नई दिल्ली: MapmyIndia की पेरेंट कंपनी सीई इन्फो सिस्टम्स लिमिटेड के शेयरों में आज करीब 10% तेजी आई। शेयर मार्केट में गिरावट के बीच बीएसई पर कंपनी का शेयर 1885.70 रुपये पहुंच गया। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के एक ट्वीट से कंपनी के शेयरों में यह तेजी आई है। वैष्णव ने अपनी कार में MapmyIndia का स्वदेशी नेविगेशन ऐप Mappls इस्तेमाल किया और उसकी खूब तारीफ की। उन्होंने लोगों से भी इस ऐप को आजमाने को कहा और साथ ही बताया कि रेलवे जल्द ही कंपनी के साथ एक एमओयू करेगा। Mappls को Google Maps का देसी विकल्प माना जा रहा है।
वैष्णव ने सोशल मीडिया पर Mappls टीम के साथ हुई एक मीटिंग के बाद इस देसी मैपिंग प्लेटफॉर्म के साथ अपने अनुभव को साझा किया। उन्होंने ऐप की कुछ खासियतों पर भी जोर दिया। केंद्रीय मंत्री ने एक वीडियो में ऐप की उन खूबियों के बारे में बताया जिनसे 3D में फ्लाईओवर, अंडरपास और गोल चक्कर के नजारे दिखते हैं। साथ ही यह ऐप स्पीड लिमिट, खतरनाक मोड़, स्पीड ब्रेकर, ट्रैफिक सिग्नल और ट्रैफिक कैमरों के बारे में रियल-टाइम अलर्ट भी देता है।
क्या है खासियत?
यह ऐप यात्रियों को गाड़ी और फ्यूल के हिसाब से यात्रा का खर्च भी बताता है। इसमें टोल की जानकारी भी शामिल है और यह Fastag Annual Pass से भी जुड़ा हुआ है। यह ऐप लोगों को स्पीड लिमिट में रहने और खतरनाक रास्तों से बचने में मदद करता है। पूरी तरह से मेड इन इंडिया स्मार्ट नेविगेशन ऐप Mappls की एक और खास बात 3D जंक्शन व्यू है। इसमें यूजर को फ्लाईओवरों, अंडरपासों और गोल चक्करों के 3D नज़ारे मिलते हैं।
MapmyIndia ने सरकार से मांग की है कि प्रोडक्शन-लिंक्ड इंसेंटिव (PLI) स्कीम के तहत बनने वाले स्मार्टफोन्स में Mappls ऐप को पहले से इंस्टॉल किया जाए। यह कंपनी करीब 10 सरकारी विभागों को डेटा सपोर्ट देती है। इनमें DIGIPIN, देश भर के पुलिस विभाग, GSTN तथा CBDT जैसे टैक्स विभाग शामिल हैं। यह डेटा जियोस्पेशियल एनालिसिस के लिए इस्तेमाल होता है। हालांकि MapmyIndia की 463 करोड़ रुपये की सालाना कमाई में सरकारी काम का हिस्सा 20% से भी कम है।
वैष्णव ने सोशल मीडिया पर Mappls टीम के साथ हुई एक मीटिंग के बाद इस देसी मैपिंग प्लेटफॉर्म के साथ अपने अनुभव को साझा किया। उन्होंने ऐप की कुछ खासियतों पर भी जोर दिया। केंद्रीय मंत्री ने एक वीडियो में ऐप की उन खूबियों के बारे में बताया जिनसे 3D में फ्लाईओवर, अंडरपास और गोल चक्कर के नजारे दिखते हैं। साथ ही यह ऐप स्पीड लिमिट, खतरनाक मोड़, स्पीड ब्रेकर, ट्रैफिक सिग्नल और ट्रैफिक कैमरों के बारे में रियल-टाइम अलर्ट भी देता है।
क्या है खासियत?
यह ऐप यात्रियों को गाड़ी और फ्यूल के हिसाब से यात्रा का खर्च भी बताता है। इसमें टोल की जानकारी भी शामिल है और यह Fastag Annual Pass से भी जुड़ा हुआ है। यह ऐप लोगों को स्पीड लिमिट में रहने और खतरनाक रास्तों से बचने में मदद करता है। पूरी तरह से मेड इन इंडिया स्मार्ट नेविगेशन ऐप Mappls की एक और खास बात 3D जंक्शन व्यू है। इसमें यूजर को फ्लाईओवरों, अंडरपासों और गोल चक्करों के 3D नज़ारे मिलते हैं।
MapmyIndia ने सरकार से मांग की है कि प्रोडक्शन-लिंक्ड इंसेंटिव (PLI) स्कीम के तहत बनने वाले स्मार्टफोन्स में Mappls ऐप को पहले से इंस्टॉल किया जाए। यह कंपनी करीब 10 सरकारी विभागों को डेटा सपोर्ट देती है। इनमें DIGIPIN, देश भर के पुलिस विभाग, GSTN तथा CBDT जैसे टैक्स विभाग शामिल हैं। यह डेटा जियोस्पेशियल एनालिसिस के लिए इस्तेमाल होता है। हालांकि MapmyIndia की 463 करोड़ रुपये की सालाना कमाई में सरकारी काम का हिस्सा 20% से भी कम है।
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