अमरावती, 19 अप्रैल (आईएएनएस)। पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में वक्फ कानून को लेकर हुई हिंसा के बाद बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाने के साथ ममता सरकार को बर्खास्त करने की मांग तेज हो गई है। भाजपा नेता मिथुन चक्रवर्ती के बाद नवनीत राणा ने भी बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है।
भाजपा नेता मिथुन चक्रवर्ती ने शनिवार को बंगाल की स्थिति को दुखद बताया और राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की।
शनिवार को न्यूज एजेंसी आईएएनएस से बातचीत के दौरान भाजपा नेता नवनीत राणा ने भी इस बात को दोहराया। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में मुख्यमंत्री के रूप में ममता बनर्जी के कार्यकाल में हिंदुओं पर अत्याचार किए गए। वह बेहद चिंताजनक है। हिंदू विचारधारा के कार्यकर्ताओं को उनके घरों से खींचकर मारा गया है। हिंदू लड़कियों के साथ बलात्कार किया गया है। हिंदुओं के गांवों पर हमला किया गया है और घरों में आग लगाई गई है। ममता दीदी को भ्रम है कि देश को कांग्रेस चला रही है, उन्हें याद रखना चाहिए कि वर्तमान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही इस देश का नेतृत्व कर रहे हैं। पीएम मोदी के नेतृत्व में देश चल रहा है।
इसीलिए, ममता बनर्जी को यह समझना होगा कि उनकी मनमानी नहीं चलने वाली है। भाजपा नेता ने आगे कहा कि अगर वेस्ट बंगाल को बांग्लादेश बनाने की कोशिश की गई ताे हम जैसे कार्यकर्ता और हमारे जैसे सनातनी विचारों पर चलने वाले लोग बंगाल में घुसकर अपनी ताकत दिखा देंगे और ममता बनर्जी की सरकार को उखाड़ फेकेंगे।
नवनीत राणा ने केंद्र सरकार से अपील की है कि वहां की स्थिति को देखते हुए राष्ट्रपति शासन लागू किया जाए। वहां पर हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि हमारे जितने भी संत, सनातनी लोग और हिंदू संगठन हैं, उन्हें एक होकर बंगाल में ममता बनर्जी की सरकार को सबक सिखाना चाहिए।
--आईएएनएस
डीकेएम/सीबीटी
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