टाटा स्टील की कोचिंग से मिली प्रेरणा, कॉन्ट्रैक्ट वर्कर का भी किया काम
रामगढ़, 14 जुलाई (Udaipur Kiran) ।
रामगढ़ जिले का निकेतन युवा वैज्ञानिक के रूप में जिले का नाम रोशन करेगा। भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर, मुंबई में उसने नौकरी हासिल की और जिले के युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत बन गया। वेस्ट बोकारो क्षेत्र के बड़गांव का रहने वाला 25 वर्षीय निकेतन ने वह किया जो आज की युवा पीढ़ी को नई दिशा दिख रही है। निकेतन ने 2016 में मैट्रिक की परीक्षा पास की थी। लेकिन इस परीक्षा से पहले टाटा स्टील फाउंडेशन के प्री मैट्रिक कोचिंग का साथ उसे मिला। यहीं से उसके अंदर का वैज्ञानिक जगा। प्री मैट्रिक कोचिंग के दौरान ही उसे किताबों की बेहतर समझा हुई और किताबों में वर्णित तथ्यों से आगे सोचने की क्षमता विकसित हुई। निकेतन ने सोमवार को अपने अनुभवों को साझा किया। उसने बताया कि उसकी यह उपलब्धि परिवार, समाज और हर उस समुदाय के सदस्यों की उपलब्धि है, जिसने उसकी सहायता की।
आर्थिक चुनौतियों के बावजूद नहीं रुकी शिक्षा
आर्थिक चुनौतियों के बावजूद निकेतन ने अपनी शिक्षा पर अंकुश नहीं लगने दिया। मैट्रिक की परीक्षा के बाद इंटर साइंस कॉलेज हजारीबाग से उच्च शिक्षा प्राप्त की। 2018 के जेईई-मेन में ऑल इंडिया 11वां रैंक उसने हासिल किया। साथ ही गेट की परीक्षा में भी 63 रैंक हासिल कर अपनी बौद्धिक क्षमता को परिलक्षित किया। इस दौरान उसने टाटा कंपनी में कॉन्ट्रैक्ट वर्कर के रूप में भी काम किया। बाद में उसे भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर में नौकरी मिली। उसने यह साबित किया कि अगर संकल्प के साथ सही मार्गदर्शन और सहयोग मिले तो साधारण शुरुआत भी बड़ी उपलब्धि में बदल सकती है।
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(Udaipur Kiran) / अमितेश प्रकाश
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