इस्लामाबाद: पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान को भारत के हमले का डर सता रहा है। लिहाजा पाकिस्तानी नेता, डिप्लोमेट और पत्रकार भारतीय हमले को लेकर अलग अलग दावे कर रहे हैं। दिल्ली में उच्चायुक्त रह चुके पाकिस्तान के पूर्व डिप्लोमेट अब्दुल बासित अब नई तारीख लेकर आए हैं। उन्होंने दावा किया है कि 10 या 11 मई को भारत, पाकिस्तान के खिलाफ हमला कर सकता है। पूर्व उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने एक ट्वीट में दावा किया है कि भारत, 10-11 मई को पाकिस्तान के खिलाफ "सीमित सैन्य कार्रवाई" कर सकता है। जबकि इससे पहले पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार और रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ पिछले हफ्ते से ही दावा कर रहे हैं कि भारत 36 से 48 घंटे के अंदर हमला करने वाला है।आपको बता दें कि 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में 26 हिंदू तीर्थयात्रियों की मौत हो गई थी। भारत ने इस हमले के लिए पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूहों को जिम्मेदार ठहराया है, जबकि पाकिस्तान ने इन आरोपों से इनकार किया। इस आतंकवादी हमले के बाद भारत ने कई कड़े कदम उठाए, जिनमें पाकिस्तान के साथ वीजा सेवाओं का सस्पेंड करना, राजनयिकों की वापसी और सिंधु जल संधि का निलंबन शामिल है। इसके अलावा भारत और पाकिस्तान ने एक दूसरे के लिए अपने अपने एयरस्पेस को भी बंद कर दिया है। अब्दुल बासित का दावा पाकिस्तान का प्रोपेगेंडाअब्दुल बासित का दावा पाकिस्तान के प्रोपेगेंडा वॉर का ही हिस्सा है। क्योंकि भारत का एक्शन लेने वाला है, उसकी तारीख क्या होगी और एक्शन किस तरह का होगा, इसके में बारे में चुनिंदा लोगों के अलावा कोई नहीं जानता है। लेकिन पाकिस्तान फर्जी दावों के जरिए इंटरनेशनल कम्युनिटी की सहानुभूति चाहता है। आपतो याद होगा कि युद्ध शुरू होने और युद्ध शुरू होने के बाद यूक्रेन ने यही स्ट्रैटजी अपनाई थी। यूक्रेन के राष्ट्रपति बार बार घोषणा कर रहे थे कि युद्ध कब शुरू होने वाला है। वो हर रात प्रेस कॉन्फ्रेंस करते थे। ये तमाम स्ट्रैटजी खुद को पीड़ित साबित करने और सहानुभूति हासिल करने के लिए होती है। पाकिस्तान इसमें मास्टर रहा है। पश्चिमी मीडिया का एक बड़ा हिस्सा हमेशा से पाकिस्तान का समर्थन करता रहा है। लिहाजा प्रोपेगेंडा वॉर में पाकिस्तान, भारत से काफी आगे है।अब्दुल बासित ने कहा है कि "रूस में विजय उत्सव के बाद भारत संभवतः 10-11 मई को पाकिस्तान के खिलाफ अपनी सीमित कार्रवाई करेगा।" आपको बता दें कि पहले रूस के विजय उत्सव में भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी शामिल होने वाले थे, लेकिन पहलगाम आतंकी हमले के बाद उन्होंने रूस का दौरा कैंसिल कर दिया। दूसरी तरफ भारत और पाकिस्तान दोनों ने अपनी सैन्य तैयारियां तेज कर दी हैं। पाकिस्तान ने हाल ही में 450 किमी रेंज की अब्दाली मिसाइल का परीक्षण किया है, जबकि भारत ने कई राज्यों में सुरक्षा अभ्यास शुरू किए हैं। इस बीच, ईरान के शीर्ष राजनयिक अब्बास अराघची ने दोनों देशों के बीच मध्यस्थता के प्रयास शुरू किए हैं। हालांकि पूर्व भारतीय डिप्लोमेट कंवल सिब्बल ने कहा है कि भारत को ईरान की मध्यस्थता का ऑफर सिरे से खारिज कर देना चाहिए, क्योंकि ईरान की खुद की विश्वसनीयता नहीं है और ईरान के सुप्रीम लीडर हमेशा से कश्मीर को लेकर भारत के खिलाफ जहर उगलते रहे हैं।
You may also like
महेश बाबू की नई फिल्म की चर्चा, Buchi Babu Sana के साथ संभावित प्रोजेक्ट
45 साल से एक ही जगह पर रुकी है इस देश की घड़ी, बाकी दुनिया निकल चुकी हैं कहीं आगे
क्या शाहरुख खान ने मेट गाला 2025 में सब्यसाची के डिज़ाइन में बिखेरा जादू?
KKR vs CSK मैच के दौरान कैसा रहेगा ईडन गार्डन्स की पिच और मौसम का हाल? पढ़ें ये रिपोर्ट
पलवल में रेलवे ट्रैक पर मिला बड़ा पत्थर, चालक की सतर्कता से बचा हादसा