प्रयागराज की एक साधारण सी लड़की ने असाधारण उपलब्धि हासिल कर पूरे देश का दिल जीत लिया है। शक्ति दुबे, जिन्होंने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2024 में पहला स्थान हासिल किया, आज लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा बन चुकी हैं। उनकी कहानी मेहनत, लगन और सपनों को हकीकत में बदलने की जीवंत मिसाल है। आइए, जानते हैं शक्ति दुबे की इस प्रेरणादायी यात्रा के बारे में, जो हर उस व्यक्ति को प्रोत्साहित करती है जो बड़े सपने देखने की हिम्मत रखता है।
साधारण पृष्ठभूमि, असाधारण सपने
शक्ति दुबे का जन्म और पालन-पोषण उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में हुआ। यह वही शहर है जो अपनी सांस्कृतिक धरोहर और शिक्षा के लिए जाना जाता है। शक्ति ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा यहीं पूरी की और फिर इल2018 में सिविल सेवा की तैयारी शुरू की। उनकी यात्रा आसान नहीं थी। कई बार असफलताओं ने उनका रास्ता रोका, लेकिन शक्ति ने कभी हार नहीं मानी। उनके परिवार ने हर कदम पर उनका साथ दिया, जिसने उनकी हिम्मत को और बढ़ाया।
इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से बनारस तक की शैक्षिक यात्रा
शक्ति ने अपनी स्नातक की पढ़ाई इलाहाबाद विश्वविद्यालय से पूरी की, जो अपनी समृद्ध शैक्षिक परंपरा के लिए प्रसिद्ध है। इसके बाद, उन्होंने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) से परास्नातक की डिग्री हासिल की। इस दौरान, उन्होंने न केवल किताबी ज्ञान अर्जित किया, बल्कि आत्मविश्वास और अनुशासन जैसे गुणों को भी अपनाया, जो बाद में उनकी सफलता का आधार बने। शक्ति ने अपनी तैयारी के लिए अंग्रेजी माध्यम को चुना, जिससे वह जटिल विषयों को बेहतर ढंग से समझ सकीं।
मेहनत और रणनीति का अनूठा संगम
यूपीएससी की तैयारी करने वाले हर उम्मीदवार को पता है कि यह परीक्षा केवल कठिन परिश्रम की नहीं, बल्कि स्मार्ट रणनीति की भी मांग करती है। शक्ति ने अपनी तैयारी को व्यवस्थित रखा। उन्होंने मॉक इंटरव्यू और टेस्ट सीरीज के जरिए अपनी कमियों को पहचाना और उन्हें सुधारा। चहल अकादमी में दिए गए उनके मॉक इंटरव्यू में शक्ति ने अपनी स्पष्ट सोच और आत्मविश्वास से सभी को प्रभावित किया। उनकी यह रणनीति न केवल उन्हें परीक्षा में मददगार साबित हुई, बल्कि उनके व्यक्तित्व को भी निखारा।
UPSC 2024: शक्ति का शानदार प्रदर्शन
22 अप्रैल 2025 को घोषित यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2024 के परिणाम ने शक्ति दुबे को देश का नया सितारा बना दिया। उन्होंने ऑल इंडिया रैंक 1 हासिल कर इतिहास रच दिया। इस परीक्षा में कुल 1016 उम्मीदवारों का चयन हुआ, जिनमें भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस), भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) और भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) जैसे प्रतिष्ठित पद शामिल हैं। शक्ति की इस उपलब्धि ने न केवल उनके परिवार और शहर को गौरवान्वित किया, बल्कि पूरे देश में उनके नाम की चर्चा शुरू कर दी।
प्रेरणा का स्रोत: शक्ति की कहानी
शक्ति दुबे की कहानी हर उस व्यक्ति के लिए एक सबक है जो अपने सपनों को सच करने की चाहत रखता है। उनकी मेहनत, धैर्य और आत्मविश्वास ने साबित कर दिया कि कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं है। वह अब एक प्रशासनिक अधिकारी के रूप में जनता की सेवा करने के लिए तैयार हैं, और उनकी यह यात्रा निश्चित रूप से कई और युवाओं को प्रेरित करेगी। शक्ति कहती हैं, “सपने बड़े हों या छोटे, उन्हें पूरा करने का जुनून ही आपको आगे ले जाता है।”
शक्ति दुबे अब अपने करियर की नई शुरुआत करने जा रही हैं। एक प्रशासनिक अधिकारी के रूप में, वह समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की उम्मीद रखती हैं। उनकी कहानी हमें सिखाती है कि कठिनाइयों के बावजूद, यदि हम अपने लक्ष्य के प्रति समर्पित रहें, तो कोई भी मंजिल दूर नहीं। शक्ति की इस उपलब्धि पर पूरा देश उन्हें बधाई दे रहा है, और हम भी उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हैं।
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