फरीदाबाद, 3 जुलाई (Udaipur Kiran) । ट्रैफिक पुलिस फरीदाबाद ने यातायात नियमोंं की अवहेलना करने वालों के खिलाफ निरंतर कार्रवाई करते हुए पिछले छह माह के दौरान चार लाख 42 हजार वाहनों के चालान कर चार करोड़ 89 लाख 71 हजार 175 रुपए का राजस्व बतौर जुर्माना वसूला है। चार लाख 42 हजार का यह आंकड़ा पिछले वर्ष की तुलना में काफी अधिक है, जबकि समान अवधि में एक लाख 52 हजार 411 उल्लंघन के चालान किए गए थे। ट्रैफिक प्रवक्ता ने बताया कि सबसे अधिक बिना हेल्मेट वाहन चलाने के एक लाख 52 हजार 775 चालान किए गए। इसके अतिरिक्त गलत दिशा में वाहन चलाने के 37 हजार 345, तेज रफ्तार (ओवरस्पीडिंग) के 38 हजार 861, लाइन चेंज उल्लंघन के दस हजार 934, ट्रिपल राइडिंग के नौ हजार 717, खतरनाक ड्राइविंग के छह हजार 945, ड्रिंक एंड ड्राइव के तीन हजार 517, ड्राइविंग के दौरान मोबाइल उपयोग के एक हजार 235, और रेड लाइट जम्प करने के 921, मामलों में चालान किए गए। ये सभी उल्लंघन सीधे तौर पर दुर्घटनाओं के मुख्य कारण माने जाते हैं। वहीं कुछ ऐसे वायलेशन भी सामने आए जो ट्रैफिक नियमों के अंतर्गत अपराध की श्रेणी में आते हैं और जिन पर पुलिस द्वारा गंभीर कार्रवाई की गई। इनमें गलत नंबर प्लेट या फॉन्ट के 12 हजार 818, नो-एंट्री में प्रवेश करने के 11 हजार 258, बिना सीट बेल्ट के गाड़ी चलाने के 79 सौ, ब्लैक फिल्म के छह हजार 711, बिना नंबर प्लेट के छह हजार 334 और प्रेशर हॉर्न के 1048 मामले शामिल हैं। इनमें से कई मामलों में पुलिस द्वारा एफआईआर भी दर्ज की गई हैं और जरूरत पडऩे पर वाहन जब्त किए गए। पुराने वाहन सडक़ से हटाए गए सडक़ सुरक्षा के दृष्टिकोण से पुराने पर भी ट्रैफिक पुलिस ने सख्त कार्रवाई की। अभियान के तहत 10 वर्ष से अधिक पुराने डीज़ल वाहनों और 15 वर्ष से अधिक पुराने पेट्रोल वाहनों को चिह्नित कर कार्रवाई की गई, जिसमें कुल 187 वाहन इंपाउंड किए गए। इसके अलावा, अवैध व असुरक्षित जुगाड़ वाहनों के 150 यूनिट्स को जब्त कर सडक़ से हटाया गया, जिससे शहर की यातायात व्यवस्था अधिक सुरक्षित और सुव्यवस्थित बनी। डीसीपी ट्रैफिक जयवीर राठी ने बताया कि ट्रैफिक पुलिस केवल चालान करके दंडित नहीं कर रही, बल्कि लगातार सार्वजनिक स्थानों, स्कूलों, कॉलेजों और चौकों पर जागरूकता कार्यक्रम भी चला रही है। इसके अलावा खराब, अवैध या नियमविरोधी वाहनों को सडक़ से हटाया जा रहा है, ताकि ट्रैफिक व्यवस्था बाधित न हो और सडक़ पर चलने वालों की जान की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
(Udaipur Kiran) / -मनोज तोमर