नई दिल्ली: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की हरियाणा के अंबाला में 30 मिनट की फाइटर जेट राफेल से उड़ान ने एक बहुत बड़े पाकिस्तानी और भारत-विरोधी अंतरराष्ट्रीय मीडिया के प्रोपेगेंडा का पर्दाफाश कर दिया है। दरअसल,अंबाला एयर फोर्स बेस से इस दौरान की जो तस्वीरें आई हैं, उसमें एक में स्क्वाड्रन लीडर शिवांगी सिंह राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के साथ खड़ी दिखाई दे रही हैं। इस तस्वीर ने पाकिस्तान और उसकी फौज की झूठ की पोल खोल कर रख दी है।
युद्ध बंदी बनाने का दावा किया था
दरअसल, पहलगाम आतंकी के हमले के जवाब में भारत ने पाकिस्तान और पीओके में सक्रिय आतंकी संगठनों के खिलाफ जो ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया था, उसको लेकर जनरल असीम मुनीर की फौज ने यह झूठ फैलाने की कोशिश की थी कि तब एयर फोर्स पायलट स्क्वाड्रन लीडर शिवांगी सिंह जो राफेल फाइटर जेट उड़ा रही थीं, उसे उन्होंने न सिर्फ मार गिराया, बल्कि उन्हें भी युद्ध बंदी बना लिया।
तस्वीर से खुली पाकिस्तान के झूठ की पोल
स्क्वाड्रन लीडर शिवांगी सिंह राफेल लड़ाकू विमान उड़ाने वाली पहली और एकमात्र भारतीय महिला पायलट हैं। उत्तर प्रदेश की वाराणसी की रहने वाली शिवांगी भारतीय वायु सेना के दूसरे बैच की महिला फाइटर पायलट हैं। उन्हें इंडियन एयर फोर्स में 2017 में कमीशन मिला। उन्हें 2020 में राफेल लड़ाकू विमान उड़ाने के लिए चुना गया। राष्ट्रपति मुर्मू के साथ उनकी यह तस्वीर पाकिस्तान के बहुत बड़ी झूठ की पोल खोल रहा है।
ऑपरेशन सिंदूर में पकड़ने का दावा था
ऑपरेशन सिंदूर को लेकर पाकिस्तान ने दावा किया था कि उसकी फौज ने कई भारतीय फाइटर जेट को मार गिराया है। उसने यहां तक दावा किया था कि इसमें वह राफेल जेट भी था, जिसे स्क्वाड्रन लीडर शिवांगी सिंह उड़ा रही थीं। उसने कहा था कि सियालकोट के पास जब शिवांगी विमान से इजेक्ट कर रही थीं तो उन्हें पाकिस्तानी फौज ने पकड़ लिया।
एयर फोर्स और सरकार ने पहले ही खारिज किया
बता दें कि भारतीय सशस्त्र सेना और सरकार ने पाकिस्तान के दावों को तभी खारिज कर दिया था। इंडियन एयर फोर्स के डायरेक्टर जनरल, एयर ऑपरेशंस एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती ने मीडिया ब्रीफिंग में कहा था कि सशस्त्र सेना ने अपने उद्देश्य पूरे कर लिए हैं और सभी पायलट घर वापस लौट आए हैं।
युद्ध बंदी बनाने का दावा किया था
दरअसल, पहलगाम आतंकी के हमले के जवाब में भारत ने पाकिस्तान और पीओके में सक्रिय आतंकी संगठनों के खिलाफ जो ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया था, उसको लेकर जनरल असीम मुनीर की फौज ने यह झूठ फैलाने की कोशिश की थी कि तब एयर फोर्स पायलट स्क्वाड्रन लीडर शिवांगी सिंह जो राफेल फाइटर जेट उड़ा रही थीं, उसे उन्होंने न सिर्फ मार गिराया, बल्कि उन्हें भी युद्ध बंदी बना लिया।
तस्वीर से खुली पाकिस्तान के झूठ की पोल
स्क्वाड्रन लीडर शिवांगी सिंह राफेल लड़ाकू विमान उड़ाने वाली पहली और एकमात्र भारतीय महिला पायलट हैं। उत्तर प्रदेश की वाराणसी की रहने वाली शिवांगी भारतीय वायु सेना के दूसरे बैच की महिला फाइटर पायलट हैं। उन्हें इंडियन एयर फोर्स में 2017 में कमीशन मिला। उन्हें 2020 में राफेल लड़ाकू विमान उड़ाने के लिए चुना गया। राष्ट्रपति मुर्मू के साथ उनकी यह तस्वीर पाकिस्तान के बहुत बड़ी झूठ की पोल खोल रहा है।
ऑपरेशन सिंदूर में पकड़ने का दावा था
ऑपरेशन सिंदूर को लेकर पाकिस्तान ने दावा किया था कि उसकी फौज ने कई भारतीय फाइटर जेट को मार गिराया है। उसने यहां तक दावा किया था कि इसमें वह राफेल जेट भी था, जिसे स्क्वाड्रन लीडर शिवांगी सिंह उड़ा रही थीं। उसने कहा था कि सियालकोट के पास जब शिवांगी विमान से इजेक्ट कर रही थीं तो उन्हें पाकिस्तानी फौज ने पकड़ लिया।
एयर फोर्स और सरकार ने पहले ही खारिज किया
बता दें कि भारतीय सशस्त्र सेना और सरकार ने पाकिस्तान के दावों को तभी खारिज कर दिया था। इंडियन एयर फोर्स के डायरेक्टर जनरल, एयर ऑपरेशंस एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती ने मीडिया ब्रीफिंग में कहा था कि सशस्त्र सेना ने अपने उद्देश्य पूरे कर लिए हैं और सभी पायलट घर वापस लौट आए हैं।
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