भीलवाड़ा, 29 जून (Udaipur Kiran) । भीलवाड़ा स्थित हरी शेवा उदासीन आश्रम सनातन मंदिर में चार दिवसीय वार्षिक वर्सी उत्सव का समापन रविवार, 29 जून को सतगुरु बाबा गंगाराम साहब जी की 29वीं वार्षिक वर्सी के साथ श्रद्धा, उल्लास और भक्तिभाव से सम्पन्न हुआ। इस भव्य आयोजन में देशभर से संत-महात्माओं, श्रद्धालुओं व गणमान्य अतिथियों की गरिमामयी उपस्थिति रही।
महामंडलेश्वर स्वामी हंसराम उदासीन ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि दान, धर्म और परोपकार ही मानव जीवन का मूल आधार हैं। उन्होंने बताया कि बाबा हरिराम, शेवाराम और गंगाराम जैसे संतों ने सदैव धर्म व समाज के लिए समर्पित भाव से कार्य किया। इसी दौरान उन्होंने अपने सतगुरुओं की महिमा का गुणगान करते हुए भजन तुहिंजे दर ते झले बिठा आहियूं झोली प्रस्तुत किया और बताया कि आश्रम के तीन ब्रह्मचारी – इंद्रदेव, कुणाल और सिद्धार्थ – को शीघ्र ही उदासीन परंपरा के अनुसार दीक्षा दी जाएगी। इसी समारोह में युवाचार्य उत्तराधिकारी की घोषणा भी की जाएगी।
इस अवसर पर राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी भी आश्रम पहुंचे। उन्होंने गुरुओं की समाधियों पर मत्था टेककर आशीर्वाद प्राप्त किया और कहा कि हर परिवार में रामायण व गीता जैसे ग्रंथ होने चाहिए, ताकि आने वाली पीढ़ी संस्कारित और चरित्रवान बन सके। उन्होंने अजमेर में बने संविधान गैलेरी और स्थानों के नामों में किए गए सनातनी परिवर्तन की जानकारी भी साझा की।
आश्रम में पधारे देश के विभिन्न हिस्सों से संतों ने भजनों और प्रवचनों के माध्यम से गुरु महिमा का बखान किया। अजमेर से स्वामी ईश्वरदास ने बाबा इतनी कृपा मैं तेरी पाता रहूं, गांधीधाम से स्वामी दर्शनदास ने गुरूवर मेरा ये जीवन अब तो संवार देना, किशनगढ़ से महंत श्यामदास ने हीय मंदर आ गुरूदेव, अजमेर से श्रीमहंत स्वरूपदास ने तोंसा रहजी अचें मुहंजा साईं, तथा स्वामी अर्जुनदास ने संत सचारा ओ भीलवाड़ा वारा जैसे भावपूर्ण भजन प्रस्तुत किए।
प्रातःकाल में श्रद्धालुओं ने धूणा साहब, आसण साहब, झंडा साहब व समाधि स्थल पर पूजा-अर्चना की। संतों द्वारा यज्ञ-हवन किया गया। अखंड पाठ पूर्ण होने के बाद भोग साहिब अर्पित किया गया व श्री श्रीचंद्र मात्रा साहब की वाणी का वाचन हुआ। अन्न क्षेत्र की सेवा तथा आम भंडारे में श्रद्धालुओं ने प्रसादी ग्रहण की।
कार्यक्रम में श्रीमहंत आत्मदास (उज्जैन), श्रीमहंत स्वरूपदास (अजमेर), श्रीमहंत हनुमानराम (पुष्कर), महंत श्यामदास (किशनगढ़), लक्खी साईं (सुल्तानपुर), संत दर्शनदास (गांधीधाम), स्वामी अमरलाल (राजकोट), स्वामी मोहनदास (इंदौर), संतदास चंदन (इंदौर), स्वामी आत्मदास, स्वामी ईश्वरदास व स्वामी अर्जुनदास सहित अनेक संतों ने संगत को दर्शन दिए।
सांयकालीन सत्र में श्रद्धालुओं ने गुरुओं की समाधियों पर चादर व वस्त्र अर्पित किए। बाहर से आए सांस्कृतिक भजन गायकों ने भजन प्रस्तुत किए। सामूहिक प्रार्थना के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया। सभी श्रद्धालुओं ने विश्व शांति, सनातन धर्म की रक्षा व सर्वजन कल्याण की कामना की।
इस भव्य आयोजन में पंचमुखी दरबार के महंत लक्ष्मणदास त्यागी, संकट मोचन हनुमान मंदिर के महंत बाबूगिरी जी, पंडित मुरारी शर्मा, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के रविंद्र जाजू, सांसद प्रवक्ता विनोद झुरानी, रमेश मूंदड़ा, कैलाश सोनी, रामनाथ योगी, बलदेव आचार्य, जयकांत पत्रिया, शाहपुरा सिंधी पंचायत के प्रतिनिधि, हरि शेवा आश्रम के ट्रस्टी सहित बड़ी संख्या में गणमान्यजन मौजूद रहे।
समारोह के सफल आयोजन पर सतगुरुओं का आभार प्रकट किया गया। अगला आयोजन 10 जुलाई को गुरु पूर्णिमा के अवसर पर बाबा शेवाराम साहब का मासिक प्राकट्य उत्सव होगा, जिसमें भी श्रद्धालुजन सम्मिलित होकर श्रद्धा व भक्ति से पूजन-अर्चन कर भंडारा प्रसादी ग्रहण करेंगे।
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(Udaipur Kiran) / मूलचंद
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