जबलपुर, 17 जुलाई (Udaipur Kiran) । सोशल मीडिया पर मुस्लिम समाज को अपने कागज तैयार करने को लेकर मध्य प्रदेश मुफ्ती ए आज़म का एक लेटर वायरल हो रहा है। यह पत्र 16 जुलाई 2025 को जारी होना बताया जा रहा है। मध्य प्रदेश के मुफ्ती ए आजम डॉ.मौलाना मुसाहिद रजा ने तमाम मुस्लिम बंधुओं को एक पत्र जारी किया है। इस लेटर के माध्यम से एक पैगाम में सभी मुसलमानों से देश की नागरिकता सिद्ध करने वाले तमाम कागजात पहले से दुरुस्त करने की ताकीद की गई है। पत्र के माध्यम से जारी पैगाम में मुफ्ती ए आजम डॉ मौलान मुसाहिज रजा की जानिब से कहा गया है कि, मेरे अजीज भाइयों हमारे मुल्क हिंदुस्तान में एनआरसी की पड़ताल बहुत जोरों पर चल रही है जिसका हल्ला पहले भी हो चुका है एनआरसी,सीएए और एनपीआर के मुद्दों को लेकर भाजपा हुकूमत बहुत उत्सुकता से गौर फिक्र कर रही है।
हमें यह बात अच्छे से अपने दिमाग में बैठा कर सोच फिक्र रखना होगा। क्योंकि हमारा नाम हर लिस्ट में नं 01 पर रखा गया है। एनआरसी किसी भी समय हमारे सूबे मध्य प्रदेश में शुरू हो जाएगी जिससे पहले हमें अपनी नागरिकता को भारतीय साबित करने के लिए कागजात की तैयारी पूरी करना होगा जिसमें हमारी काहिली और सुस्ती हमारे लिए व हमारे छोटों के लिए बहुत नुकसान दायक साबित होगी।
इसलिए आपसे गुजारिश हैं ‘काल करे सो आज’ पर अमल करते हुए तमाम नीचे दर्शाए गए जरूरी कागजात को जल्द से जल्द मुकम्मल कर लें। पत्र में जिन कागजों को तुरंत तैयार करने कहा गया है उनमें बर्थ सर्टिफिकेट,स्कूल लीविंग सर्टिफिकेट,आधारकार्ड,पैनकार्ड,वोटर आईडी,राशनकार्ड,पासपोर्ट,बैंक पासबुक (जिसकी केवाईसी पूरी हो),बिजली का बिल शामिल हैं।
दस्तावेज हर मुस्लिम मर्द और औरत के पास सही तारीख-ए-पैदाइश और हर कागज में नाम की सही स्पेलिंग के साथ होना लाजमी है। मौलाना साहब के पत्र में जिन और कागजों का जिक्र है, उनमे निकाहनामा,मूल निवासी प्रमाण पत्र, इनकम सर्टिफिकेट,ओबीसी सर्टिफिकेट, डेथ सर्टिफिकेट (अम्मी/अब्बा, दादा दादी, नाना/गानी वगैरा जो लोग इस दुनिया से जा चुके हैं,अगर उनका डेथ सर्टिफिकेट नहीं बना है तो बनवाने,मकानों के प्रॉपर्टी के दस्तावेज आदि शामिल हैं। इस मामले में जब पूर्व पार्षद ताहिर अली से बात की गई उन्होंने इस बात की पुष्टि की है की यह पत्र मुस्लिम समाज में सोशल मीडिया पर चल रहा है और यह मौलाना साहब ने ही जारी किया है। इसमें उनका उद्देश्य है कि मुस्लिम समाज के लोग अपने सभी डॉक्यूमेंट अपडेट कर लें। इसका दूसरा नेक उद्देश्य यह है की इसी बहाने सारे कागजात अपडेट हो जाएंगे जो विभिन्न शासकीय योजनाओं में काम आएंगे। क्योंकि अधिकतर देखा गया है कि कागजों में कमियों के कारण गरीब लोगों को शासन की योजनाओं से वंचित होना पड़ता है। उल्लेखनीय कि पिछले समय से बिहार में मतदाता सूची शुद्धिकरण के नाम पर चल रहे अभियान ने पूरे मुस्लिम समाज में कागज अपडेट करने को लेकर सरगर्मी फैली हुई है।
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(Udaipur Kiran) / विलोक पाठक
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