टेक्सास: टेक्सास में एक बार फिर ट्रांसजेंडरों के सार्वजनिक बाथरूम का इस्तेमाल करने पर पाबंदी लगाने की कोशिश हो रही है। गवर्नर ग्रेग एबॉट ने इस मुद्दे को स्पेशल सेशन की प्राथमिकता बताया है। इसके बाद हाउस और सीनेट में बिल पेश किए गए हैं। इन बिलों का मकसद सरकारी दफ्तरों और स्कूल भवनों में ट्रांसजेंडर लोगों के बाथरूम इस्तेमाल करने पर रोक लगाना है। पहली बार उल्लंघन करने पर 5,000 डॉलर का जुर्माना लगेगा। राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर इस तरह की पाबंदियों को लेकर माहौल बन रहा है।
टेक्सास ट्रिब्यून की एक रिपोर्ट के अनसार, सीनेटर मेयस मिडलटन ने सीनेट बिल 7 (SB 7) हाल ही में पेश किया। लेफ्टिनेंट गवर्नर डैन पैट्रिक ने संकेत दिया था कि गैल्वेस्टन रिपब्लिकन स्पेशल सेशन का "बाथरूम बिल" लाएंगे। यह बिल हाउस बिल 32 (HB 32) के जैसा ही है। एचबी 32 को रिप्रिजेंटेटिव वैलोरी स्वानसन ने पेश किया है। एसबी 7, सीनेट बिल 240 के समान है, जिसे मिडलटन ने रेगुलर सेशन के दौरान पेश किया था। सीनेटर लोइस कोलखोर्स्ट भी एसबी 7 की सह-लेखक हैं।
पहली बार नियम तोड़ने पर 5000 डॉलर का जुर्माना
एसबी 7 और एचबी 32 में कहा गया है कि के-12 स्कूलों, पब्लिक यूनिवर्सिटी और सरकारी इमारतों के बाथरूम में सिर्फ वही लोग जा सकते हैं, जिनका लिंग उनके जन्म प्रमाण पत्र पर लिखा है। नियम तोड़ने पर पहली बार 5,000 डॉलर और उसके बाद 25,000 डॉलर का जुर्माना लगेगा।
इन बिलों में यह भी कहा गया है कि ट्रांसजेंडर लोगों को उनकी पहचान के हिसाब से जेलों में नहीं रखा जाएगा। ट्रांसजेंडर महिलाओं को महिलाओं के हिंसा आश्रय स्थलों में भी जगह नहीं मिलेगी। बिल के अनुसार, अटॉर्नी जनरल केन पैक्सटन को उल्लंघन की शिकायतों की जांच करने का अधिकार होगा।
गवर्नर एबॉट ने बाथरूम इस्तेमाल पर पाबंदी लगाने वाले कानून को स्पेशल सेशन के एजेंडे में रखा है। उनका लक्ष्य है "महिलाओं की निजता को सुरक्षित रखना"। एसबी 7 और एचबी 32 का मकसद इसी विचार को आगे बढ़ाना है। इसलिए दोनों को "टेक्सास महिला गोपनीयता अधिनियम" (Texas Women’s Privacy Act) कहा जा रहा है।
बिलों में कानूनी चुनौतियों से बचाव के प्रावधान
इस साल रेगुलर सेशन के दौरान, एसबी 240 पार्टी लाइनों पर पास हो गया और हाउस को भेजा गया। लेकिन वहां इस पर कोई सुनवाई नहीं हुई। हाउस के सदस्यों ने मार्च में इस प्रस्ताव पर अपनी रुचि दिखाई थी। हाउस के ज्यादातर सदस्यों ने एचबी 239 को सह-लेखक के तौर पर साइन किया था। एचबी 32 को फिलहाल स्वानसन ने अकेले ही लिखा है।
बाथरूम बिल को पास करने की कोशिशें 2017 से चल रही हैं। उस समय भी ऐसा ही एक बिल स्पेशल सेशन के एजेंडे में रखा गया था, लेकिन उसे समर्थन नहीं मिला। नए बिल 2017 के बिलों से ज्यादा सख्त हैं। इनमें 5,000 डॉलर के जुर्माने का प्रस्ताव है, जबकि पहले 1,000 डॉलर का प्रस्ताव था। इन बिलों में ऐसे प्रावधान भी हैं जो इन्हें कानूनी चुनौतियों से बचा सकते हैं।
