जयपुर: राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन (RCA) में एडहॉक कमेटी के अध्यक्ष जयदीप बिहाणी को लेकर विवाद चरम पर है। चिकित्सा मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर के पुत्र और कमेटी सदस्य धनंजय सिंह खींवसर के नेतृत्व में पांच सदस्यों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर बिहाणी पर गंभीर आरोप लगाए। सदस्यों ने आरोप लगाया कि बिहाणी RCA में 'तालिबानी तरीके' से काम कर रहे हैं और राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन को अपने राजनीतिक हित साधने के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं। 10 लाख रुपये की मांग का आरोप प्रेस वार्ता में धनंजय सिंह ने दावा किया कि जयदीप बिहाणी ने राजस्थान रॉयल्स से 10 लाख रुपये की मांग की, जबकि इस मुद्दे पर कमेटी में न तो कोई चर्चा हुई थी और न ही अन्य सदस्यों को इसकी जानकारी दी गई। इसके अलावा उन्होंने आरोप लगाया कि बिहाणी ने आईपीएल में फिक्सिंग के आरोप बिना सबूत लगाए, जिससे खिलाड़ियों का मनोबल गिरा। उन्होंने कहा कि बिहाणी RCA को एक निजी एजेंडे का माध्यम बना रहे हैं। इस मौके पर अन्य सदस्यों ने भी बिहाणी पर RCA की मीडिया सेल का दुरुपयोग करने के आरोप लगाए। बिहाणी का पलटवार, खींवसर के बयान को बताया अवैध बिहाणी ने इन आरोपों का पलटवार करते हुए कहा कि धनंजय सिंह ने एक महीने पहले नागौर जिला क्रिकेट संघ के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था और अब वे खुद को जोधपुर जिला क्रिकेट संघ का अध्यक्ष बता रहे हैं, जबकि RCA ने उनके चुनाव को मान्यता नहीं दी है। उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में धनंजय या खींवसर कमेटी की ओर से कोई भी आधिकारिक बयान देने के अधिकारी नहीं हैं। सियासी माहौल गर्म इस पूरे घटनाक्रम से RCA के भीतर सियासी हलचल तेज़ हो गई है। आरोप-प्रत्यारोप के इस दौर से स्पष्ट है कि एसोसिएशन की अंदरूनी राजनीति और प्रशासनिक निर्णयों को लेकर गहरा मतभेद सामने आ चुका है। आने वाले दिनों में इस मामले को लेकर सरकार की प्रतिक्रिया और RCA की स्थिति पर सबकी निगाहें टिकी रहेंगी।
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