीय आर्थिक एकीकरण के लिए वर्किंग ग्रुप बोर्ड में भी शामिल है।
41 साल बाद किसी PM ने की थी ऑस्ट्रिया की यात्राविदेश मंत्रालय से जब यह बात पूछी गई कि क्या वियना में ऑस्ट्रियाई सरकार के समक्ष इस मुद्दे को उठाया जाएगा तो इस पर विदेश मंत्रालय के एक सूत्र ने इस विचार को खारिज कर दिया। इस पर कहा गया कि इस पर इतना ज्यादा ध्यान क्यों दिया जा रहा है? वह विचित्र आचरण वाला व्यक्ति है। उसके पास कोई आधिकारिक पद नहीं है। इस मुद्दे को लेकर इसलिए भी चर्चाएं हो रही हैं, क्योंकि जुलाई 2024 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 41 वर्षों में ऑस्ट्रिया की यात्रा करने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री थे। यह ऐतिहासिक यात्रा भारत और ऑस्ट्रिया के बीच राजनयिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर हुई थी।
फेहलिंगर ने सोशल मीडिया पर लिखा था कि वह भारत तोड़कर इतिहास में बदलने का आह्वान करता है। भारत के प्रधानमंत्री के खिलाफ विवादित बयान देते हुए फेहलिंगर ने उन्हें रूस का पक्षकार बताया था। खालिस्तान की तरफदारी करते हुए फेहलिंगर ने कहा था कि उसे खालिस्तानियों की जरूरत है।
पोस्ट के बाद भारत में लोग जाहिर कर रहे गुस्साभारत में फेहलिंगर की यह पोस्ट काफी वायरल हुई थी। लोगों ने सोशल मीडिया पर इस पोस्ट के खिलाफ गुस्सा जाहिर किया था, जिसके बाद गृह मंत्रालय और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने पोस्ट को फ्लैग कर दिया था। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर की गई इस पोस्ट को बाद में भारत के यूजर्स के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया। तब से भारत में यह अकाउंट निष्क्रिय कर दिया गया है। बता दें कि फेहलिंगर- यूक्रेन, कोसोवो, बोस्निया और ऑस्ट्रिया की नाटो सदस्यता के लिए ऑस्ट्रियाई समिति का अध्यक्ष हैं। वह दक्षिणी बाल्कन के क्षेत्रीय आर्थिक एकीकरण के लिए वर्किंग ग्रुप बोर्ड में भी शामिल है।
41 साल बाद किसी PM ने की थी ऑस्ट्रिया की यात्राविदेश मंत्रालय से जब यह बात पूछी गई कि क्या वियना में ऑस्ट्रियाई सरकार के समक्ष इस मुद्दे को उठाया जाएगा तो इस पर विदेश मंत्रालय के एक सूत्र ने इस विचार को खारिज कर दिया। इस पर कहा गया कि इस पर इतना ज्यादा ध्यान क्यों दिया जा रहा है? वह विचित्र आचरण वाला व्यक्ति है। उसके पास कोई आधिकारिक पद नहीं है। इस मुद्दे को लेकर इसलिए भी चर्चाएं हो रही हैं, क्योंकि जुलाई 2024 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 41 वर्षों में ऑस्ट्रिया की यात्रा करने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री थे। यह ऐतिहासिक यात्रा भारत और ऑस्ट्रिया के बीच राजनयिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर हुई थी।
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