अगर इनमें से कोई भी बिल पास हो जाता है और एबॉट इस पर साइन कर देते हैं, तो यह उन कानूनों में शामिल हो जाएगा जो सितंबर में लागू होने वाले हैं। इन कानूनों का टेक्सास के ट्रांसजेंडर लोगों पर लंबे समय तक असर पड़ेगा। इनमें मेडिकल डॉक्यूमेंटेशन के लिए नई शर्तें और पुरुष और महिला की राज्य परिभाषा शामिल है।
महिलाओं की निजता की रक्षा
यह कानून सरकार के उन अधिकारियों के बढ़ते ट्रेंड का हिस्सा हैं जो सार्वजनिक जीवन में ट्रांसजेंडर लोगों पर सख्ती कर रहे हैं। इसमें पैक्सटन द्वारा दायर एक मुकदमा और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा जनवरी में जारी किए गए कार्यकारी आदेश शामिल हैं। इनमें से ज्यादातर का निशाना प्रोफेशनल, क्लब और कॉलेज स्पोर्ट्स में ट्रांसजेंडर एथलीटों की सीमित मौजूदगी है।
गवर्नर एबॉट का कहना है कि वह "महिलाओं की निजता की रक्षा" करना चाहते हैं। इसलिए उन्होंने यह बिल पेश किया है। वहीं, विरोध करने वालों का कहना है कि यह बिल ट्रांसजेंडर लोगों के साथ भेदभाव करता है। यह बिल टेक्सास में ट्रांसजेंडरों के अधिकारों को लेकर एक नई बहस छेड़ सकता है। अगर यह बिल पास हो जाता है, तो इसका टेक्सास के ट्रांसजेंडर समुदाय पर बहुत बुरा असर पड़ेगा।
टेक्सास महिला गोपनीयता अधिनियम के समर्थकों का कहना है कि यह महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा के लिए जरूरी है। उनका मानना है कि ट्रांसजेंडर लोगों को उन बाथरूम का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए जो उनके जन्म के समय निर्धारित लिंग के लिए बने हैं। वहीं, इस बिल के विरोधियों का कहना है कि यह ट्रांसजेंडर लोगों के साथ भेदभाव करता है और उन्हें सार्वजनिक जीवन से बाहर करने की कोशिश है। उनका मानना है कि ट्रांसजेंडर लोगों को अपनी पहचान के हिसाब से बाथरूम इस्तेमाल करने का अधिकार होना चाहिए।
ट्रांसजेंडरों को सार्वजनिक जीवन से बाहर करने की कोशिश
यह बिल टेक्सास में ट्रांसजेंडरों के अधिकारों को लेकर एक लंबी लड़ाई का हिस्सा है। आने वाले महीनों में इस बिल पर और भी बहस होने की उम्मीद है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्रांसजेंडर लोगों के खिलाफ कई कार्यकारी आदेश जारी किए हैं। इन आदेशों का मकसद ट्रांसजेंडरों को सार्वजनिक जीवन से बाहर करना है। ग्रेग एबॉट, टेक्सास के गवर्नर हैं। उन्होंने इस बिल को पास कराने के लिए पूरा जोर लगा दिया है। उनका कहना है कि यह महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा के लिए जरूरी है।
यह बिल टेक्सास के लोगों को दो हिस्सों में बांट रहा है। एक तरफ वे लोग हैं जो महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा को सबसे ज्यादा महत्व देते हैं। दूसरी तरफ वे लोग हैं जो ट्रांसजेंडर लोगों के अधिकारों का समर्थन करते हैं।
