इस्लामाबाद: दिवाली पर आतिशबाजी के बाद दिल्ली समेत उत्तर भारत में प्रदूषण का स्तर काफी तेजी से बढ़ा हैं। वहीं सीमा पार यानी पाकिस्तान में भी कथित तौर पर इसका असर दिख रहा है। बीते दो दिनों में पाकिस्तान के पंजाब और सिंध प्रांत में वायु गुणवत्ता में भारी गिरावट आई है। खासतौर से लाहौर में लोगों के लिए सांस लेना मुश्किल हो गया है। लाहौर दुनिया के सबसे ज्यादा प्रदूषित शहरों में शामिल है। पंजाब की सीएम मरियम नवाज ने इसका ठीकरा भारत के सिर फोड़ते हुए प्रदूषण से निपटने के लिए आपातकालीन उपाय किए हैं।
डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान के अधिकारियों ने स्थानीय उत्सर्जन के साथ-साथ दिवाली की आतिशबाजी के बाद भारत से आने वाले धुएं और धीमी गति की हवाओं को प्रदूषण के लिए जिम्मेदार ठहराया है। पंजाब के पर्यावरण विभाग ने अपने बयान में कहा है कि नई दिल्ली और उत्तर भारत के शहरों से प्रदूषण कण लेकर आने वाली हवाओं ने लाहौर और आसपास के शहरों में वायु गुणवत्ता को खराब करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
लाहौर कराची में सबसे खराब हालतडॉन के मुताबिक, मंगलवार को वायु गुणवत्ता के मामले में लाहौर और कराची शीर्ष पांच सबसे प्रदूषित शहरों में शामिल हैं। लाहौर में 234 वायु गुणवत्ता सूचकांक है, जिसे बेहद अस्वास्थ्यकर श्रेणी में रखा गया है। कराची में AQI 182 दर्ज किया गया। सबसे प्रदूषित शहरों में पाकिस्तान और भारत के ही ज्यादातर शहरों का नाम है।
पाकिस्तान में पिछले कुछ वर्षों में वायु प्रदूषण सबसे गंभीर सार्वजनिक स्वास्थ्य और पर्यावरण संकटों में से एक बन गया है। खासतौर से पंजाब की राजधानी लाहौर और मुल्तान जैसे शहर सर्दियों के शुरुआती महीनों में धुंध से जूझते हैं। यह स्थिति औद्योगिक उत्सर्जन, वाहनों से होने वाले प्रदूषण, पराली जलाने और वायु प्रदूषण के कारण होती है।
उपाय हो रहे नाकाफीजहरीली हवा से निपटने के लिए पाकिस्तान की पंजाब सरकार एंटी-स्मॉग गन की तैनाती और लाहौर की प्रमुख सड़कों पर पानी का छिड़काव जैसे उपाय करती है। पंजाब की मरियम सरकार ने स्मॉग रिस्पांस स्क्वॉड बनाए हैं, जो कथित तौर पर प्रदूषण फैलाने वाले प्रतिष्ठानों और लोगों पर छापेमारी कर रहे हैं। हालांकि इसे बहुत कामयाबी नहीं मिली है और लोगों को सांस लेना दूभर हो रहा है।
डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान के अधिकारियों ने स्थानीय उत्सर्जन के साथ-साथ दिवाली की आतिशबाजी के बाद भारत से आने वाले धुएं और धीमी गति की हवाओं को प्रदूषण के लिए जिम्मेदार ठहराया है। पंजाब के पर्यावरण विभाग ने अपने बयान में कहा है कि नई दिल्ली और उत्तर भारत के शहरों से प्रदूषण कण लेकर आने वाली हवाओं ने लाहौर और आसपास के शहरों में वायु गुणवत्ता को खराब करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
लाहौर कराची में सबसे खराब हालतडॉन के मुताबिक, मंगलवार को वायु गुणवत्ता के मामले में लाहौर और कराची शीर्ष पांच सबसे प्रदूषित शहरों में शामिल हैं। लाहौर में 234 वायु गुणवत्ता सूचकांक है, जिसे बेहद अस्वास्थ्यकर श्रेणी में रखा गया है। कराची में AQI 182 दर्ज किया गया। सबसे प्रदूषित शहरों में पाकिस्तान और भारत के ही ज्यादातर शहरों का नाम है।
पाकिस्तान में पिछले कुछ वर्षों में वायु प्रदूषण सबसे गंभीर सार्वजनिक स्वास्थ्य और पर्यावरण संकटों में से एक बन गया है। खासतौर से पंजाब की राजधानी लाहौर और मुल्तान जैसे शहर सर्दियों के शुरुआती महीनों में धुंध से जूझते हैं। यह स्थिति औद्योगिक उत्सर्जन, वाहनों से होने वाले प्रदूषण, पराली जलाने और वायु प्रदूषण के कारण होती है।
उपाय हो रहे नाकाफीजहरीली हवा से निपटने के लिए पाकिस्तान की पंजाब सरकार एंटी-स्मॉग गन की तैनाती और लाहौर की प्रमुख सड़कों पर पानी का छिड़काव जैसे उपाय करती है। पंजाब की मरियम सरकार ने स्मॉग रिस्पांस स्क्वॉड बनाए हैं, जो कथित तौर पर प्रदूषण फैलाने वाले प्रतिष्ठानों और लोगों पर छापेमारी कर रहे हैं। हालांकि इसे बहुत कामयाबी नहीं मिली है और लोगों को सांस लेना दूभर हो रहा है।
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