अक्सर समझ नहीं आता है कि इंसान किस हद तक गिर सकता है। एक बार फिर एक जंगली जानवर शिकारियों की बर्बरता का शिकार बन गया है। कर्नाटक में एक बाघ का शव इस बुरी हालत में मिला है कि सुनकर आपका भी खून खौल जाएगा। चामराजनगर के माले महादेश्वरा सेंचुरी में एक बाघ का शव मिला है। इस साल यह छठा ऐसा मामला है, जब बाघ की मौत के पीछे शिकारियों का हाथ माना जा रहा है।
पच्छेडोडी गांव के पास हनूर रेंज में एक बाघ का शव मिट्टी में दबा मिला है। इस बाघ का सिर, कंधे और अगले पांव तो हैं, लेकिन पीछे का शरीर गायब है। इस घटना ने वन्यजीव प्रेमियों की चिंता बढ़ा दी है। यह सेंचुरी धीरे-धीरे बाघों के लिए कब्रगाह बनता जा रहा है।
पेट्रोलिंग के दौरान मिला शववन विभाग के स्टाफ को 2 अक्टूबर को नियमित पेट्रोलिंग के दौरान यह शव मिला। शव को इतनी बुरी हालत में देखकर वे भी परेशान हो गए। बाघ का जो शव मिला है, उसमें दांत और पंजे सलामत हैं। इससे शक बढ़ गया है कि इस खौफनाक हरकत के पीछे शिकारियों का ही हाथ है।
इस साल छठी मौतइस साल इस सेंचुरी के पाल्या रेंज में इससे पहले 5 बाघों की मौत संदिग्ध हालत में हो चुकी है। हनूर के रेंज फॉरेस्ट ऑफिसर का मानना है कि पहली नजर में यह प्राकृतिक मौत नहीं लग रही है। हमें शक है कि या तो बाघ को गोली मारी गई है या फिर जहर दिया गया है। हालांकि सही कारण पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और फोरेंसिंग जांच के बाद ही पता चलेगा। वन विभाग ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है। जांच में मदद और दोषियों को पकड़ने के लिए वन विभाग ने Scene of Crime, डॉग स्क्वाड और टेक्निकल यूनिट की मदद मांगी है।
2025 में 133 बाघों की मौतइस साल अब तक 133 बाघों की मौत हो चुकी है। इनमें से 4 मौत तो अक्टूबर के शुरुआती 3 दिनों में ही सामने आई है। बाघों की मौत के मामले में कर्नाटक तीसरे नंबर पर है। मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा बाघ हैं, इसलिए वहां मौत की संख्या भी जयादा है। इसके बाद महाराष्ट्र का नंबर आता है। तीसरे नंबर पर मौजूद कर्नाटक में 2012 से 2024 के बीच 179 बाघों की मौत हो चुकी है।
पच्छेडोडी गांव के पास हनूर रेंज में एक बाघ का शव मिट्टी में दबा मिला है। इस बाघ का सिर, कंधे और अगले पांव तो हैं, लेकिन पीछे का शरीर गायब है। इस घटना ने वन्यजीव प्रेमियों की चिंता बढ़ा दी है। यह सेंचुरी धीरे-धीरे बाघों के लिए कब्रगाह बनता जा रहा है।
पेट्रोलिंग के दौरान मिला शववन विभाग के स्टाफ को 2 अक्टूबर को नियमित पेट्रोलिंग के दौरान यह शव मिला। शव को इतनी बुरी हालत में देखकर वे भी परेशान हो गए। बाघ का जो शव मिला है, उसमें दांत और पंजे सलामत हैं। इससे शक बढ़ गया है कि इस खौफनाक हरकत के पीछे शिकारियों का ही हाथ है।
इस साल छठी मौतइस साल इस सेंचुरी के पाल्या रेंज में इससे पहले 5 बाघों की मौत संदिग्ध हालत में हो चुकी है। हनूर के रेंज फॉरेस्ट ऑफिसर का मानना है कि पहली नजर में यह प्राकृतिक मौत नहीं लग रही है। हमें शक है कि या तो बाघ को गोली मारी गई है या फिर जहर दिया गया है। हालांकि सही कारण पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और फोरेंसिंग जांच के बाद ही पता चलेगा। वन विभाग ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है। जांच में मदद और दोषियों को पकड़ने के लिए वन विभाग ने Scene of Crime, डॉग स्क्वाड और टेक्निकल यूनिट की मदद मांगी है।
2025 में 133 बाघों की मौतइस साल अब तक 133 बाघों की मौत हो चुकी है। इनमें से 4 मौत तो अक्टूबर के शुरुआती 3 दिनों में ही सामने आई है। बाघों की मौत के मामले में कर्नाटक तीसरे नंबर पर है। मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा बाघ हैं, इसलिए वहां मौत की संख्या भी जयादा है। इसके बाद महाराष्ट्र का नंबर आता है। तीसरे नंबर पर मौजूद कर्नाटक में 2012 से 2024 के बीच 179 बाघों की मौत हो चुकी है।
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