टेक्सास ट्रिब्यून की एक रिपोर्ट के अनसार, सीनेटर मेयस मिडलटन ने सीनेट बिल 7 (SB 7) हाल ही में पेश किया। लेफ्टिनेंट गवर्नर डैन पैट्रिक ने संकेत दिया था कि गैल्वेस्टन रिपब्लिकन स्पेशल सेशन का "बाथरूम बिल" लाएंगे। यह बिल हाउस बिल 32 (HB 32) के जैसा ही है। एचबी 32 को रिप्रिजेंटेटिव वैलोरी स्वानसन ने पेश किया है। एसबी 7, सीनेट बिल 240 के समान है, जिसे मिडलटन ने रेगुलर सेशन के दौरान पेश किया था। सीनेटर लोइस कोलखोर्स्ट भी एसबी 7 की सह-लेखक हैं।
पहली बार नियम तोड़ने पर 5000 डॉलर का जुर्माना
एसबी 7 और एचबी 32 में कहा गया है कि के-12 स्कूलों, पब्लिक यूनिवर्सिटी और सरकारी इमारतों के बाथरूम में सिर्फ वही लोग जा सकते हैं, जिनका लिंग उनके जन्म प्रमाण पत्र पर लिखा है। नियम तोड़ने पर पहली बार 5,000 डॉलर और उसके बाद 25,000 डॉलर का जुर्माना लगेगा।
इन बिलों में यह भी कहा गया है कि ट्रांसजेंडर लोगों को उनकी पहचान के हिसाब से जेलों में नहीं रखा जाएगा। ट्रांसजेंडर महिलाओं को महिलाओं के हिंसा आश्रय स्थलों में भी जगह नहीं मिलेगी। बिल के अनुसार, अटॉर्नी जनरल केन पैक्सटन को उल्लंघन की शिकायतों की जांच करने का अधिकार होगा।
गवर्नर एबॉट ने बाथरूम इस्तेमाल पर पाबंदी लगाने वाले कानून को स्पेशल सेशन के एजेंडे में रखा है। उनका लक्ष्य है "महिलाओं की निजता को सुरक्षित रखना"। एसबी 7 और एचबी 32 का मकसद इसी विचार को आगे बढ़ाना है। इसलिए दोनों को "टेक्सास महिला गोपनीयता अधिनियम" (Texas Women’s Privacy Act) कहा जा रहा है।
बिलों में कानूनी चुनौतियों से बचाव के प्रावधान
इस साल रेगुलर सेशन के दौरान, एसबी 240 पार्टी लाइनों पर पास हो गया और हाउस को भेजा गया। लेकिन वहां इस पर कोई सुनवाई नहीं हुई। हाउस के सदस्यों ने मार्च में इस प्रस्ताव पर अपनी रुचि दिखाई थी। हाउस के ज्यादातर सदस्यों ने एचबी 239 को सह-लेखक के तौर पर साइन किया था। एचबी 32 को फिलहाल स्वानसन ने अकेले ही लिखा है।
बाथरूम बिल को पास करने की कोशिशें 2017 से चल रही हैं। उस समय भी ऐसा ही एक बिल स्पेशल सेशन के एजेंडे में रखा गया था, लेकिन उसे समर्थन नहीं मिला। नए बिल 2017 के बिलों से ज्यादा सख्त हैं। इनमें 5,000 डॉलर के जुर्माने का प्रस्ताव है, जबकि पहले 1,000 डॉलर का प्रस्ताव था। इन बिलों में ऐसे प्रावधान भी हैं जो इन्हें कानूनी चुनौतियों से बचा सकते हैं।
अगर इनमें से कोई भी बिल पास हो जाता है और एबॉट इस पर साइन कर देते हैं, तो यह उन कानूनों में शामिल हो जाएगा जो सितंबर में लागू होने वाले हैं। इन कानूनों का टेक्सास के ट्रांसजेंडर लोगों पर लंबे समय तक असर पड़ेगा। इनमें मेडिकल डॉक्यूमेंटेशन के लिए नई शर्तें और पुरुष और महिला की राज्य परिभाषा शामिल है।
महिलाओं की निजता की रक्षा
