जम्मू, 3 मई . गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज (जीडीसी) रामगढ़ ने मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका को उजागर करने के उद्देश्य से एक ज्ञानवर्धक और विचारोत्तेजक व्याख्यान के साथ विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस मनाया. यह लोकतंत्र का चौथा स्तंभ – सत्य, पारदर्शिता और जवाबदेही को बनाए रखने की और कदम था. यह कार्यक्रम कॉलेज की प्रिंसिपल प्रो. (डॉ.) मीरू अबरोल के मार्गदर्शन में आयोजित किया गया.
इस वर्ष का वैश्विक विषय, बहादुर नई दुनिया में रिपोर्टिंग – प्रेस स्वतंत्रता और मीडिया पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का प्रभाव, शैक्षणिक सत्र का मुख्य विषय रहा. प्रो. ब्रह्म दत्त द्वारा समन्वित, व्याख्यान अशोक कुमार द्वारा दिया गया जिन्होंने इस अवसर के लिए संसाधन व्यक्ति के रूप में कार्य किया. कुमार ने विस्तार से बताया कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पत्रकारिता के परिदृश्य को कैसे बदल रहा है. उन्होंने एआई के लाभों जैसे तेज़ समाचार रिपोर्टिंग, स्वचालित सामग्री निर्माण, वास्तविक समय में तथ्य-जांच और बहुभाषी समाचार प्रसार पर ध्यान दिया. हालांकि उन्होंने एआई के दुरुपयोग के बारे में भी चिंता जताई- खास तौर पर डीप फेक, एल्गोरिदम पूर्वाग्रह और पारंपरिक पत्रकारिता के लिए संभावित आर्थिक खतरों के माध्यम से गलत सूचना फैलाने में.
उन्होंने 1991 के विंडहोक घोषणापत्र का हवाला देते हुए इस दिन के महत्व को और अधिक प्रासंगिक बनाया और विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस की उत्पत्ति का पता 1993 में यूनेस्को के तत्वावधान में संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा इसकी घोषणा से लगाया. इस कार्यक्रम में डॉ. स्नोबर, प्रो. संदीप कुमारी, प्रो. ब्रह्म दत्त, डॉ. शिवाली पंजगोत्रा, प्रिया शर्मा, अंजलि देवी, डॉ. सुशील कुमार और सायमा सहित संकाय सदस्यों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया.
/ राहुल शर्मा
You may also like
Fixed Deposit: बैंक में FD करने वालों की लगी लॉटरी, RBI ने नियम में किया बड़ा बदलाव 〥
न्यूनतम बैलेंस नियम 2025: SBI, PNB, HDFC बैंक में बदलाव, जानें नई शर्तें और पेनल्टी से बचने के उपाय
रॉबिनहूड: तेलुगु फिल्म की डिजिटल रिलीज की तारीख और कहानी
2025 DA अपडेट: 4% वृद्धि से कितना बढ़ेगा आपका वेतन? पूरी गणना यहाँ
बदरीनाथ के कपाट खुलने पर प्रधानमंत्री मोदी के नाम से हुई पहली महाभिषेक पूजा