कानपुर, 05 जुलाई (Udaipur Kiran) । वीएसएसडी कॉलेज ने अपनी 100 वर्ष की समृद्ध विरासत को कायम रखते हुए शोध के क्षेत्र में यति जर्नल के जरिये एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। इस जर्नल की शुरुआत रिसर्च एवं शिक्षा की गुणवत्ता में वृद्धि का संकेत है। यह बातें छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय के एकेडमिक काउंसिल कक्ष में कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक ने वीएसएसडी कॉलेज की शोध एवं नवाचार परंपरा को बढ़ावा देने वाली अंतरानुशासनिक शोध पत्रिका ‘यति: द जर्नल ऑफ इंटरडिसिप्लिनरी थॉट एंड इनीशिटिव ’ के कवर पेज का विमोचन के दौरान कही।
कुलपति प्रो. विनय पाठक ने कहा कि यति जर्नल विश्वविद्यालय के शोध और शैक्षणिक उत्कृष्टता की दिशा में एक सशक्त कदम है, जो आने वाले समय में नवाचार, विचारों के समागम और अकादमिक संवाद को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा। उन्होंने कहा कि हमें समय के साथ साथ टेक्नोलॉजी से भी लैस होना होगा। शोध और रिसर्च के लिए एआई में पारंगत होना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि हर छात्र के आइडिया को प्रोडक्ट में बदलने की जरूरत है।
सचिव सीए नीतू सिंह ने कुलपति को उनके कार्यकाल के चार वर्ष पूर्ण होने पर बधाई दी और विश्वविद्यालय द्वारा एनएएसी में प्राप्त ए++ ग्रेड, डिस्टेंस लर्निंग और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मिली पहचान के लिए उनके नेतृत्व की सराहना की। उन्होंने कहा, “यति जर्नल निश्चित रूप से शोधकर्ताओं के लिए एक प्रेरणास्रोत बनेगा और विचारों के आदान-प्रदान का एक सशक्त मंच प्रदान करेगा।”इस शोध पत्रिका का उद्देश्य मानविकी, समाज विज्ञान, विज्ञान एवं तकनीक, विधि, शिक्षा और पर्यावरण अध्ययन जैसे विविध विषयों के बीच संवाद को सशक्त बनाना है। यह प्रयास बहुविषयक अनुसंधान को बढ़ावा देगा।
इस प्रेस वार्ता में विश्वविद्यालय के शीर्ष पदाधिकारियों और अनेक शिक्षाविदों की गरिमामयी उपस्थिति रही।
कार्यक्रम का संयोजन प्रो. नीरू टण्डन (उप प्राचार्या एवं कार्यकारी संपादक, यति जर्नल) द्वारा किया गया, जबकि संचालन डॉ. अंशू सिंह (एसोसिएट डीन, अकेडमिक्स) ने किया और धन्यवाद ज्ञापन डॉ. अंशू सिंह सेंगर (निदेशक, स्ववित्तपोषित) ने प्रस्तुत किया।
प्रेस वार्ता में प्रति कुलपति प्रो. सुधीर अवस्थी, रजिस्ट्रार राकेश कुमार, प्रो. सुधांशु पाण्ड्या, प्रो. वृष्टि मित्रा , प्रो. बिपिन चन्द्र कौशिक (प्राचार्य), प्रो. आनन्द शुक्ल (मुख्य संपादक, यति जर्नल), प्रो. प्रमोद सिंह डोबाल, प्रो. आर.के. पाण्डेय, प्रो. इन्द्र मणि और प्रो. मंजरी श्रीवास्तव सहित कई विशिष्टजन शामिल रहे।
(Udaipur Kiran) / मो0 महमूद
You may also like
उत्तर प्रदेश : कोर्ट में लंबित चालानों का ऑनलाइन ऐप के माध्यम से भुगतान कर सकेंगे वाहन मालिक
उद्धव और राज ठाकरे की संयुक्त रैली से 'महायुति' पर कोई असर नहीं : भाजपा सांसद मेधा कुलकर्णी
उद्धव और राज ठाकरे मराठी मुद्दे पर दिखा रहे बनावटी चिंता : भाजपा विधायक अमित साटम
गुजरात में साइबर ठगी का खुलासा : 350 करोड़ की धोखाधड़ी, 14 राज्यों में शिकायतें दर्ज
उद्धव और राज ठाकरे की संयुक्त रैली से 'महायुति' पर कोई असर नहीं : भाजपा सांसद मेधा कुलकर्णी