-अधिवक्ता बोले, मोदीजी तक हमारी बात पहुंचाओ, विवेकानंद प्रवास स्थल बचाओ
वाराणसी, 04 जुलाई (Udaipur Kiran) । स्वामी विवेकानंद के ऐतिहासिक प्रवास स्थल गोपाल विला की उपेक्षा और जर्जर स्थिति को लेकर वाराणसी के अधिवक्ताओं में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। अर्दली बाजार स्थित एलटी कॉलेज परिसर में स्थित इस ऐतिहासिक भवन के संरक्षण और पुनरुद्धार की मांग को लेकर अधिवक्ताओं ने शुक्रवार को सड़क पर उतरने की चेतावनी दी।
स्वामी विवेकानंद ने अपने महापरिनिर्वाण से लगभग चार महीने पूर्व, वर्ष 1902 में, इसी गोपाल विला में 35 दिन तक स्वास्थ्य लाभ हेतु प्रवास किया था। इस स्थल की ऐतिहासिक महत्ता को देखते हुए यहां एक ‘विवेकानंद मेमोरियल’ की स्थापना की मांग लंबे समय से की जा रही है, लेकिन अब तक कोई ठोस पहल नहीं हो सकी। पूर्व महामंत्री, बनारस बार एसोसिएशन, अधिवक्ता नित्यानंद राय और वरिष्ठ अधिवक्ता विनोद पांडेय ‘भैया जी’ ने स्वामी विवेकानंद की पुण्यतिथि पर प्रवास स्थल पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए आंदोलन की घोषणा की। विवेकानंद प्रवास स्थल संरक्षण समिति और चित्रगुप्त महासभा के बैनर तले अधिवक्ताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने कार्यक्रम में भाग लिया।
अधिवक्ता नित्यानंद राय ने बताया कि यदि प्रशासन इस स्थल के संरक्षण की दिशा में शीघ्र कदम नहीं उठाता, तो डीएम कार्यालय के पोर्टिको में क्रमिक अनशन शुरू किया जाएगा। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि इसके बाद भी मांगों की अनदेखी की गई, तो वे आमरण अनशन पर बैठने को भी तैयार हैं। इस दौरान एक नया नारा दिया गया -मोदीजी तक हमारी बात पहुंचाओ, विवेकानंद प्रवास स्थल बचाओ। अधिवक्ता नित्यानंद राय ने बताया कि वर्ष 2021 में स्थानीय विधायक और राज्यमंत्री रविन्द्र जायसवाल द्वारा प्रवास स्थल पर एक शिलापट्ट भी स्थापित कराया गया था, किंतु उसके बाद संरक्षण कार्य आगे नहीं बढ़ सका। अब अधिवक्ताओं और स्थानीय संगठनों की मांग है कि गोपाल विला को राष्ट्रीय धरोहर घोषित कर, वहां विवेकानंद स्मारक का निर्माण कराया जाए।
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(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी
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