कुदरत ने हमें कई ऐसे औषधीय पौधे दिए हैं, जो हमारी सेहत को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। क्या आप जानते हैं कि सुबह खाली पेट कुछ खास पत्तियां चबाकर आप अपने शरीर को डिटॉक्स कर सकते हैं, पाचन तंत्र को मजबूत कर सकते हैं और डायबिटीज को भी नियंत्रण में रख सकते हैं?
न्यूट्रिशनिस्ट निखिल वत्स बताते हैं कि सुबह के समय खाली पेट कुछ मेडिसिनल लीव्स का सेवन करने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी मजबूत होती है। आइए जानते हैं कि कौन-सी 5 पत्तियां आपके स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद हैं:
1. तुलसी के पत्तेआयुर्वेद में तुलसी को "जड़ी-बूटियों की रानी" कहा जाता है।
रोजाना 3-5 ताजे तुलसी के पत्ते चबाने से इम्यूनिटी मजबूत होती है, सांस संबंधी दिक्कतें दूर होती हैं और तनाव भी कम होता है।
तुलसी में मौजूद एंटीबैक्टीरियल, एंटीफंगल और एंटीइंफ्लेमेटरी गुण खून को शुद्ध करने और संपूर्ण स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करते हैं।
नीम के पत्ते भले ही कड़वे होते हैं, लेकिन इनमें जबरदस्त एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं।
सुबह 4-5 नीम के पत्ते चबाने से खून साफ होता है, शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है और त्वचा से जुड़ी समस्याओं से बचाव होता है।
नीम के एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण कई बीमारियों से रक्षा करते हैं।
करी पत्ते न केवल खाने का स्वाद बढ़ाते हैं, बल्कि सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद होते हैं।
रोज 5-6 ताजे करी पत्ते चबाने से कोलेस्ट्रॉल का स्तर नियंत्रित रहता है, पाचन बेहतर होता है और बालों की सेहत को भी बढ़ावा मिलता है।
ये पत्ते आयरन, कैल्शियम और विटामिन ए जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं।
पुदीना के पत्तों में मौजूद ठंडी सुगंध और पाचन को बढ़ावा देने वाले गुण सुबह के समय शरीर को राहत प्रदान करते हैं।
सुबह खाली पेट पुदीने के कुछ पत्ते चबाने से पेट की समस्या दूर होती है, उल्टी जैसा महसूस होना कम होता है और मुंह की सफाई भी बेहतर होती है।
यह ब्रेन फंक्शन को भी बेहतर बनाता है और सूजन कम करने में मदद करता है।
अगर पान के पत्तों को बिना तंबाकू या मीठे मसाले के चबाया जाए तो ये सेहत के लिए चमत्कारी साबित हो सकते हैं।
पान के पत्तों में मौजूद एंटी-माइक्रोबियल और डाइजेस्टिव गुण न सिर्फ पाचन को सुधारते हैं बल्कि सांसों को भी ताजगी प्रदान करते हैं और शरीर को प्राकृतिक रूप से डिटॉक्स करते हैं।
डिस्क्लेमर: प्रिय पाठकों, इस जानकारी का उद्देश्य केवल जागरूकता बढ़ाना है। किसी भी नई आदत को अपनाने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य करें।
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