रिटायरमेंट के बाद सबसे बड़ा सवाल यही होता है कि हर महीने पैसे कहां से आएंगे? नौकरी के दौरान भले ही आपने खूब बचत की हो, निवेश किए हों, लेकिन जिनके पास पेंशन का कोई साधन नहीं है, उनके लिए बुढ़ापे में खर्च चलाना मुश्किल हो जाता है। लेकिन अब एक ऐसा फाइनेंशियल ऑप्शन सामने आया है, जो सीनियर सिटिजन्स को घर बैठे टैक्स-फ्री पेंशन जैसी कमाई दे सकता है। आइए जानते हैं, कैसे मिलेगी ये मोटी रकम और क्या है ये स्कीम!
रिवर्स मॉर्टगेज: बुजुर्गों के लिए वरदानइन्वेस्टमेंट बैंकर सार्थक आहूजा ने हाल ही में अपनी लिंक्डइन पोस्ट में एक खास स्कीम का जिक्र किया, जिसे रिवर्स मॉर्टगेज कहते हैं। उन्होंने बताया कि इस स्कीम का सही इस्तेमाल कर 60 साल से ज्यादा उम्र के लोग हर महीने करीब 1.5 लाख रुपये तक की नियमित आय कमा सकते हैं। सबसे खास बात? ये रकम पूरी तरह टैक्स-फ्री है!
रिवर्स मॉर्टगेज में सीनियर सिटिजन्स अपने घर को बैंक के पास मॉर्टगेज रखकर हर महीने, तिमाही या एकमुश्त रकम ले सकते हैं। इसकी सबसे बड़ी खूबी ये है कि आपको अपने जीवनकाल में इस रकम को चुकाने की जरूरत नहीं है।
कैसे काम करती है ये स्कीम?सार्थक ने एक उदाहरण से इसे समझाया। मान लीजिए, एक दंपति के पास 4 करोड़ रुपये की कीमत वाला घर है और उनकी उम्र 60 साल है। बैंक इस घर की कीमत का करीब 40% हिस्सा निकालकर 20 साल तक हर महीने किश्तों में दे सकता है। इस तरह हर महीने लगभग 1.5 लाख रुपये की आय मिल सकती है। यानी बिना घर छोड़े, बिना कोई टेंशन लिए, आप रिटायरमेंट में आराम से जिंदगी जी सकते हैं।
रिवर्स मॉर्टगेज की खास बातेंइस स्कीम की कुछ ऐसी खूबियां हैं, जो इसे सीनियर सिटिजन्स के लिए खास बनाती हैं:
- घर में रहने की आजादी: आप जीवनभर अपने घर में रह सकते हैं, बैंक आपको कभी बेदखल नहीं करेगा।
- वारिसों के लिए लचीलापन: अगर दंपति की मृत्यु हो जाती है, तो वारिस बैंक का बकाया चुकाकर घर वापस ले सकते हैं। या फिर घर बेचकर कर्ज चुकाने के बाद बची रकम रख सकते हैं।
- हाउस-रिच, कैश-पुअर के लिए बेस्ट: ये स्कीम उन लोगों के लिए सबसे ज्यादा फायदेमंद है, जिनके पास कीमती घर तो है, लेकिन नियमित आय का कोई जरिया नहीं।
रिवर्स मॉर्टगेज स्कीम का लाभ लेने के लिए कुछ शर्तें हैं:
- आवेदक की उम्र 60 साल या उससे ज्यादा होनी चाहिए। अगर ज्वाइंट एप्लीकेशन है, तो जीवनसाथी की उम्र कम से कम 55 साल होनी चाहिए।
- घर पूरी तरह आपके नाम पर होना चाहिए। उस पर कोई लोन या कानूनी विवाद नहीं होना चाहिए।
- संपत्ति की शेष आयु कम से कम 20 साल होनी चाहिए।
इस स्कीम का लाभ SBI, PNB, HDFC, इंडियन बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा जैसे कई बैंकों से लिया जा सकता है। आपको बस अपने पहचान पत्र, एड्रेस प्रूफ, संपत्ति के दस्तावेज और कानूनी उत्तराधिकारियों की सूची जमा करनी होगी। बैंक आपकी संपत्ति का मूल्यांकन करेगा, बीमा कवर देगा और फिर भुगतान शुरू कर देगा।
तो देर किस बात की? अगर आप या आपके परिवार में कोई सीनियर सिटिजन है, तो इस स्कीम के बारे में आज ही अपने नजदीकी बैंक से बात करें और रिटायरमेंट को बनाएं टेंशन-फ्री!
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