प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "योग केवल एक शारीरिक व्यायाम नहीं है, बल्कि यह एक जीवनशैली है जो शरीर, मन और आत्मा को एक साथ लाता है।" उन्होंने यह भी बताया कि पिछले दशक में योग की वैश्विक स्वीकार्यता में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है। आज विभिन्न संस्कृतियों और भौगोलिक क्षेत्रों के लोग स्वास्थ्य, शांति और आंतरिक संतुलन के लिए योग को अपना रहे हैं।
अपने संदेश में, पीएम मोदी ने योग को एक ऐसी शक्ति बताया जो सीमाओं को पार करती है और लोगों को एक साझा उद्देश्य के लिए एकजुट करती है – शारीरिक और मानसिक कल्याण। उन्होंने कहा कि योग दिवस केवल एक दिन का उत्सव नहीं है, बल्कि यह योग के अनगिनत लाभों के प्रति जागरूकता बढ़ाने और लोगों को इसे अपने दैनिक जीवन में शामिल करने के लिए प्रेरित करने का एक महत्वपूर्ण अवसर है।
यह ध्यान देने योग्य है कि अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की घोषणा 2014 में संयुक्त राष्ट्र महासभा में भारत के प्रस्ताव पर की गई थी, और तब से यह हर साल 21 जून को मनाया जाता है। प्रधानमंत्री मोदी ने लोगों से योग को अपनाने की अपील की है, जिससे न केवल व्यक्तिगत कल्याण बढ़ेगा, बल्कि वैश्विक शांति और भाईचारे को भी बढ़ावा मिलेगा।
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