यह कानून सरकार के उन अधिकारियों के बढ़ते ट्रेंड का हिस्सा हैं जो सार्वजनिक जीवन में ट्रांसजेंडर लोगों पर सख्ती कर रहे हैं। इसमें पैक्सटन द्वारा दायर एक मुकदमा और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा जनवरी में जारी किए गए कार्यकारी आदेश शामिल हैं। इनमें से ज्यादातर का निशाना प्रोफेशनल, क्लब और कॉलेज स्पोर्ट्स में ट्रांसजेंडर एथलीटों की सीमित मौजूदगी है।
गवर्नर एबॉट का कहना है कि वह "महिलाओं की निजता की रक्षा" करना चाहते हैं। इसलिए उन्होंने यह बिल पेश किया है। वहीं, विरोध करने वालों का कहना है कि यह बिल ट्रांसजेंडर लोगों के साथ भेदभाव करता है। यह बिल टेक्सास में ट्रांसजेंडरों के अधिकारों को लेकर एक नई बहस छेड़ सकता है। अगर यह बिल पास हो जाता है, तो इसका टेक्सास के ट्रांसजेंडर समुदाय पर बहुत बुरा असर पड़ेगा।
टेक्सास महिला गोपनीयता अधिनियम के समर्थकों का कहना है कि यह महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा के लिए जरूरी है। उनका मानना है कि ट्रांसजेंडर लोगों को उन बाथरूम का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए जो उनके जन्म के समय निर्धारित लिंग के लिए बने हैं। वहीं, इस बिल के विरोधियों का कहना है कि यह ट्रांसजेंडर लोगों के साथ भेदभाव करता है और उन्हें सार्वजनिक जीवन से बाहर करने की कोशिश है। उनका मानना है कि ट्रांसजेंडर लोगों को अपनी पहचान के हिसाब से बाथरूम इस्तेमाल करने का अधिकार होना चाहिए।
ट्रांसजेंडरों को सार्वजनिक जीवन से बाहर करने की कोशिश
यह बिल टेक्सास में ट्रांसजेंडरों के अधिकारों को लेकर एक लंबी लड़ाई का हिस्सा है। आने वाले महीनों में इस बिल पर और भी बहस होने की उम्मीद है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्रांसजेंडर लोगों के खिलाफ कई कार्यकारी आदेश जारी किए हैं। इन आदेशों का मकसद ट्रांसजेंडरों को सार्वजनिक जीवन से बाहर करना है। ग्रेग एबॉट, टेक्सास के गवर्नर हैं। उन्होंने इस बिल को पास कराने के लिए पूरा जोर लगा दिया है। उनका कहना है कि यह महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा के लिए जरूरी है।
यह बिल टेक्सास के लोगों को दो हिस्सों में बांट रहा है। एक तरफ वे लोग हैं जो महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा को सबसे ज्यादा महत्व देते हैं। दूसरी तरफ वे लोग हैं जो ट्रांसजेंडर लोगों के अधिकारों का समर्थन करते हैं।
You may also like
ट्रंप ने रूस को दी चेतावनी, कहा- 10 दिन में यूक्रेन के साथ युद्ध खत्म न हुआ तो कड़े टैरिफ का सामना करना होगा
कश्मीर में भारी बारिश के कारण अमरनाथ यात्रा एक दिन के लिए स्थगित
Monsoon Session: राहुल गांधी ने कहा मोदी में साहस हैं तो सदन में कहें कि ट्रंप मध्यस्थता के मामले में झूठ बोल रहे हैं
तमिलनाडु मेडिकल भर्ती बोर्ड ने लैब तकनीशियन पदों के लिए आवेदन की अंतिम तिथि घोषित की
भारत बनाम इंग्लैंड: टीम इंडिया में बदलाव तय, सीरीज बराबरी पर खत्म करने का मौका