शिमला, 29 जून (Udaipur Kiran) । हिमाचल प्रदेश पुलिस द्वारा नशा विरोधी अभियान के तहत रविवार को राजधानी शिमला में 12वीं हाफ मैराथन का आयोजन किया गया। बारिश के बावजूद भारी संख्या में लोगों ने इस दौड़ में हिस्सा लिया और नशे के खिलाफ एकजुटता दिखाई। कार्यक्रम का शुभारंभ राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने रिज मैदान से हरी झंडी दिखाकर किया। इस अवसर पर उन्होंने प्रदर्शनियों का अवलोकन किया और उपस्थित जनसमूह को नशे के खिलाफ शपथ भी दिलाई।
राज्यपाल ने कहा कि हिमाचल में नशा एक गंभीर चुनौती बनता जा रहा है, लेकिन जिस प्रकार से युवा, महिलाएं, बुजुर्ग और यहां तक कि दिव्यांग भी इस मुहिम में शामिल हो रहे हैं, उससे यह स्पष्ट है कि प्रदेश में नशे को जड़ से खत्म करने का जनसंकल्प जाग चुका है। उन्होंने कहा कि यह एक लंबी लड़ाई है, लेकिन हिमाचल को नशामुक्त बनाने का उत्साह और जनभागीदारी देखकर यह लक्ष्य असंभव नहीं लगता।
मैराथन को चार वर्गों में बांटा गया था — हाफ मैराथन (21.5 किमी), मिनी मैराथन (10 किमी), ड्रीम रन (3 किमी) और दिव्यांगों के लिए विशेष दौड़। पुलिस विभाग के हाफ मैराथन काउंटर पर सुबह से ही प्रतिभागियों की भीड़ उमड़ पड़ी। करीब 3,000 से अधिक धावकों ने रजिस्ट्रेशन करवाया। इनमें 400 से ज्यादा ट्रेनी जवान, 722 स्कूली छात्र और 1,851 अन्य नागरिक शामिल रहे।
एक दृष्टिहीन युवक ने भी रजिस्ट्रेशन करवाकर नशे के खिलाफ अपने हौसले की मिसाल पेश की। रिज मैदान पर बने स्टॉलों पर स्वास्थ्य और नशा उन्मूलन से जुड़ी जानकारी भी लोगों को दी गई।
प्रतियोगिता के विजेताओं को 51 हजार रुपये तक के नकद पुरस्कार भी दिए जाएंगे।
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(Udaipur Kiran) / उज्जवल शर्मा
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