सोनीपत, 1 जुलाई (Udaipur Kiran) । जमीन की बिगड़ती उर्वरता और फसल की गुणवत्ता को सुधारने के
लिए हरियाणा सरकार ने जैविक खाद को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण योजना शुरू
की है। मंगलवार को कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के सहायक कृषि अभियंता नवीन हुड्डा
ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि रासायनिक खाद और कीटनाशकों के अत्यधिक प्रयोग
से मिट्टी की सेहत खराब हो रही है, जिसे सुधारने के लिए जैविक खाद की पहल की गई है।
इस योजना के पहले चरण में राज्य के सात जिलों को परीक्षण के लिए चुना गया है, जिसमें
सोनीपत के राई खंड के गांव गढ़ मीरकपुर में स्थित सीबीजी प्लांट एल आर एनर्जी को शामिल
किया गया है। प्लांट के आसपास के गांवों में 125 एकड़ भूमि पर जैविक खाद का प्रयोग
किया जाएगा।
योजना के क्रियान्वयन हेतु राई के कृषि कार्यालय में सहायक
अभियंता नवीन हुड्डा ने एक बैठक आयोजित की, जिसमें कर्मचारियों से क्षेत्र के जागरूक
किसानों को योजना से जोड़ने को कहा गया। उन्होंने बताया कि गोबर गैस प्लांट से निकली
खाद किसानों को नि:शुल्क वितरित की जाएगी। प्रयोग के तहत जैविक खाद डालने से पहले और
छह माह बाद मिट्टी के नमूने लेकर उर्वरता में हुए बदलाव का आंकलन किया जाएगा। यदि यह
प्रयोग सफल रहता है तो गेहूं की फसल में जैविक खाद के उपयोग का दायरा बढ़ाया जाएगा।
बैठक में खंड कृषि अधिकारी अमरजीत, कृषि विकास अधिकारी दिनेश और जेई संदीप भी उपस्थित
रहे।
(Udaipur Kiran) शर्मा परवाना
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